भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी ने आज व्यापारी समुदाय से कहा कि वे वैश्विक चुनौतियों से भागने की बजाय उनका सामना करें। साथ ही ऐसे अनावश्यक कानूनों को हटाने का वायदा किया जो आभास देते हैं कि सभी चोर हैं। उन्होंने शासन के तरीकों में बड़े बदलाव का पक्ष लेते हुए कहा कि दिल्ली से देश के मामलों को चलाने के चलन को बंद किया जाना चाहिए और राज्यों पर शासन चला सकने का भरोसा करना चाहिए।
मोदी ने कहा कि मैं नहीं जानता कि इसका मुझे राजनीतिक रूप से लाभ मिलेगा या नहीं, व्यापारी समुदाय को वैश्विक चुनौतियों से भागना नहीं चाहिए। उन्हें यह नहीं मानना चाहिए कि व्यापार के आनलाइन होने से वे बर्बाद हो जाएंगे। आपको सरकार से मांग करनी चाहिए कि वह इससे मिलने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए आपकी क्षमता बढ़ाए।
उन्होंने कहा कि देश में बहुत अधिक कानून हैं और ऐसा लगता है कि सरकार समझती है कि सभी चोर हैं। भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार ने कहा, देश इस तरह नहीं चल सकता और चाहे सरकार हो या समाज, दोनों का एक दूसरे में विश्वास होना चाहिए और कानून को बीच में तभी आना चाहिए जब यह विश्वास टूटे।
उन्होंने व्यापारियों की इस चिंता को सही बताया कि देश में बहुत अधिक और बहुत पेचीदा कानून हैं। कानूनों का एक जाल है। आप हमें शक्ति दीजिए कि (सत्ता में आने पर) हम हर हफ्ते एक कानून को निरस्त कर सकें। उनके अनुसार, व्यवस्था कानूनों पर नहीं बल्कि विश्वास पर चलती है। कानून की जरूरत तभी पडती है जब व्यवस्था टूटती है। इसी मूल अवधारणा से शासन का कायापलट किया जाएगा, जिसकी मैं बात करता हूं।
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