उत्तराखंड की विस्तृत खबर (27 फ़रवरी ) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 27 फ़रवरी 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (27 फ़रवरी )

केदारनाथ आपदा प्रभावितों को मुख्यमंत्री ने दिया मदद का भरोसा 

uttrakhand news
देहरादून, 27 फरवरी, (निस)। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चारधाम यात्रा से पूर्व आपदा पीडि़तो को पूरी मदद का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि जिसका जो भी नुकसान हुआ है, उसके लिये सरकार हर संभव मदद करेगी। उन्होंने कहा कि मदद का सिलसिला आगे भी जारी रहेगा, उनका पूरा प्रयास है कि इस क्षेत्र के व्यवसायी व तीर्थ पुरोहित समाज पूर्व की भांति अपने व्यवसाय को अपनायें तथा तीर्थ यात्रियों के सहयोग में सहभागी बने। मुख्यमंत्री रावत से सचिवालय में तीर्थ पुरोहित समाज एवं संयुक्त व्यापार संघ श्री केदारनाथ के प्रतिनिधिमण्डल ने भेंट की। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि सरकार आपदा प्रभावितों की मदद के लिए पूरी संजीदगी एवं तत्परता से खड़ी है। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित समाज के हित में सरकार ठोस कार्ययोजना बनाकर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि इसके लिए तय किया गया है कि तीर्थ पुरोहित एवं व्यापारियों को हुए नुकसान को श्रेणीवार बांटा गया है, जिसमें 10 से 20 लाख रुपये तथा 20 से 10 लाख रुपये तक वालों को 20 प्रतिशत तक की छूट दी जायेगी। जबकि 01 लाख से 10 लाख रुपये, 25 हजार से 01 लाख रुपये तथा 25 हजार रुपये से कम वाले लोगों को 10 प्रतिशत की छूट दी जायेगी। उन्होंने कहा कि तीर्थ समाज को जो नुकसान हुआ है, उसकी क्षतिपूर्ति के लिए 50 प्रतिशत धनराशि अनुग्रह अनुदान राशि के रूप में देने पर विचार करते हुए वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना के तहत दिया जायेगा। इसके साथ ही तीर्थ पुरोहित समाज द्वारा उठाये गये मुद्दों पर सकारात्मक कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित समाज के लोगों को फिर से मुख्य धारा में लौटना होगा, इसके लिए सरकार से जो भी मदद चाहिए मिलेगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केदारनाथ यात्रा को फिर से पुराने स्वरूप में लाने के लिए युद्ध स्तर पर कार्य कर रही है, जिसमें तीर्थ समाज और व्यापारियों का भी सहयोग चाहिए। प्रतिनिधिमण्डल में शामिल विधायक केदारनाथ श्रीमती शैलारानी ने मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा आज उनकी सभी समस्याओं का समाधान कर दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि तीर्थ पुरोहित समाज श्री केदारनाथ द्वारा रखी गई मांगों पर मुख्यमंत्री ने जो निर्णय लिये है, उसके दूरगामी परिणाम सामने आयेंगे। प्रतिनिमण्डल में अध्यक्ष श्री केदार सभा शंकर प्रसाद बगवाड़ी, अध्यक्ष व्यापार महासंघ प्रेम सिंह सजवाण, समाजसेवी गीता चन्दोला एदेवी प्रसाद गोस्वामी, शिव प्रसाद बगवाड़ी, राम प्रकाश पुरोहित, केशव तिवारी आदि उपस्थित थे।

प्रदेश की क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं की मरम्मत कर 31 मार्च तक करें चालू: मुख्यमंत्री 

देहरादून, 27 फरवरी 2014 (निस)।  मुख्यमंत्री हरीश रावत ने जलनिगम, जल संस्थान एवं स्वजल द्वारा प्रदेश में संचालित पेयजल योजनाओं की सभी जिलाधिकारियों एवं सम्बन्धित विभाग के अभियंताओं के साथ वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को 31 मार्च तक सभी क्षतिग्रस्त पेयजल योजनाओं की मरम्मत सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। वीडियों कान्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रत्येक जिले की पेयजल योजनाओं की विस्तृत रूप से समीक्षा की। उन्होंने पेयजल योजनाओं की समीक्षा के दौरान अधिकारियों से कहा कि प्रत्येक जनपद की पेयजल योजनाएं चाहे आपदा से क्षतिग्रस्त हों या अन्य कारणों से, यह सुनिश्चित किया जाय कि इन सभी योजनाओं से पेयजल आपूर्ति शुरू हो जाय। उन्होंने जिलाधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिये कि वे पेयजल योजनाओं की स्थिति से आम जनता को भी अवगत कराये। मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों एवं पेयजल अभियंताआंे को निर्देश दिये कि इस बार गर्मियों में प्रदेश के किसी भी क्षेत्र में पेयजल की कोई कठिनाई नहीं होनी चाहिए। योजनाओं के निर्माण के लिए धनराशि व अन्य संसाधनों की कमी नहीं होने दी जायेगी। मुख्यमंत्री ने जल निगम के एम.डी. व जल संस्थान के सी.एम.डी. को योजनाओं के अनुश्रवण के लिए दोनों मण्डलों का स्थलीय निरीक्षण करने के भी निर्देश दिये। अधिकांश पेयजल योनजाएं पूर्ण होने के बाद भी उनका उपयोग न होने पर मुख्यमंत्री ने नाराजगी व्यक्त करते हुए निर्देश दिये कि भविष्य में जल निगम व जल संस्थान आपसी समन्वय से कार्य करे। जल निगम जिस योजना को बनायेगा, उस योजना की सेवा को 15 दिन के अन्दर जल संस्थान को शुरू करना होगा। उन्होंने कहा कि भविष्य में ऐसी स्थिति न आए, इसका दोनों विभागों को ध्यान रखना होगा। पौड़ी जनपद की नानधाट योजना का कार्य अभी तक पूरा न होने पर भी उन्होंने नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि 10 साल से बन रही इस योजना की लागत 32 करोड़ रूपये से 72 करोड़ रूपये पहुॅंच गई है फिर भी इसका लाभ आम जनता को न मिल पाना खेदजनक है। उन्होंने कहा कि इस योजना की जांच में जो दोषी पाया जायेगा, उसके विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने जल निगम व जल संस्थान के अधिकारियों को निर्देश दिये कि इस सम्बन्ध में अविलम्ब कार्यवाही कर योजना में जो भी कमी है, उसे दूर करे। ग्राम समूहों के लिए बनाई गई योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश उन्होंने दिये। उन्होंने कहा कि रामबाड़ा के केदारनाथ तक पेयजल व्यवस्था का कार्य भी इस क्षेत्र की अवस्थापना सुविधाओं के विकास के लिए बनाई गई टास्क फोर्स द्वारा किया जायेगा, विभाग टास्क फोर्स को आवश्यक सहयोग उपलब्ध करायेगा। उन्होंने कहा कि पानी की उपलब्धता के लिए ट्यूबवेलों के निर्माण एवं मरम्मत के लिए नाबार्ड से भी मदद ली जाय, ताकि इसमें शीघ्रता से कार्यवाही हो सके। बैठक में मुख्य सचिव सचिव सुभाष कुमार, अपर मुख्य सचिव राकेश शर्मा, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एस. एस. सन्धू, एस. राजू, सचिव आपदा प्रबन्धन भास्करानन्द, अपर सचिव सौजन्या, अर्जुन सिंह, एमडी जल निगम भजन सिंह, सीएमडी जल सस्थान डी. डी. डिमरी आदि उपस्थित थे। 

भालू के हमले से महिला गायल

गोपेश्वर,/देहरादून  27 फरवरी (निस)।  ग्वाई धारकोट क्षेत्र में ग्वाई के जंगलों में घास लेने गई महिला को भालू ने हमला कर घायल कर दिया है। महिला को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया है। जानकारी के अनुसार नंदप्रयाग के तोणीधार निवासी पुष्पा देवी (28वर्ष) पत्‍‌नी विमल कुमार घास लेने ग्वाई के जंगलों में गई थी। भालू के अचानक हमले के बाद वह गहरी खाई में गिर गई। पास में ही घास काट रही अन्य महिलाओं के हल्ला मचाने के बाद भालू जंगल की ओर भाग गया। महिला को ग्रामीणों ने खाई से निकालकर जिला चिकित्सालय पहुंचाया। गौरतलब है कि दो माह पूर्व इस क्षेत्र में ही भालू के हमले से एक युवती की मौत हो चुकी है, जबकि दो महिलाएं घायल हुई थी।

स्कूली बच्चें जानकारी के अभाव में निशुल्क स्वास्थ्य सेवा से वंचित 

देहरादून, 27 फरवरी 2014 (निस)।  । राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के स्कूल हेल्थ प्रोग्राम के तहत कक्षा एक से कक्षा 12 तक के बच्चों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवा की व्यवस्था है, लेकिन जानकारी के अभाव व स्वास्थ्य महकमे की लापरवाही के चलते पीडि़त बच्चे इलाज से वंचित हैं। वर्ष 2010 में स्कूली बच्चों को निशुल्क स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए केंद्र सरकार ने स्कूल हेल्थ प्रोग्राम शुरू किया। वर्ष 2013 से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के नाम से संचालित कर इसमें सुविधाएं बढ़ाई गई। योजना के लाभ के लिए स्वास्थ्य विभाग ने मोबाइल स्वास्थ्य टीमें गठित की हैं। वर्तमान में चमोली जिले में नौ मोबाइल स्वास्थ्य टीमें कार्य कर रही हैं। राज्य में 148 टीमें हैं। योजना में पात्र बच्चे को घर से अस्पताल व वापस घर छोड़ने, निशुल्क इलाज की जिम्मेदारी भी स्वास्थ्य विभाग की है, लेकिन जिस प्रकार बीमार बच्चे इलाज के अभाव में घर पर पड़े हैं, उससे नहीं लगता कि योजना के क्रियान्वयन में मोबाइल स्वास्थ्य टीमें सक्रिय हैं। वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश पुजारी का कहना है कि योजना के तहत निशुल्क इलाज बच्चों का कानूनी अधिकार है, लेकिन चमोली के भूमला खैन्युरी गांव का सातवीं कक्षा का छात्र हार्ट का मरीज अरुण बीमारी से ग्रसित है, इलाज के लिए भटक रहे है। नियमानुसार जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों को जो किसी भी सरकारी, सहायता प्राप्त विद्यालय व आंगनबाड़ी में नामांकित है। उनका इलाज सरकार निशुल्क कराएगी। इसके साथ ही जन्म से लेकर छह वर्ष आयु तक के ग्रामीण व शहरी मलिन बस्ती के बच्चों को भी यह सुविधा मिलेगी। इस कार्यक्रम के तहत 38 बीमारियों का निशुल्क इलाज होगा। बीमारियों को चार श्रेणियों में बांटा गया है। जिसमें डिजीज (बीमारी) हृदय व किडनी सहित अन्य जन्मजात या गंभीर बीमारियां। डिफेक्ट (दोष)-इसके तहत जन्मजात दोष जैसे कटे हुए तालू, मुड़े पांव, जुड़ी अंगुलियां सहित अन्य। डीफीसीएनसी (कमी)- शरीर में लौह तत्वों की कमी, आयोडीन, विटामिन सहित अन्य कमी। डेवलपमेंटल डिले (विकासात्मक देरी) बच्चे का देर से बोलना, देर से चलना, देर से समझना सहित इससे जुड़ी अन्य कमियां। राज्य में इस कार्य हेतु कुछ चिकित्सालयों को चुना गया है जिसमें राज्य के  सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध सुविधाएं के अलावा बच्चों की उच्च शल्य चिकित्सा हेतु हिमालयन हास्पिटल जौलीग्रांट, मैक्स हॉस्पिटल देहरादून, फोर्टीस स्कॉट हॉस्पिटल देहरादून। कार्यक्रम के बारे में जानकारी देते हुए जसपाल सिंह राणा, प्रोग्राम आफिसर उत्तराखंड का कहना है कि कार्यक्रम के तहत बच्चों का निःशुल्क इलाज किया जाता है। बच्चों को चिह्नित करने के लिए चमोली जनपद में नौ टीमें गठित की गई हैं। यदि कोई बच्चा गंभीर बीमार है तो उसे मुख्य चिकित्सा अधीक्षक के माध्यम से आवश्यक पत्रावलियां बनाकर इलाज के लिए भेजा जाएगा।

शिवरात्रि पर शहर के शिवालयों में उमड़ी भक्तों की भीड़

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देहरादून, 27फरवरी (निस)। आज महाशिवरात्रि का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। दून के विभिन्न शिवालयों में जलाभिषेक के लिए भक्तों का तांता लगा है। महाशिवरात्रि के पवन पर्व पर कई जगह मेला का आयोजन भी किया गया है। आज सुबह से ही लोग बारिश होने के बावजूद भी भगवान शिव के दर्शनों के लिए भारी संख्या में मंदिर पहुंच रहे है। शहर के शिवालय बम-बम बोले के जयकारों से गूंज रहे है। टपकेश्वर मंदिर में भक्तों के लिए रात 12 बजे विशेष पूजन और अभिषेक के बाद कपाट 12ः30 बजे खोल दिये गये थे। जबकि रात नौ बजे से लोग जलाभिषेक के लिए लाइनों में खड़े थे। इस अवसर पर मंदिर परिसर में मेला का आयोजन भी किया गया है। कल रात से बारिश हो रही है लेकिन भक्तों पर इसका कोई असर नही हो रहा है। जिससे मंदिरों में भक्तों की भारी संख्या में भीड़ उमड़ी है। उधर शहर के केदारपुर स्थित सिद्धेश्वर मंदिर,ईसी रोड़ स्थित नमदेश्वर महादेव मंदिर,पंचायती मंदिर, शिव मंदिर, श्री प्रकाशेश्वर मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर सभी मंदिरों में भक्तों का तांता लगा है। 

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