26 फरवरी को सिन्धुरत्न हादसे में दो अधिकारी मनोरंजन एवं कपीश मुवाल की मृत्यु हो गई थी. मनोरंजन जमशेदपुर का रहने वाला था. उसके पार्थीव शरीर को उसके पिता जमशेदपुर लेकर आए. घर का सबसे बड़े बेटे की अचानक ऐसी मृत्यु माता पिता ने कभी सोची भी नहीं होगी.
पर जो बात सबसे ज्यादा उन्हें तकलीफ दी वह यह कि शहीद मनोरंजन ने हादसे से तीन चार दिनों पहले ही यह आशंका जताई थी. मनोरंजन ने पश्चिमी कमांड के सीनियर अफसरों से कहा था कि सिन्धुरत्न और उसके सहयोगी पनडुब्बियों को संचालित करना बम पर तैरने जैसा है. मनोरंजन ने नेवल अफसर की ऑफिसर्स मेस में २२ फरवरी को बातचीत के दौरान यह बात कही थी.
अफसर ने मनोरंजन के साथ हुई बातचीत का ब्योरा अपने साथियों से ई-मेल के जरिए साझा किया. लेफ्टिनेंट मनोरंजन को पता था कि सिन्धुरत्न को संचालित करना खतरनाक है फिर भी वो ड्यूटी पर गए क्योंकि उनके पास कोई विकल्प नहीं था. अफसर के अनुसार मनोरंजन ने कहा था कि "सर हम बम पर तैरते हैं." इन पनडुब्बियों की बैट्री इतनी पुरानी है कि इसे चार्ज करने में दस गुना समय लग जाता है. मेहनत दस गुना फिर भी दस गुना गैस निकलता है. हाइड्रोजन बर्नर भी काम नहीं करते है.
जब इस अफसर ने लेफ्टिनेंट मनोरंजन से पूछा इस मामले को कमांड के सामने क्यों नहीं उठाए तो मनोरंजन ने कहा " सर सभी को पता है. कमांडरों की कॉन्फ्रेंस में यह मुद्दा उठा था.
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