छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (05 मार्च ) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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बुधवार, 5 मार्च 2014

छतरपुर (मध्यप्रदेश) की खबर (05 मार्च )

ओला पीडि़त परिवारों को सरकार की मंषा केअनुसार मुआवजा मिलेगा–
  • नगर पालिका सीमा  क्षेत्र में तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने का अधिकारी नही–तहसीलदार

नौगॉव ;  प्राकृतिक आपदा में सरकार  के निर्देषानुसार नौगॉव एवं महाराजपुर तहसील  क्षेत्र  के समस्त ग्रामों में सर्वे कमेटियॉ गठित कर दी गई है।  इन कमेटियों में हका पटवारी, ग्राम सचिव, चौकीदार, ग्राम सहायक अधिकारी की टीम बना दी गई हैं जो तीन दिन  के अंदर अपनी रिपोर्ट तहसीलदार को सौप देगी । उपरोक्त जानकारी पत्रकारों को  देते हुए तहसीलदार श्री भास्कर गाचले ने जानकारी देते हुए कहा कि किसानों  के ओलाबृष्टि एवं बर्षा के कारण फसले नष्ट हुई है जिनकी जानकारी मौका पर जाकर हासिल की जा रही है । नौगॉव तहसील में सर्वाधिक नुकसान हरपालपुर क्षेत्र में हुआ है । तहसीलदार ने कहा कि सरकार की मंषा के अनुसार हका पटवारियों पर बंधन कर दिया गया है प्रत्येक हका पटवारी को देनिक डायरी भरना होगी तथा जनता की समस्याओं को सीधे तौर पर निराकरण करना होगी अन्यथा उनके बिरूध्द विभागीय कार्यावाही संभव होगी । इस अवसर पर तहसीलदार ने यह भी बताया कि जनता की समस्याओं के निराकरण के लिए सरकारी योाजनाओं को जन–जन तक पहुॅचाया जा रहा है । पत्रकारों व्दारा पूॅछे जाने पर उन्होने कहा कि नगर पंचायत एवं नगर पालिका सीमा क्षेत्र में बढ़ रहे अतिक्रमण के लिए नगर पािालकायें ही जुम्मेदार है , नगर पंचायत एवं नगर पालिका सीमा क्षेत्र में तहसीलदार को अतिक्रमण हटाने का अधिकार नही है ,यदि तहसीलदार अतिक्रमण हटाते है तो उनके विरूध्द माननीय न्यायालय प्रकरण दर्ज करते है जिसमें तहसीलदार की स्व्यं की जुम्मेदारी होेती है इसलिए नगर पालिका सीमा क्षेत्र के अतिक्रमण हटाने में पुलिस , स्थानीय प्रषासन मदद करता है उसे हटाने का अधिकार नही है । तहसीलदार श्री भास्कार गाचले ने पत्रकारों को बताया कि माननीय जिला कलेक्टर छतरपुर ने जनता की समस्याओं को ध्यान  देकर नामान्तनरण प्रक्रिया सरल करते हुये हका पटवारियों को नामान्तनरण पंजी पर नामान्तरण करने का आदेष यथावत कर दिया है यदि नामान्तरनण  प्रकरणों में कोई आपत्ति आती है तो ऐसे प्रकरणों को राजस्व न्यायालय में हका पटवारी पैष करेगा । 

खजुराहो में मध्य प्रदेश राज्य निर्वाचन आयोग की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक सम्पन्न

  • नगरीय निकायों एवं पंचायतों के आम निर्वाचन के संबंध में बनार्इ गर्इ रणनीति
  • निष्पक्ष एवं पारदर्शिता के साथ सम्पन्न कराये जायेंगे स्थानीय निकायों के चुनाव : श्री आर परशुराम  

chhatarpur news
छतरपुर05 मार्चनवंबर 2014 में नगरीय निकायों के एवं जनवरी 2015 में सम्पन्न कराये जाने वाले पंचायतों के आम निर्वाचन के संबंध में राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर परशुराम की अध्यक्षता में खजुराहो के एक निजी होटल में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गर्इ। बैठक में नगरीय निकायों एवं पंचायतों के त्रि-स्तरीय निर्वाचन सफलतापूर्वक पूरी पारदर्शिता एवं निष्पक्षता के साथ सम्पन्न कराये जाने की रणनीति तैयार की गर्इ। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर परशुराम ने कहा कि ग्वालियर के बाद यह दूसरी संभाग स्तरीय बैठक है। इस बैठक को आयोजित करने का उददेश्य यह है कि बैठक में मिले सुझावों एवं फीडबैक को स्थानीय निकायों के निर्वाचन को बेहतर बनाने में उपयोग किया जायेगा। उन्होंने कहा कि आने वाले स्थानीय निकायों के चुनावों में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का पहली बार उपयोग किया जायेगा। मशीनों के पहली बार उपयोग करने को दृषिटगत रखते हुये बैठक में मिले सुझाव उपयोगी साबित होंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव की कठिनार्इयों को दूर करने के लिये बैठक में मिले सुझाव उपयोगी होंगे। बैठक में संभागायुक्त श्री आर के माथुर, राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव श्री गिरीश शर्मा, लेखा अधिकारी श्री प्रदीप शुक्ला, स्टाफ आफीसर सुतेश शाक्या, श्री एन के लच्छवानी, कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी छतरपुर डा. मसूद अख्तर, सागर श्री योगेन्द्र शर्मा, टीकमगढ़ डा. सुदाम पंडरीनाथ खाड़े, दमोह श्री स्वतंत्र कुमार सिंह एवं पन्ना श्री रवीन्द्र कुमार मिश्रा, सभी जिलों के उप जिला निर्वाचन अधिकारी, ग्वालियर एवं छतरपुर के मास्टर ट्रेनर सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। राज्य निर्वाचन आयुक्त श्री आर परशुराम ने कहा कि नगरीय निकायों के चुनाव नवंबर में सम्पन्न कराये जाने के लिये तैयारियों के लिये लोकसभा चुनाव के बाद पर्याप्त समय मिलेगा, जिसमें आवश्यक व्यवस्थायें पूरी कर ली जायेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में शांतिपूर्ण तरीके से स्थानीय निकायों के चुनाव सम्पन्न कराये जायेंगे। उन्होंने स्पष्ट करते हुये कहा कि स्थानीय निकायों के चुनाव लोकसभा एवं विधानसभा चुनावों से भिन्न हैं। इन चुनावों में परिवर्तन एवं नवीनता लाये जाने के लिये आप सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने कहा कि वैसे तो स्थानीय निकायों के निर्वाचन में मतदान का प्रतिशत हमेशा ही ज्यादा रहा है। इस बार मतदान का प्रतिशत और अधिक ज्यादा रहे, इसके लिये प्रयास करना जरूरी है। उन्होंने स्थानीय निकायों के चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था पर भी ध्यान देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जिन नगरीय निकायों का परिसीमन किया जाना है, उनकी कार्यवाही शीघ्र ही कर ली जाये। उन्होंने स्थानीय निकायों के निर्वाचन में र्इव्हीएम का प्रचार-प्रसार करने का प्लान भी सभी जिलों से देने को कहा। उन्होंने कहा कि स्थानीय निकायों के चुनाव नये तरीके से संपादित करने का प्रयास रहेगा। उन्होंने पूरी निष्पक्षता के साथ चुनाव कराने के लिये आवश्यक तैयारी करने के संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिये। बैठक में संभागायुक्त श्री आर के माथुर ने अपने बहुमूल्य सुझाव अधिकारियों के समक्ष रखे। उन्होंने र्इव्हीएम के उपयोग करने के संबंध में विभिन्न शंकाओं का समाधान किया। राज्य निर्वाचन आयोग के उप सचिव श्री गिरीश शर्मा ने स्थानीय निकायों के चुनावों में आर्इटी के उपयोग के संबंध में चर्चा की। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा आर्इटी का उपयोग कर लोगों को जागरूक करने की पूरी कोशिश की जा रही है। उन्होंने राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट, र्इ-मेल, फेसबुक, यू-टयूब, एसएमएस आदि के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिलों से प्राप्त सुझाव, फोटोग्राफस एवं व्हीडियो वेबसाइट पर अपलोड करने का काम भी किया जा रहा है। उन्होंने र्इव्हीएम मशीनों की व्यवस्था व भण्डारण के संबंध में भी चर्चा की। इस अवसर पर ग्वालियर से आये हुये मास्टर ट्रेनर्स द्वारा स्थानीय निकायों में उपयोग की जाने वाली र्इव्हीएम मशीनों की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि लोकसभा एवं विधानसभा निर्वाचन की तरह अब आने वाले स्थानीय निकायों के निर्वाचन में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीनों का उपयोग किया जायेगा, लेकिन नगरीय निकायों के निर्वाचन के लिये बनार्इ गर्इ र्इव्हीएम लोकसभा एवं विधानसभा के निर्वाचन से कुछ अलग तरह की होंगी। र्इव्हीएम की कंट्रोल यूनिट एवं बैलेट यूनिट के संबंध में बारीकी से जानकारी दी गर्इ। मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि र्इव्हीएम की कंट्रोल यूनिट में एक डीएमएम डिवाइस लगाया गया है। इस डिवाइस में र्इव्हीएम की सम्पूर्ण जानकारी सुरक्षित रखी जा सकती है। इस डिवाइस को अलग करके र्इव्हीएम को दूसरे चुनाव में उपयोग किया जा सकता है। मास्टर ट्रेनर्स ने बताया कि कंट्रोल यूनिट में एक रिजर्व टाइम क्लाक आरटीसी का सिस्टम भी है। इसके माध्यम से समय की जानकारी मिलती रहेगी।

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