बिहार : गुलाब नहीं, गुलाब का पौधा दें। - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 14 फ़रवरी 2014

बिहार : गुलाब नहीं, गुलाब का पौधा दें।

sunder jeevan
पटना। 13 फरवरी 2014 को राजापुर वार्ड नं0-22 (देवता हाई स्कूल के पास नाला पुल पर) में स्थानीय लोगों के सहयोग से हुए ‘सत्सभा‘ में सुंदर जीवन की ओर.... प्रशिक्षणकर्ता वैज्ञानिक कुमार राजीव ने कहा की प्रत्येक व्यक्ति अत्यधिक सुंदर और प्रतिभाशाली है। परंतु आज समाज में न तो किसी सुंदरता की खुशबु या प्रतिभा का प्राकैटय् हो रहा है। हर व्यक्ति भ्रम, द्वंद में है। ऐसे में क्या करना है और कैसे करना है। ‘सत्सभा‘ के माध्यम से लोग वैज्ञानिक दृष्टिकोण पर आधारित प्रशिक्षण ले रहे हैं।

श्री राजीव ने कहा कि वर्तमान गुलामी की व्यवस्था चुनिंदा लोगों को अवसर देती है परंतु सबको नहीं। सत्सभा के माध्यम से साधारण लोगों को हम अवसर प्रदान करते हैं। ताकि वे सरलता से अपना विशेषगुण पहचान कर अर्थोंपार्जन कर, समाजिक बुराईयों को दूर कर सकंे। वैज्ञानिक कुमार राजीव ने कहा की सरकार इस प्रशिक्षण को जन-जन तक पहुंचाने में सहयोग करे और विधालयों में देशप्रेम, वैज्ञानिक दृष्टिकोण, नैतिकता, वनस्पति-जीवप्रेम, करसेवा, उपकरणज्ञान, भाषाज्ञान और सर्वधर्म विषयों की पढ़ाई अनिवार्य कराएं। उन्होेंने कहा की हिंदू कहलाना है तो चऱित्रवान, मुसलमान कहलाना है तो ईमानदार, शिख कहलाना है तो सिखने की क्षमता बढ़ाना, ईसाई बनना है तो सेवा करना होगा।  

सुरेन्द्र राय, धिरज कु0, नरेश सिंह, अर्जुन कु0, प्रहलाद प्र0 एवं वाहिद खान ने कहा कि इस प्रशिक्षण से हमारा जीवन परिवर्तन हुआ है और इस ‘सत्सभा‘ को पूरे भारत में कार्यन्वित करने की जरुरत है। इस अवसर पर  बहुत सारे गुलाब का पौधा वितरण किया गया।सभा में देशप्रेम अभियान के लोककर्ता नीतेश, प्रशिक्षु लोककर्ता सोनु, प्रेम, धन्नजय एवं नवल मौजूद थे। जिन्होंने पूरे भारत में सत्सभा का आयोजन करने का संकल्प लिया।

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