ए॰आई॰एस॰एफ॰ ने बिहार को विषेष राज्य के दर्जें के सवाल पर छात्रों ने कराया बिहार बंद - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

सोमवार, 3 मार्च 2014

ए॰आई॰एस॰एफ॰ ने बिहार को विषेष राज्य के दर्जें के सवाल पर छात्रों ने कराया बिहार बंद

  • ए॰एन॰ काॅलेज से डाकबंगला चैराहा तक मार्च जगह-जगह किया रोड जाम आर-पार का संघर्ष छेड़ने का ऐलान

aisf logo
पटना:- बिहार को विषेष राज्य के दर्जे के सवाल पर आज आॅल इण्डिया स्टूडेन्ट्स फेडरेषन (।प्ैथ्) के बैनरतेल सैकड़ों की संख्या में छात्रों ने सड़कों पर उतर अपने आक्रोष को जाहिर किया। छात्रों ने केन्द्र सरकार को आगाह किया कि वे इस मसले को हल्के में न ले अन्यथा छात्र भी आर-पार के संघर्ष के लिए तैयार होगें। 
छात्रों ने प्रदर्षन की शुरूआत में सबसे पहले ए॰एन॰ काॅलेज के पास सड़क जाम कर दिया। सुबह नौ बजे से ही छात्रों द्वारा लगाए गए जाम का व्यापक असर दिखा। इस दौरान ए॰आई॰एस॰एफ॰ के छात्रों ने एम्बुलेंस, मेडिकल दुकानों सहित आवष्यक सेवाओं को छोड़ बंद की अपील आम जनता से की। आम जनता ने छात्रों की अपील पर अपनी-अपनी दुकानों को बंद किया। इस दौरा बोरिंग रोड चैराहा बेली रोड, व इनकम टैक्स  पर जगह-जगह छात्रों ने सड़ जाम भी किया। छात्रों ने डाकबंगला चैराहा होते हुए गाँधी मैदान के समीप स्थित शहीद भगत सिंह चैक पर सभा के पश्चात जुलूस को समाप्त किया। 
बिहार बंद के दौरान ए॰आई॰एस॰एफ॰ के राज्य सचिव सुषील कुमार, जिला सचिव सचिव आकाष गौरव,  महानगर अध्यक्ष उज्जवल कुमार, सचिव सुषील उमाराज, सह सचिव आषुतोष कुमार, जन्मेजय कुमार, राज्य पार्षद राजेष कुमार, रुपेष कुमार, साजन झा, आनन्द कुमार, दिवाकर झा, गोविन्द कुमार, विकास कुमार, संदीप सिंह, पुष्पेन्द्र शुक्ला, प्रदीप कुमार, अभिषेक दुबे सहित सैकड़ों छात्र शामिल रहें। 

कोई टिप्पणी नहीं: