मंत्री के पॉली हाउस को केंद्र द्वारा वित्तीय अनुदान को लेकर सदन में विपक्ष का हंगामा
अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए एक ही नाम पर दो अनुदान: भट्ट
देहरादून, 19 फरवरी। बुधवार को भी विपक्षी भाजपा विधायकों ने सदन में पॉली हाउस निर्माण व केंद्र द्वारा पॉली हाउस निर्माण में अनुदान को लेकर विधानसभा में जमकर हंगामा किया। विपक्ष ने सरकार के एक मंत्री पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाते हुए सदन की कार्यवाही नहीं चलने दी, जिसके चलते बुधवार को सदन की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गयी। इसी बीच सरकार ने भोजनावकाश के बाद सदन में कई विभागों का वार्षिक बजट पास कर दिया। इतना ही नहीं सदन में नगर पालिका व नगर निगम संसोधन विधेयक भी रखा गया। विपक्ष के हंगामे के चलते प्रश्नकाल नहीं चल पाया। बुधवार सुबह जैसे ही सदन की कार्यवाही प्रारंभ हुई वैसे ही पॉली हाउस पर नियम 310 में चर्चा की कराने की मांग को लेकर नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट खड़े हो गए। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने इसे नियम 58 में लेने की व्यवस्था दी लेकिन विपक्ष ने इससे इंकार कर दिया। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि तकनीकि मिशन के तहत पॉली हाउस बनाने के लिए सैंकड़ों किसानों को बजट दिया जाना था, अकेले दून में ही चार करोड़ रूपये बांटे गये और इसका फायदा काबिना मंत्री ने अपने परिवार और चहेतों को पहंुचाया, जिसके प्रमाण विपक्ष के पास हैं और यदि यह प्रमाण गलत हैं तो इसे स्पष्ट किया जाये। नेता प्रतिपक्ष अजय भट्ट ने कहा कि यह मामला गंभीर है और इसे नियम 310 में ही सुना जाना चाहिए। जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने व्यवस्था दी कि इस मुद्दे को नियम 58 में लाया जाये लेकिन विपक्ष अपनी मांग पर अड़ा रहा। नेता प्रतिपक्ष ने काबिना मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि काबिना मंत्री अमृता रावत ने अपने परिवार के लोगों को फायदा पहंुचाने के लिए एक ही नाम पर दो बार अनुदान दिया गया है। विपक्ष ने नियम 310 में चर्चा की मंाग को लेकर हंगामा शुरू कर दिया जिस पर विधानसभा अध्यक्ष ने 11.10 पर सदन की कार्यवाही को 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। 12 बजे स्थगन का समय बढ़ा कर 12.20 तक कर दिया गया। इसके बाद जब सदन में फिर से कार्यवाही प्रारंभ हुई तो विपक्ष अपनी मांग पर अड़ गया लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने इसे नियम 58 में सुनने की बात कही जिस पर विपक्ष के विधायक वेल में आ गये और नारेबाजी करने लगे। जिसके बाद विस अध्यक्ष ने कार्यवाही को तीन बजे तक के लिए स्थगित कर दिया। सदन में जहां एक तरफ विपक्ष का हंगामा होता रहा वहीं दूसरी ओर सदन की कार्यवाही को जारी रखते हुए संसदीय कार्यमंत्री ने केन्द्रीय विद्युत अधिनियम, 2003 की धारा 104(4) के अंतर्गत उत्तराखण्ड विद्युत नियामक आयोग के वर्ष 2012-13 का वार्षिक लेखा विवरण को सदन के पटल पर रखा। वहीं नेता प्रतिपक्ष ने सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि काबिना मंत्री द्वारा अपने विभाग का दुरूपयोग किया जाना इस प्रदेश के लिए दुर्भाग्य की बात है। यह भ्रष्टाचार की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि काबिना मंत्री द्वारा अपने परिवार को लाभ पहंुचाने के लिए तीन-तीन बार अनुदान दिया जाना भ्रष्टाचार ही है। उन्होंने कहा कि यदि विपक्ष द्वारा किसी मंत्री पर गलत आरोप लगाया गया है तो यह नहीं होना चाहिए लेकिन उनके पास आरटीआई से मिली जानकारी भी है। उन्होंने कहा कि सुयश पुत्र सतपाल और सतपाल सिंह पुत्र हंसराम कौन हैं यह स्पष्ट होना चाहिए क्योंकि इन दोनों के आवेदन पत्रों में से उनके फोटो ही हटा दिये गये हैं। बिल पेमेंट पर भी न तो उनकी फोटो है और न ही पॉलीहाउस की। यह कूट रचना है और साक्ष्यों को मिटाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि अधिकांश पॉली हाउसों में अनियमितता पायी गयी हैं। उन्होंने इस घोटाले की सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। वहीं विधानसभा में हंगामे के बीच लगभग 11 विभागों के बजट को मंजूरी दे दी गई।
राहुल की रैली: महानगर ईकाई भंग होने से भीड़ जुटाना चुनौती, चंद वार्डो में ही सिमटी रैली की तैयारियां
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। लोकसभा व पंचायत चुनाव से पूर्व कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधी की रैली को लेकर कांग्रेसियों ने तैयारियां तो तेज कर दी हैं। लेकिन इन तैयारियों में वैसा उत्साह कहीं नजर नहीं आ रहा है जिससे रैली में लाखों की भीड़ जुटाई जा सके। चर्चा यहां तक है कि अंर्तकलह से जुझ रही प्रदेश कांग्रेस की गुटबाजी राहुल के सामने आ सकती है। लोकसभा व पंचायत चुनाव में कांग्रेस को जीत दिलाने के उद्देश्य व नेतृत्व परिवर्तन के बाद कार्यककर्ताओं में जोश का संचार करने के लिए 22 फरवरी को कांग्रेस राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गंाधी की रैली दून में प्रस्तावित है। इस रैली को लेकर कांग्रेस में ब्लाक स्तर से लेकर प्रदेश इकाई तक में बैठकों का दौर शुरू हो गया है। राहुल की रैली में लाखों की भीड़ जुटाने के उद्देश्य से संगठन ने पूरी ताकत भले ही अभी न लगाई हो किन्तु विभिन्न स्तरों से की जा रही बैठकों से यह संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि राहुल की रैली में ज्यादा से ज्यादा भीड जुटाई जाएगी। लेकिन इस रैली को लेकर वैसा उत्साह फिल्हाल प्रदेश में नहीं देखा जा रहा है। जैसी उम्मीद की जा रही थी। इसका प्रमुख कारण जहां सूबे में हुआ नेतृत्व परिवर्तन है वहीं संगठन की स्थिति भी स्पष्ट न होने के कारण अभी भी कार्यकर्ता असंमजस की स्थिति मेें है। जबकि नेतृत्व परिवर्तन से पूर्व विजय बहुगुणा द्वारा कार्यकर्ताओं को बांटे गए दायित्वों को लेकर भी अभी स्थिति साफ नहीं हुई है। जबकि मत्रियों को विभागों का बंटवारा न होने के चलते उपजे असंतोष व नाराजगी की स्थिति से भी अंर्तकलह गहरा गया लगता है। भले ही पार्टी हाईकमान ने लोकसभा चुनाव तक यशपाल आर्य को पद पर बने रहने के निर्देश दिए हों किन्तु लम्बे समय से भंग पड़ी देहरादून की कांग्रेस महानगर ईकाई कोढ में खाज का काम कर रही है। महानगर ईकाई निष्क्रिय होने से वार्डो में राहुल की रैली को लेकर कोई उत्साह या बैठकें आयोजित नहीं की जा रही हैं। वहीं इस रैली की तुलना भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रैली से होने के चलते कांगेस पदाधिकारियों को इसमें भीड जुटानी ही होगी। दून के परेड मैदान में हुई नरेन्द्र मोदी की रैली इसमें आई भीड को लेकर काफी चर्चाओं में रही थी हालांकि इसके लिये भाजपाईयों ने महीनों तक बडे संगठित तरीके से तैयारियां की थी। हाल-फिल्हाल वैसी तैयारियां कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल की रैली को लेकर नहीं दिखाई दे रही हैं।
भाजपा कांग्रेस सरकार को अस्थिर करना चाहती है: कांग्रेस
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। बुधवार को यहां कांग्रेस भवन में एक पत्रकार वार्ता में संयुक्त रूप से बोलते हुए प्रदेश कांग्रेस महामंत्री विजय सारस्वत और प्रदेश प्रवक्ता धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि भाजपा द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव कांग्रेस सरकार को अस्थिर करने का षडयंत्र था, कांग्रेस के बढ़ते प्रभाव को देखकर भाजपा नेता बौखला गए हैं। बुधवार को यहां यहां कांग्रेस भवन में एक पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस महामंत्री विजय सारस्वत और प्रदेश प्रवक्ता धीरेन्द्र प्रताप ने कहा कि प्रदेश भाजपा कांग्रेस सरकार को अस्थिर करना चाहती है उसके द्वारा लाये गए अविश्वास प्रस्ताव से उसकी पोल खुल गई है उन्होंने कहा कि महिला सशक्तिकरण मंत्री अमृता रावत के खिलाफ भाजपा द्वारा लगाए गए आरोप भाजपा की घटिया मानसिकता के प्रतीक हैं भाजपा को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत द्वारा तथा प्रदेश अध्यक्ष आर्य यशपाल आर्य द्वारा संगठन और जनता के हित में जो फैसले लिए जा रहे हैं उनसे भाजपा को लकवा मार गया है उन्होंने केन्द्र सरकार के बन रहे वन रैंक वन पेंशन के निर्णय का स्वागत करते हुए कहा कि इससे राज्य के सेवानिवृत सैनिकों को भारी राहत मिलेगी। हरीश रावत द्वारा नौजवानों को रोजगार और स्वास्थ्य बीमा जैसी योजनाओं को जनहितकारी बताते हुए कहा कि सरकार के कामों से भाजपाई नेता परेशान है। विभागों के बंटवारे को लेकर उन्होंने कहा कि विधानसभा सत्र के बाद संतुलित तौर तरीकें से विभागों का बंटवारा किया जाएगा। उन्होेंने कहा कि राहुल गांधी की रैली में सीमा से सटे धारचूला से लेकर पूरे प्रदेश से बड़ी तादात में लोग भाग लेंगे। इस रैली को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ता भारी उत्साहित हैैं राहुल गांध्ी की यह रैली अभूतपूर्व होगी।
सीएम ने सुनी लोगों की समस्याएं
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। बुधवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बीजापुर स्थित आवास पर उनसे मिलने आये लोगों से मुलाकात की। मुख्यमंत्री रावत ने एक-एक फरियादी से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं और अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने लोगों से मिलकर बिजली, पानी, सड़क आदि से जुड़ी उनकी आधारभूत मांगों का तत्परता से निराकरण करने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार जनता की है और जनता की हर तकलीफ को दूर करना राज्य सरकार का परम दायित्व है। मुख्यमंत्री बनने के बाद वे स्वयं रोज भारी तादाद में आने वालों से मिल रहे हैं और उनकी शिकायतों को सुन कर समस्याओं के निस्तारण का हर सम्भव प्रयास कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि रोज जिस तरह से लोग उनसे मिलने आ रहे हैं उससे जाहिर है कि जनता की मुख्यमंत्री और सरकार से काफी अपेक्षाएं हैं। लोग आशान्वित हैं कि उनकी समस्याओं का निदान होगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को भी निर्देशित किया कि वे जनता के प्रति और अधिक संवेदनशील होकर उनकी समस्याएं नियमित रूप से सुनें और दूर करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वे स्वयं अपने व्यस्ततम कार्यक्रम में से समय निकालकर जनता से मिलते रहेंगे।
खाली पड़ी जमीने भू-माफिया के निशाने पर
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। राजधानी में खाली पड़ी सरकारी व निजि जमीने भू-माफिया के लिए वरदान साबित हो रही हैं। पिछले 12 वर्षो के दौरान इन जमीनों पर न केवल कब्जे कर लिए गए। बल्कि इन जमीनों को कई-कई लोगों को बेचकर धोखाधड़ी भी की गयी है। किन्तु भू-माफिया पर शिकंजा कसने के लिए जिम्मेदार विभाग एमडीडीए, नगर निगम व पुलिस प्रशासन धृतराष्ट्र की भूमिका निभाते नजर आ रहे हैं। जिसका नतीजा यह निकला की भू-माफिया के हौसले दिन प्रतिदिन बढते ही चले गए। किन्तु उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की जा सकी। पूर्व डीजीपी सत्यव्रत बंसल ने पद संभालते ही ऐलान किया था कि संगठित गिरोह के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। जिसमें भू-माफिया भी शामिल है। लेकिन उनके दावे हवा-हवाई ही साबित हुए। एक साल तक वे सिर्फ यही राग अलापते रहे कि उन्होंने भू-माफिया को चिन्हित कर उनकी एक सूची बना ली है लेकिन वह सेवानिवृत्त भी हो गये लेकिन किसी भू-माफिया के खिलाफ कोई कार्यवाही नजर नहीं आई। सत्यव्रत बंसल की सेवानिवृत्ति केे बाद बीएस सिद्धू ने नए डीजीपी के रूप में कमान संभालते ही जिस तरह के तेवर दिखाए थे। उससे यह उम्मीद की जा रही थी कि वे भू-माफियाओं पर शिकंजा कसने के लिए कोई मुहिम चलाएगें। यहां तक की नेतृत्व परिवर्तन के बाद मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भी इस बात का ऐलान किया था कि वे भू-माफियाओं पर कार्यवाही के लिए एक नीति बनाएगें। किन्तु आज तक किसी के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हुई है जिससे यह सवाल उठ रहा है कि आखिर भू-माफियाओं को किसकी शह मिली हुई है। जिसके चलते राजधानी में खाली पड़ी सरकारी व निजि जमीने भू-माफिया के निशाने पर आ गई हैं।
केदारनाथ यात्रा शुरू करने से पहले हाइवे को दुरूस्त करना बड़ी चुनौती
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। गत वर्ष 16 व 17 जून को आई भीषण आपदा से ध्वस्त हुई केदारनाथ यात्रा को फिर से शुरू करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। सबसे पहले और मुख्य चुनौती रुद्रप्रयाग से गौरीकुण्ड तक हाइवे को दुरूस्त करना है, क्योंकि आपदा को आठ माह का समय गुजर चुका है और अभी तक यात्रा का अंतिम पड़ाव गौरीकुण्ड सड़क मार्ग से नहीं जुड़ पाया है। ऐसे में सरकार के यात्रा को शुरू करने के दावे फिलहाल हवा-हवाई दिख रहे हैं। सदियों से शांति और सुकून के साथ चली आ रही विश्व प्रसिद्व तीर्थ धाम भगवान केदारनाथ की यात्रा के लिए वर्ष 2013 सबसे आभागा साल रहा। 16 व 17 जून को आई भीषण आपदा ने केदारनाथ यात्रा को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया। इसके बाद हालांकि प्रदेश सरकार ने ने आनन-फानन में ग्यारह सितम्बर को किसी तरह यात्रा शुरू तो करवाई, लेकिन मुश्किलें अब आगामी यात्रा को लेकर हैं। क्योंकि सबसे बड़ी चुनौती यात्रा मार्ग रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड हाइवे को दुरूस्त करना है, क्योंकि अभी तक मार्ग बदहाल हालत में है। वहीं आपदा के आठ माह गुजर जाने के बाद भी यात्रा का अंतिम पड़ाव गौरीकुण्ड सड़क से नहीं जुड़ पाया है। सीमा सड़क संगठन इन आठ माह में गौरीकुण्ड से लगभग दो किमी पीछे तक ही मार्ग को ठीक कर पाया है। 75 किमी यह मार्ग अभी तक 73 किमी ही दुरूस्त हो पाया है, जिसकी हालत सुगम यात्रा के लायक नहीं है। वहीं देखा जाए तो हाइवे निर्माण में विलम्ब के लिए सरकार खुद दोषी है। क्योंकि बीच में मार्ग को लोनिवि खण्ड हस्तातंरण करने का फैसला लिया गया, जिसके बाद बीआरओ ने भी मार्ग निर्माण को लेकर ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा है। इसी वजह से गौरीकुण्ड अभी तक भी सड़क से नहीं जुड़ पाया है। अब मुश्किल यह है कि यात्रा शुरू होने में लगभग दो माह का समय शेष है और इस बीच बीआरओ को गौरीकुण्ड तक सड़क को दुरूस्त करने के साथ ही कई जगहों पर डेंजर जोनों को ठीक करना हैं। अभी तक बीआरओ को आपदा मद में 12 करोड़ों रूपए ही मिल पाए हैं, जबकि लगभग चालीस करोड़ और धनराशि की आवश्यकता है। इनत माम चुनौतियों को देखते हुए भी सरकार लगातार दावे कर रही है कि केदारनाथ यात्रा को फिर से व्यवस्थित ढंग से शुरू किया जाएगा, लेकिन जमीनी हकीकत को देखकर यह कह पाना मुश्किल है कि यात्रा शुरू हो पाएगा। ऐसे में यह कहना गलत नहीं हो गया कि सरकार के दावे फिलहाल हवा-हवाई ही दिख रहे हैं।
यातायात व्यवस्था के लिए मुसीबत बना सिरोबगड़ स्लाडिंग जोन
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। हर वर्ष रुद्रप्रयाग व चमोली जिले की यातायात व्यवस्था के लिए चुनौती साबित होने वाले सिरोबगड़ स्लाडिंग जोन को लेकर जिला प्रशासन गंभीर हो गया है। स्लाडिंग जोन के स्थाई समाधान के लिए जिलाधिकारी डा. राघव लंगर मुख्य सचिव से मिलेंगे। इसके साथ ही वह सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों से भी वार्ता करेंगे। विदित हो कि ़़ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाइवे पर जिला मुख्यालय से लगभग बीस किमी दूर सिरोबगड़ पहाड़ी हर वर्ष नासुर बना रहता है। पिछले कई वर्षों से यह स्लाडिंग जोन रुद्रप्रयाग व चमोली जिले की यातायात व्यवस्था को बुरी तरह प्रभावित करता आ रहा है। हल्की बारिश होने के साथ ही इस पहाड़ी से भूस्खलन शुरू हो जाता है, जिसके बाद कई दिनों तक यातायात व्यवस्था बाधित हो जाती है। पिछले पांच वर्षों के भीतर देखें तो ऐसा कोई भी साल नहीं रहा, जबकि सिरोबगड़ पहाड़ ने यातायात व्यवस्था को प्रभावित न किया हो। कई बार तो हफ्तों तक यह स्लाडिंग जोन लगातार सक्रिय बना रहा है, जिससे रुद्रप्रयाग व चमोली जिले की यातायात व्यवस्था पूरी तरह पटरी से उतर जाती है। अब फिर से यह स्लाडिंग जोन सक्रिय होने लगा है। कुछ दिन पूर्व ही जिले में बारिश के बाद सिरोबगड़ पहाड़ से भूस्खलन शुरू हो गया था। हालांकि अभी फिलहाल यातायात व्यवस्था ज्यादा बाधित तो नहीं हुई है, लेकिन आगामी बरसात के लिए फिर से मुसीबत का सबब बन सकता है। ऐसे में जिला प्रशासन अभी से इस मसले को लेकर गंभीरता बरतने लगा है। खुद जिलाधिकारी डा. राघव लंगर सिरोबगड़ स्लाडिंग जोन को गंभीर चुनौती समझते हैं, ऐसे में वह बरसात से पूर्व ही इस जोन के स्थाई समाधान का हल निकालने में लगे गए है। जिलाधिकारी बुधवार को इस मसले पर मुख्य सचिव से वार्ता करेंगें। साथ ही वह सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों से भी मिलेंगे तथा सिरोबगड़ स्लाडिंग जोन के स्थाई समाधान तथा रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड हाइवे को दुरूस्त करने को लेकर भी चर्चा करेंगे। जिलाधिकारी डा. राघव लंगर ने बताया कि आगामी बरसात का सीजन तथा केदारनाथ यात्रा को देखते हुए सिरोबगड़ समस्या और रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड राजमार्ग की स्थिति को लेकर मुख्य सचिव एवं बीआरओ के अधिकारियों से वार्ता की जाएगी। ताकि मार्ग को जल्द से जल्द सुगम तथा सुरक्षित बनाया जा सके।
हाइवे मार्ग हुआ क्षतिग्रस्त, बदहाल सड़कें बनी मुसीबत
हरिद्वार/देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। धर्मनगरी में कावड़ियों की आमद शुरू लेकिन हाईवे की सड़कें बदहाल हो रही है। जगह-जगह हाइवे मार्ग क्षतिग्रस्त होने के कारण यातायात प्रभावित हो रहा है। जबकि महाशिवरात्रि के आगमन पर धर्मनगरी में कावंड़ियों की भीड़ जुटने के आसार नजर आने लगे हैं। कावड़ियों के जत्थे धर्मनगरी में पहुंचने शुरू हो चुके हैं। लेकिन हाइवे मार्ग पर बड़े-बड़े पत्थर, गड्ढे उनके स्वागत के लिये तैयार है। जगह-जगह से सड़कें टूटी फूटी पड़ी हुई है। कई बार वाहन दुर्घटनाग्रस्त होने की संभावनायें बनी रहती है। मार्ग के क्षतिग्रस्त होने के कारण हाइवे बाधित होता है। ट्रैफिक कंट्रोल कर रहे यातायात पुलिस कर्मियों को भी अच्छी खासी कसरत करनी पड़ती है। आये दिन धर्मनगरी में स्नान पर्व धार्मिक आयोजन होते रहते हैं लेकिन सरकार का ध्यान सड़कों की ओर नहीं पहुंच पा रहा है। बार-बार विपक्ष में बैठी भाजपा भी कई बार क्षतिग्रस्त मार्गो को दुरूस्त करने की आवाज उठा चुके हैं। लेकिन मात्र यह सिलसिला ज्ञापन तक ही जारी रहता है। विभागों के आपसी तालमेल न होना नागरिकों के लिये मुसीबत बन चुका है। चण्डीघाट चौक, शंकराचार्य चौक, प्रेमनगर आश्रम चौक, सिंह द्वार चौक आदि क्षेत्रों की हाइवे मार्ग क्षतिग्रस्त हो रही हैं बड़े-बड़े पत्थर मार्ग पर पड़े हुए हैं। लेकिन विभागों की उदासीनता के चलते सड़क निर्माण नहीं हो पा रहा है। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री का दौरा भी इन्हीं सड़कों पर हुआ लेकिन मार्ग जस के तस पड़े हुए हैं। बार-बार सामाजिक संस्थाओं, राजनैतिक दलों द्वारा धरने प्रदर्शन कर मार्गो को दुरूस्त करने की मांग उठाई जाती है। लेकिन मार्ग के निर्माण कार्य अध्र में लटके हुए हैं। कई बार सड़कों के कारण दुर्घटनायें हो चुकी है। स्थानीय लोगों का कहना है विधयकों का भी ध्यान समस्याओं की ओर नहीं हो पा रहा है। सड़कों के किनारे टूट चुके हैं बड़े-बड़े गड्ढे वाहनों के लिये मुसीबत बन चुके हैं। वहीं क्षेत्रा की सड़कें भी बदहाल हो चुकी हैं। बरसात होने पर सड़कों पर जल भराव के नजारे आम दिखाई पड़ते हैं।
राजाजी नेशनल पार्क की चीला रेंज पर्यटकों के लिए खुली
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। बुधवार से पर्यटकों के लिए राजाजी नेशनल पार्क की चीला रेंज खोल दी गई है। रेंजर डीपी उनियाल ने बताया कि ट्रैक अब दुरुस्त कर दिया गया है। बुधवार की सुबह 250 और शाम की शिफ्ट में 250 देहरादून के एक निजी स्कूल के बच्चों ने पार्क का दीदार किया। इससे पहले राजाजी पार्क सैलानियों के लिए 15 नंवबर को खोल दिया गया था। दो हजार से अधिक लोगों ने पार्क के जानवरों का दीदार करने के लिए सफारी का मजा लिया था। जिससे पार्क प्रशासन को लाखों रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। पार्क में हाथी, चीतल, हिरण, भालू, गुलदार आदि के साथ प्रकृति के अनुपम दृश्यों के गवाह बनने के चाह में देश-विदेश से बड़ी संख्या में सैलानी हरिद्वार से सटे 14829.8 हेक्टेयर में फैले चीला वन रेंज में पहुंचते हैं। रेंजर डीपी उनियाल ने बताया कि मौसम अच्छा होने से सैलानियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि एक महीने में दो हजार एक चौहत्तर भारतीय और एक सौ चौरासी विदेश सैलानियों समेत कुल दो हजार तीन सौ अट्ठावन सैलानी वन सफारी का मजा ले चुके हैं। जिससे चीला वन रेंज से पार्क प्रशासन को एक महीने में पांच लाख बत्तीस हजार आठ सौ पांच रुपए का राजस्व प्राप्त हो चुका है। श्यामपुर क्षेत्र के रसियावड़ वन रेंज में 148 हेक्टेयर में फैली झीलमिल झील सरकार और वन विभाग की उदासीनता का दंश झेल रही है। सैलानियों के अभाव में झील सूनी पड़ी हुई है।
हाथी दांत समेत तीन दबोचे
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। दून पुलिस ने हाथी दांत समेत हाथी दाँत का सौदा करने दून आये तीन तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। बुधवार को अपने कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए दून के पुलिस कप्तान अजय रौतेला ने बताया कि पुलिस को काफी दिनों से सूचनायें मिल रही थी की कुछ तस्करों द्वारा हाथी दांत को बेचने का प्रयास किया जा रहा है और वह मंगलवार को सौदा करने दून आ रहे हैं। इस सूचना के तहत पुलिस अधिकारियों ने थानाध्यक्ष बंसत विहार प्रदीप चौहान के नेतृत्व में एक पुलिस टीम का गठन कर तस्करों की गिरफ्तारी के लिए निर्देशित किया। उन्होंने बताया कि बीते रोज सूचना मिलने पर पुलिस ने जी.एम.एस. रोड से तीन संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर तलाशी ली। पुलिस ने इनके कब्जे से थैले में रखा हाथी दांत बरामद हुआ जिसका वजन लगभग ढाई किलो और जिसकी अनुमानित कीमत तीन लाख रुपये है। थाने लाकर जब इन लोगों से पूछताछ की गई तो उन दोनों अपना नाम सचिव कुमार उर्फ अन्जू (36)पुत्र रंजित सिंह निवासी ठाकुर बस्ती दिल्ली, रामप्रसाद 39 पुत्र श्याम सुन्दर यादव निवासी रेलवे स्टेशन फैजाबाद, रविकुमार 25 पुत्र स्व. ऋषिपाल सिंह निवासी लक्ष्मण झूला पौड़ी गढ़वाल बताया। इन लोगों ने बताया कि ये इस हाथी दांत को ऋषिकेश और हरिद्वार में बेचने का प्रयास कर रहे थे पर जब सही दाम नहीं मिले तो वह लोग इसे बेचने के लिए दून आ गये लेकिन डील होने से पहले पकड़े गये। तस्करों को पकड़ने वाली पुलिस टीम में उपनिरीक्षक धनराज बिष्ट, उपनिरीक्षक सतेंद्र सिंह, हेडकांस्टेबल डालेन्द्र सिंह, व कांस्टेबल अनुज कुमार व उमेश गिरी शामिल थे।
हड़ताल से डाक सेवा पटरी से उतरी
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। ग्रामीण क्षेत्रों की डाक व्यवस्था अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ की अनिश्चितकालीन हड़ताल से पटरी से उतर गई है। ग्रामीण क्षेत्रों में डाक नहीं बंटने से लोगों से की जरूरी पत्र नहीं पहुंच पा रहे हैं। जबकि डाक सेवकों ने मांग पूरी होने के बाद ही हड़ताल समाप्त करने का निर्णय लिया है। बुधवार को प्रमुख डाकघर (जीपीओ) में अखिल भारतीय ग्रामीण डाक सेवक संघ के बैनर तले डाक सेवकों ने धरना प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए संघ अध्यक्ष मुन्नाराम जोशी ने कहा कि कई बार अधिकारियों के साथ ही सरकार से नियमितिकरण करने सहित अन्य मांग कर चुके हैं, लेकिन हर बार कोरे आश्वासन दिए जाते हैं। इसलिए इस बार आर पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। जबतक सातवें वेतन आयोग का लाभ, नियमितिकरण, पोस्टमैन की सीधी भर्ती पर रोक नहीं लगेगी डाक सेवकों का अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि हड़ताल से लोगों को जो परेशानी है उसके लिए खेद है। लेकिन मांग स्वीकार होने तक हड़ताल जारी रहेगी। प्रदर्शनकारियों में कार्यकारी अध्यक्ष सुभाष पंवार, विजेंद्र सिंह सोलंकी, साधुराम, हीरा वलम, राजपाल सिंह तोमर, स्वरूप सिंह, प्रेम सिंह रावत, अनिल कुमार सहित बड़ी संख्या में डाक सेवक मौजूद थे।
लोकसभा चुनाव में सीएम के साथ राज्य आंदोलनकारी
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। मुख्यमंत्री हरीश रावत के उचित कार्यवाही के आश्वासन पर उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी मंच ने आभार जताया है। मंच ने ऐलान किया है कि आंदोलनकारी मुख्यमंत्री हरीश रावत के साथ हैं और लोभचुनाव में सरकार के पक्ष में मदतान और प्रचार करेंगे। बुधवार को उत्तराखंड राज्य निर्माण सेनानी ने बैठक शहीद स्मारक में की। बैठक की अध्यक्षता करते हुए केंद्रीय उपाध्यक्ष विनोद असवाल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आंदोलनकारियों की तीन मांगों सभी आंदोलनकारियों को एक समान पेंशन, राज्य निर्माण सेनानी का दर्जा और सरकारी नौकरी में दस प्रतिशत आरक्षण पर उचित कार्यवाही का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री हरीश रावत से आंदोलनकारियों में उम्मीदें जगी हैं। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में सरकार के साथ है और प्रचार के साथ ही पक्ष में मतदान भी करेंगे। बैठक में केंद्रीय अध्यक्ष नंदा बल्लभ पांडे, केंद्रीय उपाध्यक्ष कमला भट्ट, प्रेम सिंह नेगी, पुष्पा रावत, सुशील चंदोला, वीणा भट्ट, सतंेद्र नौगांई, वीर सिंह रावत, सुनील जुयाल, सुलोचना मैनदवाल, आरके शर्मा, आलोक कुमार, राम प्रसाद डोभाल सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
आप का भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान जारी
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। आम आदमी पार्टी ‘आप’ ने बुधवार को भ्रष्टाचार का जड़ से सफाए के लिए बल्लीवाला चौक से गोविंद गढ़ तक झाडू यात्रा निकाली। पार्टी कार्यकर्ताओं ने हाथों में झाडू लेकर लोगों से भ्रष्टाचार की लड़ाई में एकजुट होने की अपील की। साथ ही अधिक से अधिक संख्या में पार्टी से जुड़ने की अपील की। बुधवार को आम आदमी पार्टी कार्यकर्ता बल्लीवाला चौक पर एकत्रित हुए। यहां से कार्यकर्ता भ्रष्टाचार को मिटाना है देश को बचाना है जैसे नारों के साथ झाडू यात्रा निकाली। झाडू यात्रा बल्लीवाला से शुरु हुई और कांवली रोड होते हुए गोविंदगढ़ में समाप्त हुई। पार्टी जिला संयोजक संजय भट्ट ने कहा कि भ्रष्टाचार ने देश के विकास की गति को थाम दिया है। स्कूल में एडमिशन दिलाने से लेकर नौकरी लगाने, ट्रांसफर आदि कार्य में भ्रष्टाचार चरम पर है। इस भ्रष्टाचार को जड़ से मिटाने के लिए आप का पूरे देश में झाडू यात्रा चला रही है। उन्होंने कहा कि झाडू यात्रा का उद्देश्य भ्रष्टाचार को मिटाने और सुशासन को स्थापित करना है। सब आम लोगों को इसमें सहयोग करना होगा। उन्होंने लोगों से पार्टी से जुड़ने से अपील की है। झाडू यात्रा में रणबीर चौधरी, संजय भट्ट, सुनीता सिंह, विशाल चौधरी, कमल देवराड़ी, समीर मुंडेपी, सुनील दत्त काला, मधुसूदन सुंदरियाल, राजेश बहुगुणा, सुरेश नेगी, तारा चंद्र गुप्ता, यशवीर आर्य, आर्यन कोठियाल, आरिफ हुसैन सहित बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे।
सहातार्थ तपोवन मंे खुला हंस कलचर सेंन्टर
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। हंस फाउन्डेशन संस्था द्वारा गरीब छात्रों व निर्धन व्यक्तियों की सहायतार्थ तपोवन स्थित हंस कल्चर सेन्टर के कार्यालय का उदघाटन हंस सस्था के संस्थापक भोले महाराज व माता मंगला तथा टिहरी के विधायक दिनेश धनै ने संयुक्त रूप से फीता काटकर किया। इस अवसर पर भोले महाराज व मंगला माता ने सात लाभार्थियों को 12 लाख रू. के चैक भी वितरित किये। मंगला माता ने चैक वितरण करने के उपरान्त उपस्थिति को सम्बोधित करते हुए कहा कि उनकी संस्था द्वारा 23 राज्यों मे शिक्षा ,चिकित्सा, व बेरोजगारीके क्षेत्र मे कार्य किया जा रहा है जिसके दौरान देश में 27 करोड़ 60 लाख लोगों को सहायता उपलब्ध कराई जा चुकी है। उन्हांेने कहा कि आज विदेश के 28 गरीब छात्रों को जहां सहायतादी जारही है वहीं विधवा, विकलांग, लोगों के लिए भी पेंशन की स्वीकृति संस्था कीओर से दी गई है । उनका कहना था कि आज हमें लोगों को दया का पात्र बनाये जाने की नहीं बल्कि उनके अन्दर अच्छी सोच उत्पन्न किये जाने कीआवश्यकता है। जिससे वह आत्मनिर्भर बनकर अपनी आजीविका चला सकें। भोले महाराज ने कहा कि इस प्रकार की सहायता का रथ हमेशा निर्बाद गति से चलता रहे इसके लिए संस्था ने हंस फाउन्डेशन संस्था का गठन किया है जो कि पिछले कई दशकों से इस कार्य मे लगी है । उन्हांेने कहा कि पिछले दिनों गढ़वाल मंे आई प्राकृतिक आपदा के दौरान उन्हांेने आपदा से लोगों को उबारने के लिए 100 करोड़ की येाजना स्वीकृत की है परन्तु अभी सड़के न होने के कारण उन योजनाओं पर कार्य नहीं हुआ है जिसे शीघ्र प्रारम्भ किया जायेगा । उनका कहना था कि सतपुली में प्रतिमाह 28 लाख रू. की दवाईयों का वितरण किया जा रहा है । इतना ही नहीं वहां गरीबों व असाहय लोगों को प्रतिमाह पेंशन भी दी जा रही है। उनका कहना था कि इस महान कार्य को जनता के सहयोग से ही किया जा रहा है । इस अवसरपर टिहरी के विधायक दिनेश धनै ने कहा कि हंस फाउन्डेशन संस्था की ओर से जो छात्रों के छात्रवृत्ति देकर प्रोत्साहित किया जा रहा है वह एक सराहनीय कार्य है । जिसका लाभ सही लोगों को मिल सके इसकी चिन्ता भी करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार सभी लोगों तक लाभ पहुंचाने में असमर्थ है परन्तु इस प्रकार की संस्थाएं उन्ही लोगों को सहायता देती है जिन्हे उस लाभ की आवश्यकता है। इस मौके पर वीके त्यागी, परमेन्दर सिंह बिष्ट दिल्ली के विधायक बलराज सिंह तंवर, मुनिकीरेती पंचायत अध्यक्ष शिवमूर्ति कण्डवाल, पूर्व अध्यक्ष मनेाज द्विवेदी, चंन्दन सिंह भण्डारी, जगमोहन भण्डारी, रतन सिंह पंवार, प्रदीप राणा, गोबिन्द सिंह, नवीन चन्द्रा, सहित काफी संख्या में लाभार्थी उपस्थित थे।
गंगा का सामीप्य देता है आंतरिक शान्ति: सतपाल महाराज
देहरादून, 19 फरवरी (राजेन्द्र जोशी)। बुधवार को अपरान्ह्काल पेरू देश के कुस्को महानगर के मेयर लुईस फ्लोरेज गैर्सिया परमार्थ निकेतन पहुँचे। पौड़ी सांसद सतपाल महाराज के साथ परमार्थ निकेतन आकर उन्होंने आश्रमाध्यक्ष एवं गंगा एक्शन परिवार के प्रणेता स्वामी चिदानन्द सरस्वती से भेंट की तथा पर्यावरण संरक्षण के विविध मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। उन्होंने परमार्थ गंगा तट पर गंगा आरती में भी भाग लिया।
पेरू के महापौर लुईस फ्लोरेज गैर्सिया पौड़ी सांसद सतपाल महाराज के साथ आज ऋषिकेश पहुँचे और परमार्थ निकेतन की गंगा आरती में भाग लिया। उन्होंने गंगा की महत्ता और हिमालय की पवित्रता व संरक्षकत्व आदि के बारे में भी बातचीत की। स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने मेयर को पेरू में प्राकृतिक खेती के विस्तार के बारे में भी कई सुझाव दिये। स्वामी जी ने पेरू की मुख्य फसल की नुआ का विस्तार भारत के खेतों, विशेषकर उत्तराखण्ड के विभिन्न जिलों में कराने की सम्भावनाआंे पर भी बातचीत की। उल्लेखनीय है कि कीनुआ दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप में पैदा होने वाला प्रोटीन-युक्त विशेष फसल है। हाई-प्रोटीन-युक्त होने के कारण इसमें पोषक तत्वों की मात्रा बहुत अधिक होती है। यह खाद्य पदार्थ हल्का तथा सुपाच्य होता है। कम मात्रा में प्रयुक्त करने पर भी यह अधिक पोषण देता है। बहुत पहले यह दक्षिण अमेरिका से भारत में आयात किया जाता था, किन्तु जैविक खेती पर कार्य करने वाली लखनऊ (उ0प्र0) की संस्था ‘आर्गेनिक इण्डिया’ ने इसे भारत में उगाने पर निरन्तर शोध किया तथा इसका उत्पादन भारत में कराने मंे सफलता पाई। वर्तमान में स्वामी चिदानन्द सरस्वती की पहल पर आर्गेनिक इण्डिया के रतन भारती के निर्देशन में इस फसल को परमार्थ गुरुकुल वीरपुर में तैयार किया जा रहा है। यहाँ सफलता मिलने पर इसे भारत में, विशेष रूप से उत्तराखण्ड े विभिन्न जिलों में, फैलाया जायेगा। इस मौके पर मेयर ने कहा कि पवित्र गंगा के किनारे आकर मैं बड़े आनन्द और शान्ति का अनुभव कर रहा हूँ। कुस्को और उत्तराखण्ड दोनों ही पर्यटन की दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण हैं। महापौर ने पर्यटन की इस सम्पदा का लाभ पारस्परिक सहयोग से उठाने की अपील उत्तराखण्ड सरकार से की। उन्होंने स्वामी को कुस्को आने का निमंत्रण भी दया। सांसद सतपाल महाराज ने कहा कि स्वर्ग से नीचे आई गंगा से मिलने दुनिया यहाँ आती है। गंगा किसी के साथ भी भेदभाव नहीं करती। गंगा ने सभी को एक रहना सिखाया है। महात्मा गाँधी के देश भारत में सभी भेदभावों से ऊपर उठकर आज मिल-जुलकर राष्ट्र को समुन्नत और समृद्ध बनाने की जरूरत है।
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