अमरीकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने यूक्रेन में किसी तरह के सैन्य दख़ल के प्रति रूस को चेतावनी दी है. ओबामा का कहना है कि यूक्रेन के भीतर रूसी सैनिकों की मौजूदगी संबंधी ख़बरों से वह बेहद चिंतित हैं.
यूक्रेन के कार्यकारी राष्ट्रपति ने रूस पर उसके क्रीमिया क्षेत्र में सैनिक तैनात करने और कीएफ़ को 'सशस्त्र संघर्ष' के लिए उकसाने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. वहीं क्रीमिया के रूस समर्थक प्रधानमंत्री ने रूसी अधिकारियों से इलाके में शांति क़ायम करने के लिए मदद मांगी है.
सर्हिए अक्सयोनोव ने एक बयान में कहा है, ''मैं रूसी संघ के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से अपील करता हूं कि वे स्वायत्त क्रीमिया गणराज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिए मदद करें.''
अक्सयोनोव की नियुक्ति क्रीमिया की संसद ने गुरुवार को ही की थी. उनका ये भी कहना है कि वे क्रीमिया के गृह मंत्रालय और सशस्त्र बलों का कामकाज भी अस्थायी तौर पर देख रहे हैं. उनका कहना है, ''सभी कमांडरों को मेरा आदेश और निर्देश मानना होगा. जो ऐसा नहीं करेंगे, मैं उनसे इस्तीफ़ा देने के लिए कहता हूं.'' वहीं यूक्रेन की नई कैबिनेट पहली बार शनिवार को बैठक करने वाली है जिसमें रूस के कथित सैन्य दख़ल से पैदा हुए संकट पर चर्चा की जाएगी. इससे पहले, रूस के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत ज़ोर देकर कह चुके हैं कि क्रीमिया में सैन्य गतिविधियां, यूक्रेन के साथ मौजूदा व्यवस्था के अनुरूप है.
इस बीच मिली ख़बरों में कहा गया है कि अज्ञात हथियारबंद वर्दीधारी लोगों ने क्रीमिया के एक अन्य हवाई अड्डे पर नियंत्रण स्थापित कर लिया है. यूक्रेन की मीडिया में स्थानीय अधिकारियों के हवाले से कहा गया है कि 13 रूसी विमानों से लगभग 2,000 संदिग्ध सैनिक सिम्फेरोपोल के पास सैन्य ठिकाने पर उतरे हैं. इन ख़बरों की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है. सिम्फेरोपोल और सेवस्टोपोल के आसपास भी रूसी हथियारबंद वाहन और हेलीकॉप्टर देखे गए हैं. सिम्फेरोपोल से उड़ानें भी रद्द कर दी गई हैं जहां एयरलाइंस का कहना है कि प्रायद्वीप के ऊपर हवाई क्षेत्र बंद कर दिया गया है.
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