पटना। केवल राजनीतिक दल ही नहीं वरण जन संगठन भी आम चुनाव 2014 को लेकर व्यस्त हैं। जनता जर्नादन को मोहने में राजनीतिक दल लग गए हैं। वहीं जन संगठन जन सरोकारों के मुद्दे को लेकर राजनीतिक दलों को घेरने के मूड में हैं।
बयान में कहा गया है कि जन सत्याग्रह 2012 आंदोलन और उसके बाद होने वाले अनेकों आंदोलनों से प्रेरित हो कर एक ‘ भूमि घोषणा पत्र’ तैयार किया है जिसे आप आमंत्रित साथियों के माध्यम से आगामी राजनैतिक संवाद के लिये उपयोग किया जा सकता है।यह आह्वान ‘जल जंगल और जमीन’ पर वंचितों के अधिकारों के लिये संघर्षरत उन सभी साथियों के लिये है जो आगामी लोकसभा चुनाव मे वंचितों के अधिकारों के सवालों को केन्द्र बिन्दु मे रखना चाहते हैँ।
जो भूमि घोषणा पत्र तैयार किया गया है। आप सबके उपस्थिति और मार्गदर्शन मे 5 मार्च 2014 को हम जारी करना चाहते हैं। यह संक्षिप्त कार्यक्रम 5 मार्च 2014 को कंस्टीटूशन क्लब ,नई दिल्ली में किया गया है। सुबह 10 बजे से वनाधिकार आंदोलन पर एक परिचर्चा भी आयोजित है जिसमे आप पत्रकार बंधु भी शामिल हो सकते हैं। हमे विश्वास है कि सब मिलकर भूमि घोषणा पत्र के माध्यम से राजनैतिक व्यवस्था को प्रभावित कर सकते हैं। इसे एक प्रेस वार्ता के माध्यम से भी जारी किया जाना प्रस्तावित है। दोपहर 2-5 बजे एक प्रेस वार्ता आयोजित की गयी है।
आलोक कुमार
बिहार
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