मध्य प्रदेश के किसानों के दुःख दूर करने मुख्यमंत्री को प्रदेशाध्यक्ष ने लिखा पत्र - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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शुक्रवार, 28 फ़रवरी 2014

मध्य प्रदेश के किसानों के दुःख दूर करने मुख्यमंत्री को प्रदेशाध्यक्ष ने लिखा पत्र

letter to cm for farmers
भोपाल- शासन प्रशासन एवं जनता के बीच धुरी का कार्य करने बाला पत्रकार संगठन कलम तक सीमीत नही रहेगा, हमें प्रदेश के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा, उनके अधिकारों एवं समस्याओं तथा प्राकृति आपदाओं में साथ ही निभाना है , इस मिषन के साथ गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब समपूर्ण मध्य प्रदेष में कार्य करेगा । हमारा प्रयास रहेगा कि हम आम आदमी तक पहुूच कर उनकी समस्याओं को समझे तथा संविधान के अनुसार उन्हे अधिकार दिलाने में कहां तक सफल होगे । 

उपरोक्त विचार गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब के प्रदेषाध्यक्ष संतोष गंगेले ने गत दिवस किसानों की फसले नष्ट होने के बाद किसानों की समस्याओं को एक ज्ञापन पत्र के माध्य से सरकार तक भेजने के बाद प्रेस से कहीं । उन्होने कहा कि   मध्य प्रदेष के लगभग 40 जिलों में प्राकृतिक आपदा होने एवं बेमोसम अतिबृष्ट, ओला बृष्टि के कारण प्रदेष के किसानों की फसलें नष्ट हो चुकी है तथा किसानों के मेहनत पर पानी फिर गया है इस हालत में किसानों के खाने पीने एवं बच्चों के भरण पोषण का कोई रास्ता नही है । किसानेां ने खरीफ की फसल भी खे दी एवं रवि की फसले भी नष्ट हो चुकी है । इस समय मध्य प्रदेष की सरकार के मुखिया श्री षिवराज सिंह चैहान प्रदेष के अंदर दौरा कर किसानेां के दुःख दर्द को स्वयं समझ रहे है । लेकिन किसानेां को राहत राषि के लिए सरकार ने कोई घोषण नही की है । इसलिए हमारी संस्था मध्य प्रदेष के प्रत्येक तहसील/जिला जहां जहां मावठ की बर्षा से क्षति हुई है तत्काल जाॅच कराई जावें एवं प्रत्येक किसान को उसकी भूमि एक एकड़ से कम के काष्तकार को एक लाख की राहत राषि दी जावे तथा एक एकड़ से अधिक के काष्तकारों को 80 हजार रू0 एकड़ के हिसाब से सरकार राहत राषि प्रदान कराऐ । साथ ही किसानों के  बैंक ऋण माफ किए जावे, दीर्ध ऋण राषि पर एक साल तक ब्याज न लिया जावे । किसानों को परिवार के सदस्यों की संख्या के अनुसार उचित मूल्य की दुकानों से राषन गेहूॅू चावल, षक्कर, मिट्टी तेल उचित मूल्य पर दिया जावे । प्रत्येक परिवार को तीन-तीन सेलेण्डर अतिरिक्त प्रदान कराने के आदेष जारी किए जावे ।  किसानों के बच्चों को आगामी षिक्षण सत्र जुलाई 2014 से ष्षुरू होने बाले प्रवेष में सरकार की ओर से प्रवेष राषि माफ की जावे, कालेज, महाविद्यालय में अध्ययन करने बाले किसान के बच्चों को प्रवेष में 50 प्रतिषत की छूट प्रदान कराई जावे ।              

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