प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मंगलवार को अपनी बांग्लादेशी समकक्ष शेख हसीना से कहा कि तीस्ता नदी जल बंटवारा संधि के सामने काफी कठिनाइयां हैं, लेकिन यह संधि दोनों देशों के हित के लिए जरूरी है। मनमोहन सिंह ने बे ऑफ बंगाल इनिशिएटिव फॉर मल्टी-सेक्टोरल टेकि्न कल एंड इकनॉमिक कॉपरेशन (बिम्स्टेक) सम्मेलन के इतर मौके पर हसीना के साथ 25 मिनट लंबी वार्ता की।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सैयद अकबरूद्दीन ने यहां संवाददाताओं से कहा, "हसीना ने सम्मेलन में तीस्ता विवाद का मुद्दा उठाया था, जिस पर मनमोहन सिंह ने कहा कि यह एक कठिन मुद्दा है, हम इसके समाधान का प्रयास कर रहे हैं।" मनमोहन सिंह और शेख हसीना म्यांमार की राजधानी नेपीडा में बिम्स्टेक सम्मेलन में हिस्सा लेने आए हैं।
भारत, बांग्लादेश और म्यांमार के अलावा बिम्स्टेक क्षेत्रीय समूह में नेपाल, भूटान, श्रीलंका और थाईलैंड भी शामिल हैं। हसीना ने इससे पहले सम्मेलन में कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत के साथ नदी जल बंटवारे के मुद्दे पर संतोषजनक समझौता हो जाएगा। जल बंटवारे का मुद्दा दोनों देशों के बीच दशकों से विवाद का कारण रहा है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें