पूरी पारदर्शिता से करें एक-एक खेत का सर्वे, सर्वे कार्य के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने दिये निर्देश
4 मार्च तक जानकारी भेजें
- 50 प्रतिशत से अधिक नुकसान वालों को मिलेगा एक रूपये में गेहूँ-चावल
टीकमगढ़, 2 मार्च 2014। कलेक्टर डाॅ0 सुदाम खाडे ने निर्देशित किया कि अधिकारी पूरी पारदर्शिता एवं संवेदनशीलता से अतिवृष्टि एवं ओला प्रभावित एक-एक खेत का सर्वे करें। उन्होंने कहा इसके अलावा पशु, मकान एवं अन्य नुकसान का भी सर्वे करें । आपने कहा प्रत्येक पीडि़त को पूरा-पूरा मुआवजा मिले यह सुनिश्चित किया जाये । उन्होंने कहा एस.डी.एम. एवं तहसीलदार सर्वे का नियमित निरीक्षण करें और यदि कोई इस कार्य में लापरवाही करता है तो उसके विरूद्ध सख्त कार्रवाई करें । डाॅ0 खाडे ने आज प्रातः मोहनगढ़ तहसील के शिवराजपुर, हंसगोरा, सेमरखेरा, मड़खेरा सहित अनेक ग्रामों में सर्वे कार्य के निरीक्षण के दौरान ये निर्देश दिये। इस दौरान एस.डी.एम. जतारा श्री एस.एल.सोनी, तहसीलदार श्री संजय दुबे एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे ।
4 मार्च तक जानकारी भेजें
डाॅ0 खाडे ने निर्देशित किया कि सभी संबंधित अधिकारी एवं कर्मचारी 4 मार्च तक सर्वे की जानकारी जिला मुख्यालय भेजें। उन्होंने बताया कि जिला स्तर पर संपूर्ण जानकारी एकत्र कर भोपाल भेजी जायेगी जिससे प्रभावित किसानों को शीघ्र सहायता मिल सके। इस दौरान डाॅ0 खाडे ने किसानों से भी चर्चा की तथा उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी हर स्तर पर मदद की जायेगी।
50 प्रतिशत से अधिक नुकसान वालों को मिलेगा एक रूपये में गेहूँ-चावल
डाॅ0 खाडे ने निर्देशित किया कि जिन किसान¨ं की फसल¨ं का पचास प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हुआ है उन्हें अगले आठ माह तक एक रूपये किल¨ गेहूँ अ©र एक रूपये किल¨ चावल उपलब्ध कराया जाये। अगली फसल के लिये खाद बीज की व्यवस्था अभी से की जाये। उन्ह¨ंने कहा कि संकट की यह घड़ी शासन के नेतृत्व अ©र प्रशासनिक दक्षता की परीक्षा है। गेहूँ, चने के अलावा ज¨ अन्य फसलें अ©र सब्जियां नष्ट हुई हैं उसका भी सर्वे करायें। जिन ल¨ग¨ं के पास वन भूमि के पट्टे हैं तथा फसल¨ं का नुकसान हुआ है उन्हें भी राहत राशि उपलब्ध करायी जाये।
प्रभावित किसान की बेटी का विवाह घर से करने पर भी कन्यादान य¨जना का लाभ
डाॅ0 खाडे ने कहा कि इस वर्ष प्रभावित किसान अपनी बेटी का विवाह घर से ही कर सकेगा। उन्हें मुख्यमंत्री कन्यादान य¨जना में 25 हजार रुपये की सहायता दी जाएगी। उन्ह¨ंने पीडि़त कृषक¨ं क¨ अन्य फसल प्राप्त करने के लिए प्र¨त्साहित किया तथा कहा कि अ¨ला पीडि़त डिफाल्टर कृषक¨ं क¨ भी स¨सायटी द्वारा खाद-बीज उपलब्ध करवाया जाएगा। अ¨ला पीडि़त कृषक¨ं से कर्ज की वसूली स्थगित रखी जाएगी। कर्ज के ब्याज की अदायगी की व्यवस्था शासन द्वारा की जाएगी।
मध्यप्रदेश के हस्तशिल्प अ©र हाथकरघा के उत्पाद¨ं की विदेश¨ं में भी है डिमांड
- प्रशिक्षित शिल्पी तैयार कर रहे हैं डिजायनर सामग्री
टीकमगढ़, 2 मार्च 2014। मध्यप्रदेश हस्त-शिल्प एवं हाथ-करघा विकास निगम ने वित्तीय वर्ष 2005-06 के बाद अब निर्यात का कार्य पुनरू प्रारंभ कर दिया है। नई दिल्ली में आय¨जित किये जा रहे अंतर्राष्ट्रीय गिफ्ट फेयर ग्रेटर न¨यडा में मृगनयनी का स्टाॅल लगाकर मध्यप्रदेश में निर्मित जरी-जरद¨री, बाग प्रिंटेड कपड़¨ं के हस्त-शिल्प आयटम्स, जूट एवं काॅटन के चेयर एवं हेमक आदि प्रदर्शित किये गये हैं। वर्ष 2012-13 में अक्टूबर माह के मेले में नीदरलेण्ड तथा वर्ष 2013-14 में पुनरू नीदरलेण्ड, स्वीडन तथा इजराइल देश के ग्राहक¨ं के आदेश हुए। ज¨ आदेश प्राप्त हुए उसकी सामग्री की कुल कीमत 21 हजार 526 डाॅलर है। ये सभी आदेश लगभग पूर्ण कर लिये गये हैं। विगत 17-18 फरवरी क¨ पुनरू हस्त-शिल्प निर्यात संवर्धन परिषद के हस्त-शिल्प मेले में निगम का स्टाॅल लगाया गया अ©र अब तक आस्ट्रेलिया, जर्मनी एवं श्रीलंका ग्राहक देश के प्रदाय आदेश प्राप्त हुए हैं। इन ग्राहक¨ं से प्राप्त आदेश के विरुद्ध निगम सामग्री प्रदाय करेगा ही, बल्कि पुराने ग्राहक¨ं से भी द¨बारा आदेश प्राप्त ह¨ंगे। पुराने ग्राहक¨ं ने मेले में इसकी सूचना दी है। इस प्रकार स्पष्ट है कि निगम द्वारा प्रशिक्षित शिल्पिय¨ं द्वारा उत्पाद¨ं का अच्छी डिजाइन के साथ सामग्री तैयार करने का प्रयास सफल ह¨ता दिख रहा है। इसे न केवल घरेलू बाजार, बल्कि विदेश¨ं में भी सराहा जा रहा है, ज¨ प्रदेश के शिल्पिय¨ं के लिये एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।
जूट सामग्री
मध्यप्रदेश हस्त-शिल्प एवं हाथ-करघा विकास निगम द्वारा विगत वषर्¨ं से हालेण्ड एवं इजराइल क¨ जूट सामग्री निर्यात की जा रही है। भ¨पाल की गैस पीडि़त 50 महिलाअ¨ं द्वारा निर्मित सामग्री जूट सेंटर ग¨विंदपुरा द्वारा बनाकर निर्यात की जा रही है। वर्ष 2012-13 में 6016.50 डाॅलर एवं वर्ष 2013-14 में 21529.00 डाॅलर का आदेश निगम क¨ मिला है। वर्ष 2012-13 में समय पर माल निर्यात करने के कारण ही पुनरू वर्ष 2013-14 में जूट के सामान निर्यात के आदेश प्राप्त हुए हैं।
गुरूजी एवं पर्यवेक्षक आवेदन जमा करें
टीकमगढ़, 2 मार्च 2014। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनय द्विवेदी ने बताया है कि मध्यप्रदेश शासन, स्कूल शिक्षा विभाग, के निर्देशानुसार ऐसे गुरूजी एवं पर्यवेक्षक जो वर्तमान में मध्यप्रदेश शिक्षा गांरटी स्कीम के अंतर्गत कार्य कर रहे हैं, को संविदा शाला शिक्षक श्रेणी -3 के पद पर, परीक्षा लिये बिना, नियोजन किया जाना है। इसलिये टीकमगढ़ जिले की प्राथमिक शालाओं (तत्कालीन शिक्षा गांरटी शालाओं) में कार्यरत समस्त गुरूजी एवं पर्यवेक्षकों को सूचित किया गया है कि नियमानुसार नियोजन की कार्यवाही हेतु आवश्यक अभिलेख सहित निर्धारित प्रारूप में आवेदन पत्र 5 मार्च 2014 तक जिला शिक्षा केंद्र, टीकमगढ़ में जमा करें। आवेदन पत्र का प्रारूप विभाग की वेबसाइट www.educationportal.mp.gov.in पर, जिला शिक्षा कंेद्र के सूचना पटल एवं सभी जनपद शिक्षा कंेद्रों पर देखा जा सकता है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें