शिवसेना ने एक बार फिर साफ कर दिया है कि एनडीए गठबंधन को महाराष्ट्र नवनिर्मण सेना की जरूरत नहीं है। शिवसेना नेता और प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि एनडीए में एमएनएस और राज ठाकरे की जरूरत नहीं है।
भाजपा के पूर्व प्रमुख नितिन गडकरी और मनसे नेता राज ठाकरे के बीच यहां हुई मुलाकात को लेकर शिवसेना ने आज कहा कि अगर भाजपा का कोई वरिष्ठ नेता राज ठाकरे या शरद पवार का समर्थन करता है तो इससे गठबंधन प्रभावित हो सकता है ।
शिवसेना के प्रवक्ता संजय राउत ने संवाददाताओं से कहा कि भाजपा का कोई वरिष्ठ नेता अगर राज ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार से मुलाकात करता है तो इससे ‘महायुति’ यानी महागठबंधन प्रभावित हो सकता है । शिवसेना नेता महराष्ट्र में मराठा मतदाताओं पर पार्टी की पकड़ की भी उम्मीद जताई । उन्होंने कहा कि मराठी वोट केवल शिवसेना को ही मिलेगा । यह हमसे कोई नहीं छीन सकता । राउत ने दावा किया, ‘शिवसेना-भाजपा गठबंधन कांग्रेस-राकांपा गठबंधन को पराजित करेगा और महाराष्ट्र में 48 लोकसभा सीटों में से कम से कम 40 सीटों पर जीत दर्ज करेगा ।
समझा जाता है कि गडकरी के राज ठाकरे से अच्छे रिश्ते हैं और कल गडकरी ने ठाकरे से एक पंचसितारा होटल में मुलाकात की जिसके बाद कयास लगाए जाने लगे कि आगामी लोकसभा चुनावों में भगवा पार्टी मनसे प्रमुख को राजग के पाले में लाने को प्रयासरत है । बहरहाल उन्होंने कहा कि राज ठाकरे के साथ बैठक को लेकर शिवसेना को नाराज होने का कोई कारण नहीं है ।
गडकरी ने बाद में मीडियाकर्मियों से कहा कि उन्होंने कांग्रेस सरकार से छुटकारा पाने को लेकर मनसे प्रमुख से बातचीत की । बहरहाल महायुति में महत्वपूर्ण घटक रामदास अठावले के नेतृत्व वाले आरपीआई (ए) ने कहा कि राजग के पाले में वह राज का ‘स्वागत’ करेंगे ।
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