मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने बुधवार को कहा कि वह निर्वाचन आयोग द्वारा लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों के खर्चे की सीमा में वृद्धि किए जाने से खुश नहीं है। माकपा नेता सीताराम येचुरी ने कहा, "हम खर्चे की सीमा में वृद्धि से खुश नहीं हैं।" उन्होंने कहा, "निर्वाचन आयोग द्वारा उठाए गए कदम ने पहले से ही छोटी पार्टियों को लोगों तक पहुंचने से वंचित कर दिया है।"
पार्टी के पोलित ब्यूरो के सदस्य येचुरी ने कहा, "छोटी पार्टियों द्वारा दीवारों पर लिखे जाने और पोस्टर चिपकाने वाली गतिविधयों पर प्रतिबंध लगा दिए गए हैं, लेकिन विज्ञापन और मीडिया के इस्तेमाल, पेड न्यूज पर कोई नियंत्रण नहीं है, और अब पैसा देकर चुनाव पूर्व सर्वेक्षण भी तैयार किए जा रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि अगले कुछ सप्ताह में कुछ कदम उठाए जाएंगे।"
चुनाव के तारीखों की घोषणा पर येचुरी ने कहा, "नौ चरणों का चुनाव काफी लंबी प्रक्रिया है और जनता या पार्टियों के लिए ठीक नहीं है। हालांकि, हम पूरी तरह संतुष्ट हैं।" माकपा नेता ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि चुनाव आयोग देशभर में निष्पक्ष चुनाव कराएगा।
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