भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा देने की मांग को लेकर बिहार बंद को सफल बनाने के लिए राज्य की आम जनता को धन्यवाद किया है।
आज प्रेस को जारी अपने बयान में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा कि बिहार की जनता सदा से अन्याय के खिलाफ जोरदार संघर्ष करती रही है। बिहार को स्पेशल राज्य का दर्जा नहीं देकर केन्द्र की सरकार इसकी उपेक्षा करती रही है। केन्द्र सरकार द्वारा गठित रघुराम राजन कमिटी ने भी आर्थिक रूप से बिहार को पिछड़ा मानकर यह प्रमाणित कर दिया है कि स्पेशल राज्य का दर्जा देने की बिहार की मांग अनुचित नहीं है बल्कि वाजिब है। अगर आन्ध्र प्रदेश के नव विभाजित मांग सीमान्ध्र को स्पेशल राज्य का दर्जा बिना मांगे दिया जा सकता है तो बिहार भी इसके लिए उपयुक्त राज्य है और सर्व प्रथम इसे ही स्पेशनल राज्य का दर्जा मिलना चाहिए था। बिहार की आम जनता ने इसी भावना से आज बिहार को बंद करके केन्द्र सरकार को यह संदेश देने का प्रयास किया है कि अगर शीघ्र ही केन्द्र सरकार बिहार के इस मांग की पूत्र्ति नहीं करती है तो भविष्य में केन्द्र सरकार के भेद-भाव पूर्ण नीति के खिलाफ आन्दोलन तेज करेगी।
कम्युनिस्ट नेता ने अपने बयान में कहा कि आज के बंद में सभी जिला में किसान-मजदूर, छात्र नौजवान और महिलाओं ने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में झंडा और बैनर के साथ रोड पर उतर कर बिहार बंद को सफल बनाया। भोजपुर में 25 और सुपौल में 32 लोगों के अलावे अन्य जिलों में भी लोगों की पुलिस ने गिरफ्तार किया जिसे बाद में छोड़ दिया गया।
पटना राजधानी में भी पार्टी के राज्य सचिव राजेन्द्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में सैकड़ों पार्टी कार्यकत्र्ताओ एवं नेताओं ने जुलूस निकाल। जुलूस जनशक्ति परिसर से निकला और शहर के मुख्य सड़कों से गुजरता हुआ शहीद भगत सिंह चैक तक गया।
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