अविश्वास प्रस्ताव पर सरकार को घेरा, हंगामें के चलते एक घण्टा सदन स्थगित
- जनविरोधी सभी मामलों को उठाया
देहरादून, 18 फरवरी। विधानसभा में मंगलवार को अविश्वास प्रस्ताव के जरिए विपक्ष ने सरकार पर तीखे प्रहार किए। मंत्रियों को विभाग न बांटने से लेकर आपदा प्रबंधन में सही कार्य न करने सहित कानून व्यवस्था पर सरकार को कटघरे में घेरा। सदन की बैठक प्रारम्भ होते ही अविश्वास प्रस्ताव को लेकर सत्ता व विपक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई। भाजपा विधायकों के वेल में आने के कारण विधानसभा अध्यक्ष ने सदन को एक घण्टे के लिए स्थगित कर दिया। मंगलवार को सदन की बैठक के प्रारम्भ होते ही नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने अविश्वास प्रस्ताव का हवाला देते हुए विधानसभा अध्यक्ष के बीते रोज दिए गए विनिश्च का संदर्भ देते हुए कहा कि इस प्रस्ताव पर चर्चा कराई जाए। संसदीय कार्यमंत्री डा. इंदिरा हृदयेश ने कहा कि आज विपक्ष की ओर से कोई प्रस्ताव नहीं आया, बजट सत्र चल रहा है, जब बजट पास हो रहा है तो रोज ही सरकार को विश्वास प्राप्त हो रहा है। कांग्रेस सदस्यों ने संसदीय कार्यमंत्री का समर्थन किया तो भाजपा सदस्य भी अपने-अपने स्थान पर खड़े हो गए और कांग्रेस सदस्यों के विरोध में वेल में आ गए। नेता प्रतिपक्ष और संसदीय कार्य मंत्री कुछ बोल रहे थे, किन्तु विधायकों के शोर-शराबे में कुछ सुनाई ही नहीं दिया। हंगामें को बढ़ता देख विधानसभा अध्यक्ष गोविन्द सिंह कंुजवाल ने सदन की बैठक को एक घण्टे के लिए स्थगित कर दिया। सदन की बैठक पुनः प्रारम्भ होने पर नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा को आरम्भ करते हुए कहा कि इस सरकार ने पूरे देश को भ्रमित किया कि सरकार ने मंत्री परिषद का विश्वास खो दिया और 18 दिन से मंत्रियों को विभाग नहीं बांटे। प्रदेश में पिछले वर्ष आई भीषण आपदा के बाद इस मामले ने सबसे ज्यादा सुर्खिया बटोरी। जब सरकार ने मंत्रियों को ही नहीं बदला तो पुराने विभाग ही बांटे जा सकते थे। अविश्वास के कारण ही पुराने मुख्यमंत्री बदले गए व नए आए। पुराने मुख्यमंत्री ने 13मार्च 2012 को अकेले शपथ ली थी, मंत्रियों ने बाद में शपथ ली, साथ ही विभाग भी बांट दिए थे। यहां नए मुख्यमंत्री अकेले-अकेले सब कुछ करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले मुख्यमंत्री के समय हुए जमीन घोटालों से पूरा प्रदेश हिल गया। सिडकुल पंतनगर की 30.77 एकड़ और हरिद्वार की 23.18 एकड़ जमीन बिल्डर्स को क्रमशः 5800 और 6600 करोड रूपए प्रति वर्ग मीटर की दर से बेची गई। और बिल्डर्स ने उसे आगे लगभग 32 हजार रूपए प्रतिवर्ग मीटर बेचकर अरबों रूपए का मुनाप्फा कमाया। आपदा के दौरान कंाग्रेस के दोनों गुट एक दूसरे पर भरपूर वार करते रहे। भाजपा ने 17 मार्च को ही सरकार को आपदा से सावधन करते हुए पत्र दे दिया था। 18 मार्च को सर्वदलीय बैठक में आपदा से निपटने के लिए सेना बुलाने की मांग की थी। आज भी पूरे केदारनाथ क्षेत्र में कंकाल बिखरे पड़े हैं। देश के लोग खत्म हो रहे थे और सरकार सो रही थी। आपदाग्रस्त क्षेत्र में मकानों को आज तक साफ नहीं किया है। नेता प्रतिपक्ष ने सदन में आपदाग्रस्त क्षेत्रों में कंकाल की तस्वीर दिखाते हुए कहा कि यदि यह तस्वीरें झूठी निकली तो वे राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक सबसे पहले केदारनाथ पहुंचे और वहां के हालात की जानकारी प्रधनमंत्री को दी। सरकार की तत्परता का इसी से पता चलता है कि आठ माह से सोनप्रयाग-गौरीकुण्ड मार्ग ही नहीं खुल पाया है। आज भी आपदाग्रस्त क्षेत्र के निवासी टेंट में रात बीताने को मजबूर हैं। विधानसभा अध्यक्ष ने दौरा कर मरने वालों की संख्या 10 हजार से ज्यादा बताई थी। पूरे प्रदेश की कानून व्यवस्था की स्थिति का इससे बढ़िया उदाहरण क्या होगा कि जिलों के थाने तक बेचे जा रहे थे। ईद के दिन ही एक मंत्री के जनसंपर्क अधिकारी की हत्या हो जाती है। आपदा के समय सरकार शराब के लाइसेंस बांट रही थी, गैरसैंण में शिलान्यास का पत्थर तक गायब हो जाता है। भाजपा विधायक मदन कौशिक ने भी गन्ना किसानों के भुगतान और अटल खाद्यान्न योजना को बंद करने पर सरकार को घेरा। मुख्यमंत्री हरीश रावत और मंत्री प्रीतम सिंह ने सरकार का बचाव किया। सरवत करीम अंसारी और संजय गुप्ता के बीच भी शेरो शायरी चली।
आबकारी विभाग का 100 करोड़ का होलोग्राम घोटाला
- प्रदेश में शराब की तस्करी के लिए आबकारी विभाग जिम्मेदार
- अधिकारियों ने अपनी जेब भरने के लिए शराब के शौकीनों की जेब पर डाला डाका
देहरादून, 18 फरवरी। उत्तराखण्ड में जितने घोटालें न हों उतने कम हैं, प्रदेश के आबकारी विभाग में शराब की बोतलों पर लगने वाले होलोग्राम का घोटाला कर दिया है। यह होलोग्राम घोटाला लगभग 100 करोड़ रूपये का बताया गया है। आबकारी विभाग के अधिकारियों ने उत्तरांचल में स्थित होलोग्राम बनाने वाली कम्पनियों से शराब की बोतलों में होलोग्राम लगाने के बजाय मध्य प्रदेश की एक कंपनी मोन्टेग इण्टर प्राईजेस को यह काम दिया है। पिछले वित्तीय वर्ष की तुलना में वर्तमान वित्तीय वर्ष में यह रकम बढ़कर लगभग 64 करोड़ रूपये हो गई है, जबकि पूर्व वित्तीय वर्ष में मात्र 20 करोड़ नौ लाख रूपये थी। होलोग्राम के इस घोटाले के बाद राज्य में शराब के दामों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। यही कारण है कि शराब तस्करों के लिए उत्तराखण्ड एक शराब का प्रमुख बाजार बनकर उभरा है, क्योंकि पड़ोसी राज्यों में उत्तराखण्ड से आधी दर पर शराब की बोतलें बाजार में उपलब्ध हैं। यही कारण है कि पंजाब, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश आदि राज्यों से वर्तमान में शराब की तस्करी उत्तराखण्ड की ओर जोरों से है। प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले वित्तीय वर्ष में प्रति होलोग्राम की कीमत सात पैसे थी, इस दर पर प्रदेश सरकार ने 20 करोड़ नौ लाख रूपये के होलोग्राम पिछले वित्तीय वर्ष में राज्य में बिकने वाली शराब की बोतलों पर लगाए, लेकिन बहुगुणा सरकार में इन होलोग्रामों की कीमत 29 रूपये चार पैसे हो गई। जिससे आबकारी विभाग ने होलोग्राम बनाने वाली कंपनी को लगभग 84 करोड़ रूपये का भुगतान किया। चर्चाओं के अनुसार मध्य प्रदेश की जिस फर्म को यह काम दिया गया है उसमें आबकारी विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार नहीं किया जा सकता। चर्चा तो यहां तक भी है कि आबकारी विभाग के अधिकारियों ने अपनी जेब भरने की ऐवज में शराब के शौकीनों की जेब पर डाका डाला है। यही कारण है कि राज्य में अन्य प्रदेशों के मुकाबले शराब की कीमत सर्वाधिक है और राज्य शराब तस्करों के लिए एक मुफीद बाजार बनकर उभरा है। आबकारी विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार राज्य में प्रतिवर्ष लाखों रूपये की शराब अन्य प्रांतों से तस्करी कर उत्तराखण्ड के बाजार में बेची जाती है। इसका भी खामियाजा राज्य की आर्थिकी पर पड़ता है। राज्य में आबकारी विभाग और शराब माफियाओं का गठजोड़ राज्य में शराब की कीमतों को बढ़ाने का महत्वपूर्ण कारण बताया जा रहा है। इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में आबकारी विभाग और होलोग्राम बनाने वाली कंपनी के बीच लेन-देन का नुकसान भी राज्यवासियों को उठाना पड़ा है, जबकि राज्य में दो होलोग्राम बनाने वाली कंपनियां पहले से ही स्थापित है। जानकारों का कहना है कि राज्य से बाहर की कंपनियों को होलोग्राम का कार्य दिया जाना अपने आप में आबकारी विभाग की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाता है।
राहुल गांधी की सुरक्षा को लेकर पुलिस मुस्तैद
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। आगामी 22 फरवरी को कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की राजधानी दून के परेड़ ग्राउण्ड में होने वाली रैली को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अर्ल्ट हो गया है और इस रैली में आने वाली भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने अचूक सुरक्षा का खाका तैयार करना शुरू कर दिया है। जिसके चलते मंगलवार को राजधानी दून के पुलिस कप्तान अपनी टीम के साथ परेड ग्राउंड मैदान का निरीक्षण किया तथा इस बात का भी खाका तैयार किया कि कहां-कहां पुलिस का पहरा बैठाया जाना है और जहां राहुल गांधी का हैलीकाप्टर उतरेगा वहां कब से सुरक्षा व्यवस्था कर दी जायेगी। मौजूदा परिपेक्ष में जिस तरह से वीआईपीयों पर खतरा मंडरा रहा है उसको देखते हुए पुलिस प्रशासन के सामने राहुल की सुरक्षा एक बहुत बडी चुनौती बना हुआ है। उल्लेखनीय है कि कुछ समय पूर्व भाजपा के दिग्गज नेता नरेन्द्र मोदी की परेड ग्राउंड मंे विशाल रैली हुई थी जिसके बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा ने दावा किया था कि वह भी राहुल गांधी की परेड ग्राउंड मंे रैली करेंगे और वह रैली भाजपा से एतिहासिक होगी। बहुगुणा की विदाई के बाद हरीश रावत ने राहुल गांधी की दून में रैली कराने के लिए रणनीति तैयार की और इसी रणनीति के तहत वह हाईकमान व राहुल गांधी को उत्तराखण्ड में अपनी ताकत का एहसास कराने के लिए रैली को विशाल बनाने की जुगत में लगे हुए हैं। 22 फरवरी को देहरादून के परेड ग्रांउड में राहुल गांधी की रैली आयोजित होनी है जिसको लेकर काग्रंेस प्रदेश प्रभारी अम्बिका सोनी सहित कांग्रेस के कई बडे नेता भी दून के कांग्रेसी नेताओं से सम्पर्क साधे हुए हैं। राहुल गांधी की होने वाली विशाल रैली को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने पूरी तरह से कमर कस ली है इसी कडी में मंगलवार को राजधानी के पुलिस कप्तान अजय रौतेला, एसपी सिटी नवनीत भूल्लर, एसपी यातायात प्रदीप राय, सीओ कोतवाली, पटेलनगर सीओ अरूण पांडे सहित कई अधिकारी परेड ग्राउंड मैदान में पहुंचे जहां पुलिस कप्तान ने अधिकारियों के साथ मैदान का निरीक्षण किया और इस बात को लेकर भी मंथन किया गया कि मैदान में कहां-कहां पुलिस को तैनात करना है। पुलिस कप्तान ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि राहुल गांधी के मंच को देखते हुए उन-उन स्थानों पर पुलिस बल तैनात किया जाये जहां से मंच दिखाई दे रहा हो। पुलिस कप्तान ने अधिकारियों को बताया कि जिस स्थान पर राहुल गांधी का हैलीकाप्टर उतरेगा वहां पहले से ही पुलिस बल को तैनात कर दिया जाये और उसके बाद वहां बम निरोधक दस्ते से उसकी पूरी तरह से जांच पडताल भी की जाये। इसके अलावा मंच को खंगालने के लिए भी बम निरोधक दस्तों को रैली से एक दिन पूर्व जांच करने के आदेश दिये गये हैं।
शहर की सफाई व्यवस्था सुधारने का नाम नहीं
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। बार-बार अधिकारियों द्वारा सफाई के लिए अनुबंधित की गई निजि कंपनी डीवीडबल्यूएम पर की जा रही मेहरबानी के बावजूद शहर की सफाई व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है। जिससे आम जनता को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। हैरानी इस बात की है कि सफाई व्यवस्था सुधारने में नाकाम होने के बावजूद अधिकारी कंपनी पर इतनी दरियादिली क्यों दिखा रहे है। प्रशासन ने इन दिनों नदियों की सफाई का अभियान शुरू कर रखा है। लेकिन शहर की सफाई और नालों-खालों की गंदगी से आखिर क्यों मंुह फेर रखा है यह दून की जनता जानने को आतुर है। शहर की सफाई व्यवस्था पिछले काफी समय से पटरी से उतर चुकी है। निगम प्रशासन बार-बार सफाई के लिए अनुबंधित की गयी कंपनी को फटकार लगा चुका है। किन्तु कुछ अधिकारी और जनप्रतिनिधि बार-बार कंपनी की ओर से पैरवी करते नजर आते है। जिसके चलते कंपनी की मनमानी शहर की व्यवस्था पर भारी पड़ रही है। त्यौहारों के समय भी शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चौपट नजर आई किन्तु इस ओर अधिकारियों ने कोई ध्यान नहीं दिया। जब निगम की काफी किरकिरी होती दिखाई दी तो मेयर विनोद चमोली सड़कों पर स्वयं उतरे जिसके बाद वह भी शहर की हकीकत से रुबरु हुए लेकिन कंपनी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई। जिसका खामियाजा आज भी जनता भुगत रही है।
सीएम हरिद्वार को दे रहे हैं विशेष तरजीह
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री हरीश रावत सीएम बन जाने के बाद शायद ही हरिद्वार लोक सभा सीट से चुनाव लड़ पाये, लेकिन हरिद्वार लोकसभा का पिंड छोड़ने वाले नहीं है। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सीएम हरिद्वार को विशेष तरजीह दे रहे हैं तो वहीं सीएम के पुत्र व पुत्री भी एक-एक दिन में कई कार्येक्रमों में शिरकत कर रहे है। चर्चा है कि रावत लोकसभा चुनाव में पुत्र या पुत्री को मैदान में उतार सकते है। गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव के दौरान हरीश रावत ने हरिद्वार लोकसभा सीट से बतौर कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में चुनाव लडा था और जीत हासिल कर लोकसभा पहुंचे थे। रावत की वफादारी व कद को देखते हुए मनमोहन मंत्री मण्डल में पहले उन्हें केन्द्रीय राज्य मंत्री और बाद में उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाया गया। समय ने करवट ऐसी बदली कि उत्तराखंड में नेतृत्व परिवर्तन होने के कारण हरीश रावत सूबे के मुख्यमंत्री बन गये। हालांकि सीएम बनने से पूर्व लोकसभा चुनाव लडना उनका तय माना जा रहा था। लेकिन सीएम बन जाने के बाद शायद ही रावत लोकसभा चुनाव लड पाये, लेकिन पिछले दो सप्ताह से जिस तरह सीएम रावत के पुत्र आनन्द रावत व उनकी पुत्री अनुपमा रावत कांग्रेस के कार्यक्रमों में भाग ले रही है उससे ऐसा प्रतीत हो रहा है कि रावत हरिद्वार छोड़ने वाले नहीं है और वह लोकसभा चुनाव में इन दोनों में से किसी एक पर दांव लगा सकते हैं। चर्चा तो यहां तक भी है कि हरीश रावत अपनी पत्नि को भी चुनावी अखाडे में उतार सकते हैं। हालांकि इसकी उम्मीद कम ही है। सीएम बन जाने के बाद हरीश रावत जिस तरह जनपद हरिद्वार को खास तवज्जोह दे रहे है उससे भी ऐसा लग रहा है कि वह हरिद्वार सीट पर अपने परिजनों का कब्जा जमाने का ताना बाना बुन रहे हैं। वहीं कांग्रेसी विधयक कुंवर प्रणव सिंह चैम्पियन की पत्नि रानी देवयानी भी टिकट की प्रबल दावेदार है लेकिन जिस तरह रावत के सीएम बन जाने के बाद आनन्द व अनुपमा आभार रैलियों व अन्य कार्यक्रमों में भाग ले रहे है। उससे ऐसा लग रहा है कि रावत हरिद्वार को छोडने वाले नहीं है और वह अपने पुत्र या पुत्री के लिये लोकसभा चुनाव के मद्देनजर बिसात बिछाने में जुटे हुए है।
हाईटेंशन की चपेट मंे आने से युवक की मौत
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। मवेशियों के लिए चारा पत्ती लेने गया युवक हाईटेंशन लाईन की चपेट में आकर झुलसगया जिससे उसकी मौत हो गई । प्राप्त सामचार के अनुसार यमकेश्वर ब्लाक के अन्तर्गत ग्राम उडडा उदयपुर पटटी निवासी चंद्रमोहन सिंह नेगी 32 वर्षपुत्र स्व. भगत सिंह खेत में पेड़ पर चढ़कर मवेशियों के लिए चारा पत्ती तोड रहा था कि विद्युत लाइन की चपेट मे आ गया। तेज करंट लगने से उसकी मौेत हो गई। बताया जा रहा है कि वह एक पेड पर चढ़कर चारा पत्ती तोड रहा था तभी पेड के बगल से गुजर रही विद्युत लाइन की चपेट मे आ गयां करंट लगने से वह पेड से नीचे जा गिरा और गंभीर घायल हो गयां हादसे से ग्रामीणो मे हडकंप मच गया। आनन फानन मे चंद्रमोहन को गंभीर हालत मे लेकर राजकीय चिकित्सालय ऋषिकेश पहुंचे जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने शव कब्जे मे लेकर पोस्टामार्टम के लिए भेज दिया।
टस्कर ने तोड़ी दीवार, लोगों मे दहशत
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। जनपद पौड़ी गढ़वाल अन्तर्गत राजाजी नेशनल पार्क के गंगा भोगपुर क्षेत्र मंे आतंक के पर्याय बने टस्कर ने एक खाली प्लाट की चहार दीवारी तोड दी और जमकर उत्पात मचायंा । खौफजदा लोग घरों मंे दुबके हाथी के जाने के इंतजार करते रहे। सूचना के एक घंटे बाद पहुंचे वन कर्मियों ने हवाई फायर कर उसे जंगल मंे खदेडा। क्षेत्र मंे पिछले दिनों दो महिलाआंे को मौत के घाट उतारने वाला खूनी टस्कर भले ही विभाग के लिए कुनबे मंे शािमल हो गया है मगर उसकी सक्रियता रिहायशी इलाके में कम नहीं हुई है। तड़के करीब तीन बजे एक बार फिर हाथी जंगल से निकलकर आबादी मंे आ धमका । स्थानीय निवासी राकेश कुमार कुकरेती ने बताया कि हाथी ने यहां जूनयिर हाई स्कूल के समीप एक खाली प्लाट की दीवार तोड दी। बताया जा रहा है कि टीम सूचना के करीब एक घटे बाद राहत बचाव के लिए पहुंची और हवा में फायर झोंककर बमुश्किल हाथी को जंगल का रास्ता दिखाया । ग्रामीणों ने विभाग से सुरक्षा की मांग की है।
विकासनगर पुलिस के हत्थे चढ़ा चरस तस्कर
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। नशे की खेप के साथ विकासनगर कोतवाली पुलिस ने सोमवार देर रात एक शातिर युवक को गिरफ्तार किया है। एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेशी के बाद जेल भेज दिया। मिली जानकारी के अनुसार शिमला निवासी सुरेन्द्र सिंह को सोमवार देर रात कैनाल रोड पहाड़ी वाली गली के समीप गश्ती बल ने संदेह होने पर हिरासत में लिया। तलाशी में उससे साढ़े पांच सौ ग्राम चरस बरामद हुई। पुलिस पूछताछ में पकड़े गए युवक का कहना कि वह अपने क्षेत्र में किसी से यह नशा खरीदकर इधर लाता रहा है। सोमवार रात को भी इसी उद्देश्य के साथ वह नशा लेकर विकासनगर क्षेत्र में बेचने की फिराक से आ रहा था। चौकी बाजार प्रभारी दिनेश कुमार की ओर से इस संबंध में सुरेन्द्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।
दहेज मंे की बाइक की डिमाण्ड
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। महिला की ओर से ससुरालियों पर दहेज उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज कराया गया है। डोइवाला पुलिस का कहना कि चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। हालांकि गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं हो सकी थी, मगर पुलिस का कहना कि दहेज आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किया जा रहा है। पुलिस के अनुसार लालतप्पड़ निवासी सतीश कुमार की बेटी का विवाह स्थानीय निवासी मलकीत से हुआ था। विवाह के तुरंत बाद ही ससुरालियों की ओर से विवाहिता को दहेज के लिए सताया जाने लगा। पीड़िता का कहना कि ससुराली उससे मायके वालों से बाइक लाने की डिमाण्ड पर जोर देते। विरोध पर उससे मारपीट की जाती। प्रताड़ना से आजिज आकर महिला मायके लौट आई। यहां महिला हैल्प लाइन में दी शिकायत में बाद दोनों पक्षों की काउंसिलिंग कराई गई। हुए समझौते का पालन नहीं किया गया। जिसके बाद पीड़िता एक बार फिर मायके लौट आई। विवाहिता के परिजनों ने पुलिस को दी तहरीर में मलकीत, लक्ष्मी, श्रवण कुमार व एक अन्य को नामजद कराया है। आरोप कि बेटी को दहेज के लिए परेशान करने के साथ ही बाइक की डिमाण्ड रखी जाती और परिवार को जान से मारने की धमकी दी जाती थी।
मेडिकल कालेज में दाखिले के नाम पर 48 लाख हड़पे
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। राजपुर थाने में मेडिकल कालेज में दाखिले के नाम पर ठगी करने का मामला दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार एसटीएफ को मामला जांच के लिए भेज दिया गया है। दर्ज मुकदमें के अनुसार दो युवकों ने क्षेत्र की महिला को झांसा देकर उनकी बेटी का दाखिला एमडी मेडिसिन मंे कराने का दावा किया। इसके एवज में कुल 48 लाख रूपए की धोखाधड़ी की गई। जाखन के कृष्ण विहार निवासी दो लोगों के खिलाफ राजपुर थाने में धोखाधड़ी व ठगी का मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस को दी तहरीर में हाथीबढ़कला निवासी अनुपमा का कहना कि उपरोक्तों ने उनकी लड़की को एमडी मेडिसिन में एडमिशन दिलाने के नाम पर 48 लाख की धोखाधड़ी की। एडमिशन न होने पर जब पीड़ितों ने रूपए वापस मांगे तो लौटाने से इंकार कर दिया गया। बता दें कि मेडिकल कालेज में दाखिले के नाम पर बड़ा फर्जीवाड़ा यहां राजधानी देहरादून में अंजाम दिया जा रहा है। एमबीबीएस सीट पर दाखिले को लेकर मंत्री के पूर्व पीए युद्धवीर सिंह की हत्या का मामला भी प्रकाश में आ चुका है। दरअसल मामला साल 2010 का है, जबकि ठगी का शिकार परिवार की ओर से पुलिस प्रशासन को शिकायत की गई थी। जिसके बाद शासन ने मामले की सीबीसीआईडी जांच के आदेश दिए। सीबीसीआईडी जांच में प्रकाश में आए तथ्यों के बाद दी रिपोर्ट में एक व्यक्ति और उसके संबंधी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए जाने की बात कही गई। एसटीएफ इस मामले की जांच करेगी।
रक्षा विहार के बंद मकान मंे चोरी
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। बगैर पुलिस को इत्तिला किए मकान बंद कर बाहर जाना परिवार को महंगा सौदा साबित हुआ। परिवार अभी दून लौटा भी नहीं था कि पुलिस से सूचना मिली कि मकान में चोरी हो गई है। मकान मालिक परिवार को लेकर दून के लिए निकल पड़े हैं। हालांकि चोरी गए सामानों की लिस्ट नहीं मिल सकी है। मगर अनुमान की अधिक कुछ चोरी नहीं हुआ। रायपुर पुलिस के अनुसार रक्षाविहार निवासी पीसी दीक्षित डील से सेवानिवृत्त हुए हैं। बीती दिनों वे परिवार के साथ एक विवाह समारोह में शामिल होने के लिए करनाल गए थे। बंद मकान की देखरेख की जिम्मेदारी रिश्तेदार को दे गए। कल देर रात पहुंचे रिश्तेदार ने मकान के बाहर की बत्ती जला दी। सुबह फिर पहुंचा तो गेट का ताला टूटा मिला। कमरे का दरवाजा भी खुला था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने फोन पर पीसी दीक्षित से बात की तो उन्होंने बताया कि कीमती जेवर उन्होंने अपने बैंक के लॉकर में रखे हैं। घर की आलमारी में पांच हजार रूपए और सोने के झुमके आदि रखे थे। संभवतः इन्हें ही चोरों ने उड़ाया होगा।
होमगार्ड की सूचना पर भी पुलिस नहीं चेती
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। कल रात करीब आठ बजे का समय रहा होगा। चूंगी स्थित देशी शराब के ठेके के बाहर तीन लड़के धारदार हथियार को कपड़ों में छिपाए बैठ खुलेआम शराब पी रहे थे। एक होमगार्डकर्मी ने तीनों को नशे में धुत्त देखा। तीनों ही युवाओं के कपड़ों से धरादार हथियार साफ बाहर झलक रहे थे। होमगार्ड कर्मी ने सहस्त्रधारा क्रासिंग बूथ में तैनात पुलिस जवानों को इसकी जानकारी दी। होमगार्डकर्मी का कहना कि तीनों पुलिस जवानों ने उनकी बात को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि साहब राउण्ड पर हैंं। हमारी ड्यूटी यहां लगाई गई है। होमगार्डकर्मी के अनुसार तीनों युवकों के पास नुकीला धारदार हथियार था, जो कि उनके शराब पीने के दौरान कपड़ों से बाहर झलक रहा था। होमगार्डकर्मी के अनुसार पुलिस जवानों के पास वायरलैस सैट भी थे, यदि वे ड्यूटी प्वाइंट से नहीं हट सकते थे तो सूचना आगे प्रसारित कर तो सकते थे। मगर ऐसा भी नहीं किया गया।
कार-बाइक की भिड़ंत मंे युवक की मौत
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। सड़क हादसे में जख्मी युवक की अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पीएम के लिए भेज दिया है। हादसा सहसपुर इलाके में मंगलवार सुबह के समय घटित हुआ। पुलिस के अनुसार बस चालक वाहन छोड़कर भागने में कामयाब रहा। मुकदमा दर्ज कर आरोपी की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है। मंगलवार सुबह लखनवाला के समीप रोडवेज की बस और बाइक की भिडंत में बाइक चालक के गम्भीर रूप से जख्मी होने की खबर पर पहुंची सहसपुर पुलिस ने जख्मी युवक को 108 की मदद से दून अस्पताल भिजवाया। यहां चिकित्सकों ने जख्मी युवक को उपचार दिया, कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान बैरागीवाला निवासी आदिल पुत्र नाजिर के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार बस विकासनगर से दून आ रही थी, जबकि आदिल बाइक पर सवार होकर विकासनगर की ओर जा रहा था। ठीक लखनवाला चौक पर पहुंचने पर दोनों वाहनों की आमने-सामने भिडंत हो गई।
काग्रंेस प्रचार रथ रवाना
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। काग्रेंस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की 22 फरवरी 2014 को देहरादून के परेड ग्राउन्ड में होने वाली विशाल रैली के प्रचार-प्रसार हेतु मंगलवार को प्रदेश काग्रेंस अध्यक्ष एवं काबीना मंत्री यशपाल आर्य ने चार प्रचार रथों को झण्डी दिखाकर रवाना कर दिया। राज्य काग्रेंस प्रवक्ता धीरेन्द्र प्रताप ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि इस अवसर पर बड़ी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं व मीडिया को संबोधित करते हुए 22 फरवरी को काग्रेंस का ‘‘ऐतिहासिक दिन’’ बताया व पार्टी कार्यकर्ताओं से इस रैली को ‘‘ऐतिहासिक एवं अभूतपूर्व’’ बनाने का आवाह्यन किया। उन्होंने कहा कि आज साम्प्रदायिक ताकतें मुहं बाएं खड़ी है, हमें उनका मुंहतोड़ जवाब देना है। इस अवसर पर महिला काग्रेंस अध्यक्ष सरोजनी कैन्तुरा, प्रदेश महामन्त्री विजय सारस्वत एवं सतांेष कश्यप पूर्व महानगर काग्रेंस अध्यक्ष लाल चन्द्र शर्मा, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री भूपेन्द्र सिंह लिंगवाल एवं नसरीबुद्ीन प्रवक्ता राजीव महर्षि ,नगर काग्रेंस उपाध्यक्ष दीप बोरा, काग्रेंस सैनिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष व दर्जाधारी कैप्टन बलबीर रावत, पूर्व दर्जाधारी नवीन जोशी, नगर काग्रेंस महामंत्री अरूण चमोली, आन्दोलनकारी नेत्री विजयलक्ष्मी गुसांई, चन्द्रकांता गर्ग, मीना रावत, वीना दुग्गल, मीना थापा इसके अलावा सभासद सर्वश्री नीनू सहगल (नेता सभासद दल) अशोक कोहली, अर्जुन सोनकर, आनन्द त्यागी, मोहन जोशी,आई0टी0 सेल से विशाल मोर्या, नवीन रमोला, विनीत सोनकर, नासीर हुसैन आदि प्रमुख नेता मौजूद थे।
राजनैतिक दल प्रदेश के लोगों को गुमराह कर रहे: मीना
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी नेकमर कसनी शुरू कर दी है। जिसके चलते आप के कार्यकर्ता पार्टी की विचारधारा को जन-जन तक पहंुचाने में जुट गए है। ‘आप’ की संस्थापक सदस्य मीना भंडारी पतियाल ने कहा कि राजनैतिक दल प्रदेश के लोगों को गुमराह कर रहे है। वह पार्टी की विचारधरों को आम लोगों तक पहंुचाकर भ्रष्टाचार मिटाने के लिए कार्य करेगी। मंगलवार को तिब्बती मार्केट में आयोजित पत्रकारवार्ता में आम आदमी पार्टी ‘आप’ की संस्थापक सदस्य मीना भंडारी पतियाल ने कहा कि आप पार्टी प्रदेश में ग्रास रूट पर कार्य कर रही है। पार्टी आम लोगों से जुड रही है। उन्होंने कहा कि उन्होंने प्रदेश में समाजसेवा करने का संकल्प लिया है। उत्तराखंड के प्रबुद्ध नागरिक पार्टी से जुड रहे है। उन्होंने कहा कि टिहरी संसदीय क्षेत्र से आप की प्रत्याशी के समर्थन में उत्तराखंड के लोग उनके समर्थन में आगे आ रहे है। यदि उन्हें आप का प्रत्याशी बनाया गया तो जीत सुनिश्चित है। वह पर्वतीय क्षेत्र की समस्याओं को गंभीरता से जानती है। संसद में भ्रष्टाचार मुक्त आवाज उठाने में प्रदेश के लिए कार्य कर सकती है। उन्होंने कहा कि टिहरी क्षेत्र महिला को देने का आप का संकल्प सफल हुआ तो वह क्षेत्र की समस्याओं को जोरशोर से उठाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में पार्टी ईमानदार व स्वच्छ छवि के प्रत्याशी को आगे बढाएगी। इस अवसर पर संस्थापक सदस्य प्रकाश तिवारी, उर्मिला तिवारी, बसंत भट्ट, साहिब सिंह पंवार आदि उपस्थित थे।
जनाधार केंद्र में लोगों का हंगामा
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। मंगलवार को जनाधार में लगातार दूसरे दिन सर्वर ठप होने पर लोगों ने जमकर हंगामा काटा। लोगों ने जिला प्रशासन पर लोगों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया। इसके साथ ही जल्द सर्वर सुचारू करने की मांग की। जिलाधिकारी के उचित कार्यवाही के आश्वासन पर लोगा शांत हुए। सोमवार को जनाधर का सर्वर ठप हो गया था। इस कारण लाइन में लगे लोगों को निराश लौटना पड़ा। इसलिए मंगलवार सुबह जल्दी लोग मूल निवासी, स्थाई निवास जैसे अन्य प्रमाण पत्र बनवाने के लिए जनाधर पहुंच गए। लेकिन कार्यालय खुलते ही कर्मचारी ने फिर सर्वर ठप होने की सूचना दी। जैसे ही कर्मचारी ने ऐसा कहा लाइन में लगे लोग भड़क गए। लोगों ने जनाधार के बाहर जमकर नारेबाजी की और मौके पर जिलाधिकारी से शिकायत भी की। जिलाधिकारी के आश्वासन पर लोग शांत हो गए। लोगों ने बताया कि स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनवाना है। कई दिन से चक्कर काट रहा हूं। हर बार कर्मचारी कोई न कोई बहाना बनाकर भेज देते हैं। सोमवार को भी सर्वर ठप था इसलिए आज सुबह दस बजे से पहले की पहंुच गया था, लेकिन आज फिर से सर्वर डाउन हो गया। ऐसे में गुस्सा आना जायज है। राजपुर निवासी संजना मलिक ने बताया कि उसे स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनवाना है। सरकार की ओर से कई नियुक्तियां निकली है। सोचा इस बार ट्राय कर लूं, इसलिए स्थाई निवास प्रमाण पत्र बनवाने के लिए आ गई। लेकिन दो दिन से सर्वर ठप है। इस कारण समय बर्बाद हो रहा है। जिला प्रशासन को उचित व्यवस्था करनी चाहिए।
डाक कर्मचारियों ने शुरू की अनिश्चितकालीन हड़ताल
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के बैनर तले शाखा डाकघरों का विभागीयकरण करने सहित अन्य मांगों को लेकर डाक सेवाओं ने मंगलवार से अनिश्चिकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। हड़ताल के कारण डाक सेवकों ने डाक नहीं बांटी। हालांकि डाक घरों ने वैकल्पिक व्यवस्था कर डाक बटवाई अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के आह्वान पर सभी शाखा डाक सेवक जीपीओ के बाहर एकत्रित हुए और हड़ताल की। डाकघरों की हड़ताल के कारण बहुत परेशानी हुई। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए अध्यक्ष मुन्नाराम जोशी ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार शाखा डाक सेवकों की उपेक्षा करती आ रही है। आज तक कर्मचारियों को छठे वेतनमान का लाभ नहीं मिला। इसलिए कर्मचारी मांग करते हैंं कि डाक सेवकों को सातवें वेतनमान का लाभ दिया जाए और सभी शाखा डाकघरों का विभागीयकरण किया जाए। प्रदर्शनकारियों में सचिव राजाराम पांडे, प्रेम सिंह रावत, आनंद सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में डाक सेवक कर्मचारी मौजूद थे।
एक रैंक एक पेंशन को लेकर आभार रैली निकाली जाएगी
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। पूर्व सैनिकों की एक रैंक एक पेंशन की मांग को वित्तमंत्री पी चिदंबरम के अंतरिम बजट में सैद्धांतिक रूप से मान लिए जाने पर सैनिक कल्याण परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कै. बलवीर सिंह रावत ने इसे ऐतिहासिक निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि मार्च के तीसरे सप्ताह प्रदेश के प्रत्येक जिला मुख्यालयों में एक रैंक एक पेंशन को लेकर आभार रैली निकाली जाएगी। मंगलवार को कांग्रेस भवन में आयोजित प्रेसवार्ता में सैनिक कल्याण परिषद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष कै. (से.नि.) बलवीर सिंह रावत ने कहा कि कांग्रेस सरकार द्वारा लिए गए एक रैंक एक पेंशन के निर्णय से साफ होता है कि कांग्रेस पार्टी सुरक्षा बलों, सैनिक पूर्व सैनिक व अर्द्ध सैनिक बलों के प्रति हमेशा सार्थक दृष्टिकोण अपनाती है। सैनिकों के मान सम्मान व जीवर स्तर को उंचा बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयत्नशील है। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद देश में सुरक्षा बलों के हित व हक में लाभकारी योजनाएं बनी है। उन्होंने कहा कि मार्च माह के तीसरे सप्ताह में देहरादून के पूर्व सैनिकों की रैली तथा प्रदेश में प्रत्येक जिला मुख्यालयों में एक रैंक एक पेंशन के मुद्दे पर आभार रैली निकाली जाएगी। इस अवसर पर मेजर (से.नि.) हरि सिंह चौधरी, ले.क. (से.नि.) एसपी शर्मा, मोहन सिंह रावत, राज बहादुर थापा, दिगम्बर प्रसाद बलूनी, चंद्र मोहन भट्ट, मोहन सिंह रावत, सुदर्शन सिंह, लक्ष्मण सिंह, नारायण सिंह नेगी, बलवीर सिंह पंवार, रमेश थापा, खुशाल सिंह राणा आदि उपस्थित थे।
शिक्षा मित्रों ने डाला परेड़ ग्राउण्ड में डेरा
देहरादून, 18 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। प्रदेश के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजन की मांग को उत्तराखंड शिक्षा मित्र महासंघ ने मुख्यमंत्री से मिले आश्वासन के बाद भी शासनादेश जारी होने तक परेड ग्राउंड में अपना डेरा डाल दिया है, उनका कहना है कि बुधवार को होेने वाली कैबिनेट की बैठक में इस मामले को प्रमुखता के साथ उठाया जायेगा, इसके लिए रणनीति तैयार की जायेगी। यहां महासंघ के बैनर तले परेड ग्राउंड में इकठठा हुए और वहां पर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया, उनका कहना है कि सरकार की ओर से हरसंभव प्रयास किये जाने की आवश्यकता है लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार की कोई कार्यवाही उनकी मांगों पर नहीं की जा रही है। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश के अति दुर्गम व दुर्गम शिक्षक विहीन तथा एकल शिक्षक वाले विद्यालयों में सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों के सापेक्ष लगभग राज्य के सभी राजकीय प्राथमिक विद्यालयों में 3652 स्नातक योग्यताधारी शिक्षा मित्र वर्ष 2001 से शिक्षण कार्य करते हुए आ रहे है। उनका कहना है कि शिक्षा मित्रों पर टीईटी को अनिवार्यता के संबंध मंे स्पष्टीकरण हेतु राअशि परिषद (एनसीटीई) को भेजा गया जिसके जवाब में एनसीटीई ने भी स्पष्ट कर दिया गया है कि 3652 शिक्षा मित्रों की नियुक्ति एनसीटीई की अधिसूचना पूर्व में हुई है उनके लिए टीईटी अनिवार्य नहीं है तथा राज्य सरकार 25 अगस्त 10 से पूर्व नियुक्त ऐसे 3652 स्नातक तथा प्राथमिक शिक्षा में द्विवर्षीय डिप्लोमाधारी या अंतिम वर्ष में प्रशिक्षणरत शिक्षा मित्रों जो अपना द्विवर्षीय डिप्लोमा 31 मार्च 15 तक पूर्ण कर रहे है को सीधे समायोजित कर सकते है, लेकिन सरकार की ओर से इस दिशा में कोई कार्यवाही नहीं हो पा रही है, जिससे रोष बना हुआ है। वक्ताओं ने कहा कि सरकार से वार्ता का दौर जारी है और यदि उनकी मांगों पर कार्यवाही होती है तो सरकार के पक्ष में आभार रैली निकाली जायेगी और सकारात्मक पहल नहीं होती है तो सरकार के खिलाफ विधानसभा कूच किया जायेगा, इसकी रणनीति तैयार की जायेगी। इस दौरान धरने में महासंघ के अध्यक्ष ललित द्विवेदी व महामंत्री रविन्द्र खाली, गुलाब रमोला, महेन्द्र सिंह, संदीप रावत, दीपक जोशी, अंबिका ध्यानी, ईश्वर सिंह, चंदन कुंडरा, पूजा, रश्मि, जितेन्द्र सिंह, पूरन सिंह सहित प्रदेश भर से आये हुए शिक्षा मित्र शामिल थे।
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