राजनीति के दो विपरीत धु्रव उत्तराखंड के चुनावी दंगल में एक साथ करेंगे गर्जना
देहरादून,28 अप्रैल । देश की राजनीति के दो दिग्गज और विपरीत धु्रव के तौर पर जाने जाने वाले नरेन्द्र मोदी और राहुल गांधी कल यानी मंगलवार को प्रदेश के चुनावी दंगल में एक साथ गर्जना करेंगे।चैकिंए मत ये दोनों नेता एक साथ कोई रैली या जनसभा नहीं करने वाले बल्कि दोनों ही अपनी अपनी र्पािर्टयों के लिए वोट मांगने एक ही दिन उत्तराखंड आ रहे है। नरेन्द्र मोदी जहां देहरादून के हरबर्टपुर में चुनावी रैली को संबोधित करेंगे वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी एक ही दिन में राज्य के तीन अलग अलग स्थानों पर रैली को संबोधित करेंगे। जानकारी के अनुसार भाजपा पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी मंगलवार को देहरादून के विकास नगर तहसील स्थित हरबर्टपुर में दोपहर तीन बजे रैली को संबोधित करेंगे। आम चुनाव की घोषणा के बाद नरेन्द्र मोदी की उत्तराखंड में यह पहली रैली होगी। रैली को सफल बनाने के लिए भाजपा के पदाधिकारी और कार्यकर्ता पहले से ही रातदिन पसीना बहा रहे है। रैली का संयोजक पूर्व कैबिनेट मंत्री खजानदास को बनाया गया है जबकि जौनसार बावर क्षेत्र के दिग्गज नेता मुन्ना सिंह चैहान,विकास नगर के पूर्व विधायक कुलदीप कुमार,पूर्व जिलाध्यक्ष नीरू देवी,वर्तमान जिलाध्यक्ष संजय गुप्ता आदि को सदस्य के तौर पर जिम्मेदारी दी गई है। इन नेताआंे के कंधे पर मोदी की रैली में भीड़ लाने की जिम्मेदारी डाली गई है। भाजपा नेताओं का दावा है कि रैली में पचास हजार के करीब भीड़ जुटाई जाएगी। हालांकि हरबर्टपुर के जिस मैदान में रैली का आयोजन किया गया है वह तकरीबन 22 बीघे का है और इसकी अधिकतम क्षमता पच्चीस हजार लोगों की है। भाजपा के एक नेता ने बताया कि यहां पांच हजार कुर्सियां लगाई जा रही है। रैली की तैयारियों का जायजा लेने के लिए जिले एसएसपी,एसपी देहात,सीओ विकासनगर,एसडीएम विकास नगर आदि ने रविवार को ही रैली स्थल का दौरा किया। इन लोगों के साथ ही गुजरात पुलिस के डीआईजी ने भी मैदान का सघन निरीक्षण किया और तैयारियों को लेकर संबंधित अधिकारियों से बातचीत की। उधर भाजपा के भीड़ के दावों के बीच कांग्रेस भी अपने नेता राहुल गांधी की रैलियों को लेकर पसीना बहा रही है। राहुल गांधी मंगलवार को एक ही दिन में प्रदेश के तीन स्थानों पर रैलियों को संबोधित करेंगे। वेे गोचर, अल्मोड़ा और काशीपुर में लोगों को संबोधित करेंगे। उनके साथ प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रदेश अध्यक्ष यशपाल आर्य भी मौजूद रहेंगे। तीनों स्थानों पर चुनिन्दा नेताओं को रैली के प्रबंधन का जिम्मा सौंपा गया है। भीड़ जुटाने की योजनाओं पर नजर रखने के लिए पार्टी ने दोनो केन्द्रीय सहप्रभारियों क्रमशः संजय कपूर और चैधरी लाल सिंह को विशेष जिम्मेदारी दी है। इसके तहत संजय कपूर गढ़वाल संभाग की चुनावी रैलियों पर नजर रखेंगे जबकि कुमाउ मंडल के कामकाज की पूरी जिम्मेदारी चैधरी लाल सिंह के कंधे पर डाली गई है। मंगलवार का दिन जहां दोनों पार्टियों के लिए महत्वपूर्ण होगा वहीं प्रदेश की जनता को भी राहुल गांधी और नरेन्द्र मोदी को नजदीक से सुनने का मौका मिलेगा।
हरिद्वार में मुख्यमंत्री को शिकस्त देने के लिए जुटे है डा.निशंक, अनुसूचित जाति जनजाति के लोगों का मिल रहा भारी समर्थन
हरिद्वार/देहरादून, 28 अप्रैल। लोकसभा चुनाव में इस समय प्रदेश की सबसे हाॅट सीट बनी है हरिद्वार। इस सीट पर प्रदेश के वर्तमान मुखिया हरीश रावत की पत्नी रेणुका रावत कांग्रेस उम्मीदवार है। तो उनको टक्कर देने के लिए बीजेपी ने पूर्व मुख्यमंत्री डा.रमेश पोखरियाल निशंक को उतारा है। एक ओर पूर्व मुख्यमंत्री तो दूसरी ओर वर्तमान मुख्यमंत्री की पत्नी चुनाव मैदान में है ऐसे में जहां अप्रत्यक्ष रूप से मुख्यमंत्री हरीश रावत की प्रतिष्ठा दांव पर है वहीं पूर्व मुख्यमंत्री का राजनीतिक कद भी यह चुनाव तय करने जा रहा है। यही कारण है कि वर्तमान मुख्यमंत्री हरीश रावत को शिकस्त देने के लिए निशंक भी चुनावी समर में अपना पसीना बहा रहे हैं। हरिद्वार की जंग बेहद दिलचस्प होने के साथ ही दोनों दलों के लिए प्रतिष्ठा का सवाल भी बन गई है। पूर्व मुख्यमंत्री डा. निशंक ने रूड़की के दीप रेजीडंेसी में डेरा डाला है। रात्रि के तीन बजे है। डा. निशंक अपने चुनाव प्रचार से होटल पहुंचे हैं। यहां पार्टी के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता उनका इंतजार कर रहे हैं। निशंक पहुंचते ही उन कार्यकर्ताओं से मुखातिब होते हैं। उनसे दिनभर की रिपोर्ट लेते हैं। इस बीच वेटर खाने के लिए पूछता है। वे कहते है बहुत विलंब हो गया है। कुछ सूप वगैरा पिला दो। इसके बाद वे अपने कमरे में सोने चले जाते हंै। सुबह जल्दी उठते हैं। नहाने और पूजा के बाद फिर कार्यकर्ताओं के साथ मीटिंग करते हैं। आज उन्हें हरकी पैड़ी पर पूजा के बाद नगर क्षेत्र में अपना प्रचार करना है। उसकी योजना बनाते है और 12 बजे के लगभग हरिद्वार शहर के लिए निकल जाते हंै। वे अपने काफिले के साथ सीधे हर की पैड़ी पहुंचते हैं। वहां उपस्थित तीर्थ पुरोहित उनकी संक्षिप्त पूजा संपन्न कराते हैं और वे यहां से अपना रोड शो शुरू करते हैं। एक एक दूकान पर जाते है,दुकानदारों से मिलते है उनका हालचाल जानते हैं और उनसे मोदी जी के लिए वोट करने की अपील करते हैं। बदले में दुकानदार उनके गले में माला और कुछ तो उनको शाल ओढ़ाकर उनका स्वागत करते हैं,इस बीच क्षेत्र के दुकानदार उनसे चाय-पानी को पूछना भी नहीं भूलते लेकिन दिन की भरी दोपहरी में कहां चाय सबका धन्यवाद कर आगे निकल जाते हैं ,उनके साथ चल रहे है नगर के मेयर मनोज गर्ग और नगर विधायक मदन कौशिक। दोनों नेता निशंक के आगे आगे चल रहे हैं और लोगों से उनको मिला रहे हैं। उनके पीछे युवा कार्यकर्ताओं की फौज है जो लगातार नारेबाजी कर रहे हैं। उनके नारे हरिद्वार का सांसद कैसा हो,डा. निशंक जैसा हो से आगे चल रहे कार्यकर्ताओं में भी उत्साह का संचार स्पष्ट देखा जा सकता है। निशंक हरकी पैड़ी से पैदल चलते हुए बड़ी सब्जी मंडी होते हुए लालतारौ पुल इलाके में पहुंच गए हंै। यहां भी वे लोगों से मिल रहे हैं। उनके उपर दुकानों से फूल बरसाए जा रहे हैं। लेकिन इस समय सूर्यदेव यानी धूप का तीखापन स्पष्ट महसूस किया जा रहा है। निशंक के चेहरे पर धूप का असर दिख रहा है। चेहरा पसीना पसीना है। हि.स. का प्रतिनिधि उनसे मिलता है। वे हाथ मिलाते हैं और पूछते हैं कैसे हो,यहां कैसे आना हुआ। यह बताने पर कि आपके चुनाव प्रचार को देखने और उसकी रिपोर्ट करने के उद्देश्य से तो वे मुस्कराते हंै। कहते है अभी तक मैं इस क्षेत्र में पांच छोटी छोटी जनसभाएं कर चुका हूं। वे कहते हंै पूरे हरिद्वार शहर में अब डोर टू डोर प्रचार करने की योजना है। इतने में उनको आगे चलने का संकेत करते हुए उनके कार्यकर्ता फिर से नारेबाजी करने लगते हैं। निशंक जी हाथ मिलाते हैं और आगे जनसंपर्क के लिए चले जाते है। जाते जाते कह जाते हंै कि प्रचार का पूरा विवरण आप हमारे सहयोगी मनवीर चैहान से भी जान सकते हैं। जब हम रूड़की स्थित होटल दीप रेजीडेंसी पहुंचते हैं तो यहां हमें मिलते हैं भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष और निशंक के करीबी मनवीर चैहान। चैहान से निशंक की हरिद्वार के चुनाव में स्थिति और प्रचार के तौर तरीकांे व अन्य विषयों पर बातचीत शुरू होती है। बेहद आत्मविश्वास से भरे चैहान बताते है कि निशंक जी को हरिद्वार में जनता का पूरा समर्थन मिल रहा है। वे जहां भी प्रचार के लिए जा रहे है वहां उनका जोरदार स्वागत हो रहा है। जनता खुद कह रही है कि इस बार देश का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को बनाना है इसलिए हरिद्वार से निशंक जी का जीतना जरूरी है। वे कहते हंै कि यहां कांग्रेस के पक्ष में प्रचार करने के लिए पिछले दिनों प्रसिद्ध किसान नेता राकेश टिकैत आए थे लेकिन यहां के जाटों ने उन्हें यहां से लौटा दिया। जाट समुदाय के लोगों ने उनका विरोध किया और कहा कि इस बार यहां हम निशंक जी को वोट देंगे।मनवीर चैहान बताते हंै कि इस बार क्षेत्र के दलितों और पिछड़ों का समर्थन भी भाजपा को मिल रहा है। वे कहते हंै एक तो हमारे पीएम पद के प्रत्याशी नरेन्द्र मोदी पिछड़े समुदाय से आते हैं दूसरे इस समुदाय के लोगों का बीएसपी से मोहभंग हो गया है। उनका दावा है कि इनका समर्थन मिलने से पार्टी प्रत्याशी की जीत का अंतर भी बढ़ने वाला है। उनसे जब पूछा गया कि उनके प्रतिद्वंदी और प्रदेश के मुखिया भी तो अच्छा लड़ रहे है इसका जवाब देते हुए कहते है कि उनका पूरा प्रचार एक समुदाय विशेष के लोगों को आकर्षित करने तक ही सिमटा है। लेकिन उनको इस समुदाय का पूरा मत मिलेगा इस पर संशय है। वे कहते है कि निशंक जी ने भी मुख्यमंत्री रहते इस समुदाय के लिए अच्छा कार्य किया जिसका लाभ उन्हें चुनाव में मिलेगा। प्रचार की रणनीतियों और तौर तरीकांे के बारे में पूछे जाने पर वे कहते हैं कि भाजपा के सभी पदाधिकारी कार्यकर्ता पूरे मनोयोग से प्रचार कार्य कर रहे है। खुद डा. निशंक की बड़ी बेटी आरूशी निशंक भी अपने स्तर पर लोगों से संवाद कायम कर रही है। उनका कहना है कि मतदान तिथि के पूर्व ही निशंक क्षेत्र के सभी मतदाताओं तक व्यक्तिगत तौर पर पहुंचने की रणनीति पर काम कर रहे है। मुख्यमंत्री हरीश रावत के बारे में पूछे जाने पर दबी जुबान से कहते है कि यहां लड़ाई सीधे मुख्यमंत्री से ही है। इस समय श्री रावत प्रदेश के मुख्यमंत्री है भले ही वे आचार संहिता के चलते कोई घोषणा नहीं कर सकते लेकिन लोगों द्वारा दिसे जा रहे ज्ञापन आदि का भी चुनाव पर असर पड़ता है। वे दावा करते हंै बावजूद इसके यहां से भाजपा जीतने जा रही है।
हरबर्टपुर की रैली तय करेगी मुन्ना सिंह चैहान का भविष्य
देहरादून,28 अप्रैल,(निस)। हरबर्टपुर में भाजपा पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी की रैली प्रदेश के प्रभावी नेता मुन्ना सिंह चैहान का भविष्य भी तय करेगी। इस रैली में जौनसार में उनकी पकड़ का प्रदर्शन भी होगा। इसके साथ ही टिहरी से टिकट न मिलने के बाद पार्टी से उनकी नाराजगी की खबरों को भी विराम लगने का अंदेशा है। बताते चले कि मुन्ना सिंह चैहान जौनसार बावर में मजबूत पकड़ वाले नेता माने जाते है। उन्होंने सितंबर 2012 में टिहरी सीट पर हुए लोकसभा उपचुनाव में भाजपा उम्मीदवार माला राजलक्ष्मी शाह को विकास नगर से बड़ी बढ़त दिलाकर अपनी ताकत का अहसास भी पार्टी को करा दिया था। लेकिन इस बार वे खुद टिहरी से चुनाव लड़ने के मूड में थे लेकिन अन्ततः एक बार फिर महारानी टिकट पाने में कामयाब रही। महारानी को टिकट मिलने के बाद से मुन्ना सिंह चैहान के पार्टी से अन्दरखाने नाराज होने की खबरें आई लेकिन मुन्ना सिंह चैहान इन खबरों को अफवाह ही करार देते रहे है। अब चुनाव की घोषणा होने के बाद नरेन्द्र मोदी की पहली जनसभा चैहान के क्षेत्र में हो रही है। इस सभा से स्पष्ट हो जाएगा कि मुन्ना सिंह पार्टी से नाराज है या नहीं। हालांकि इस बारे में बात करने पर चैहान ने फिर दोहराया कि उनकी पार्टी से कोई नाराजगी नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी कार्यकर्ता एकजुट हो कर मिशन मोदी में लगे हुए है। हमारा पहला उद्देश्य नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाना है और इसके लिए हम प्रदेश की पांचों लोकसभा सीटें जीतकर नरेन्द्र मोदी जी की झोली में डालने वाले है।
टनकपुर-जौलजीवी सड़क निर्माण पर तेजी लाने के निर्देश
देहरादून, 28 अप्रैल,(निस)। मुख्य सचिव सुभाष कुमार ने सोमवार को सचिवालय में टनकपुर-जौलजीवी सड़क निर्माण के सम्बंध में आयोजित बैठक की अध्यक्षता की। मुख्य सचिव ने कार्य में तेजी लाने के लिए फास्ट ट्रैक पर कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि फारेस्ट क्लियरेंस के सम्बंध में सभी औपचारिकाताएं पूर्ण कर भारत सरकार को शीघ्र भेजें। बैठक में बताया गया कि काली नदी के किनारे बनने वाली इस 135 किमी सड़क से टनकपुर-धारचूला की दूरी 75 किमी कम हो जायेगी। सीमांत क्षेत्र की सैन्य गतितिधियों में भी तेजी आयेगी। बताया गया कि टनकपुर से ककराली घाट तक 12 किमी सड़क का निर्माण हो चुका है। इस मार्ग का चैड़ीकरण किया जायेगा। ककराली गेट से जौलजीवी तक 123 किमी टू लेन सड़क का निर्माण किया जायेगा। बैठक में सचिव लोनिवि अमित नेगी, अपर सचिव दिलीप जावलकर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
अधूरी सूचना देने पर 10 हजार का जुर्माना
देहरादून, 28अप्रैल (निस)। अपनी जिम्मेदारी भली प्रकार निभाने में असफल रहे मुख्य खान अधिकारी भू-तत्व एवं खनिकर्म ईकाई भोपाल पानी पर 10 हजार रू. का अर्थ लगाया है। यह अर्थ दंड वरिष्ठ सूचना आयुक्त विनोद नौटियाल द्वारा लगाया गया है। इस प्रकरण में खान अधिकारी द्वारा जो सूचना दी गई वह आधी अधूरी व सात माह बाद दी गई थी। अपील संख्या ए (डी) 13752/013 के तहत यह जानकारी रघुनाथ सिंह नेगी अध्यक्ष, जन संघर्ष मोर्चा उत्तराखण्ड, अस्पताल रोड़ विकासनगर, देहरादून द्वारा मांगी गई थी। जिसमें 25 फरवरी को आयोग द्वारा कारण बताओं नोटिस पर मुख्य खान अधिकारी ने अपना लिखित स्पष्टीकरण दिया। नेगी ने 19 सितम्बर 2013 को तीन बिन्दुओं पर सूचना मांगी थी। नेगी का कहना है कि उत्तराखण्ड खनिज नीति 2011 के नियम 5 के उपनियम 5 में स्पष्ट प्रावधान है कि भण्डारण स्वामियों को निर्गत किये जाने वाले परिवहन प्रपत्रों पर खनिज की मात्रा का निर्धारण कर रायल्टी की धनराशि जमा करायी जायेगी। उक्त के अनुसार न्यायालय के प्रतिबन्ध वर्ष 2009 (जून) से लेकर सूचना उपलब्ध कराने की तिथि तक समस्त भण्डारण स्वामियों/अनुज्ञापत्र धारकों से प्राप्त रायल्टी से सम्बन्धित समस्त दस्तावेज मांगे थे। लोक सूचना अधिकारी के द्वारा 24 सित्मबर को 2013 धारा 5(4) के अंतर्गत मुख्य खान अधिकारी/संयुक्त निदेशक खनन से सहयोग मांगा गया ताकि समयान्तर्गत सूचना उपलब्ध करायी जा सके। लोक सूचना अधिकारी के द्वारा वांछित बिन्दुओं की सूचना उपलब्ध न कराये जाने के बाद नेगी ने 11 नवम्बर को 2013 प्रथम अपीलीय अधिकारी के समक्ष प्रथम अपील प्रस्तुत की गयी। बाद में वह आयोग चले गये। आयोग द्वारा इस संबंध में लोक सूचना अधिकारी से उनका पक्ष मांगा गया जिसमें उन्होंने कहा कि मुख्य खान अधिकारी के द्वारा अपने स्तर से 9 जनवरी को वांछित सूचना नेगी को भेजी गयी। आयोग द्वारा 25 फरवरी को मुख्य खान अधिकारी के द्वारा 9 जनवरी को भेजी गई सूचनाओं का अवलोकन किया। आयोग द्वारा 25 फरवरी को दिये गये निर्देश के क्रम में 11 अप्रैल को मुख्य खान अधिकारी के प्रतिनिधि वांछित अभिलेखीय सूचना लेकर आये। आयोग के निर्देश पर 11 अप्रैल को नेगी को भेजा गया। मुख्य खान अधिकारी द्वारा किसी भी बिन्दु की सूचना उपलब्ध न कराकर कहा है कि जिलाधिकारी कार्यालय, देहरादून से एवं राजकीय मुद्रालय, रूडक़ी से सूचना प्राप्त की जा सकती है। आयोग का मानना है कि उन्हें उक्त बिन्दुओं हेतु संबंधितों से धारा 5 (4) के अंतर्गत सहयोग मांगा जाना चाहिए था या धारा 6(3) के अंतर्गत संबंधित को अंतरित किया जाना चाहिए था । ऐसा न करने के लिए मुख्य खान अधिकारी को समतुल्य लोक सूचना अधिकारी के रूप में इस आशय का कारण बताओ नोटिस दिया गया था कि क्यों न उनपर दस हजार रूपये की शास्ति आरोपित कर दी जाये। इससे पूर्व भी एक अन्य प्रकरण अपील संख्यारू ए (डी)13972 /2013 अनिल चन्दोला बनाम लोक सूचना अधिकारी/मुख्य खान अधिकारी, संयुक्त निदेशक खनन, भूतत्व एवं खनिकर्म इकाई, उद्योग निदेशालय, देहरादून व अन्य में समतुल्य लोक सूचना अधिकारी/ मुख्य खान अधिकारी, संयुक्त निदेशक खनन, भूतत्व एवं खनिकर्म इकाई, उद्योग निदेशालय, देहरादून द्वारा ऐसा ही कहा गया। यदि सूचना प्रेषण में विलम्ब हुआ है व धारा 5 (4) के अंतर्गत सहयोग नहीं दिया गया है तो मात्र इस आधार पर कारण बताओ नोटिस को वापस नहीं लिया जा सकता कि समतुल्य लोक सूचना अधिकारी, मुख्य खान अधिकारी, संयुक्त निदेशक खनन, भूतत्व एवं खनिकर्म इकाई, उद्योग निदेशालय, देहरादून सरकारी कार्यों में बहुत व्यस्त रहते हैं। शासन द्वारा सूचना का अधिकार अधिनियम को भी आवश्यक कृत्य मानते हुये इस संबंध में उचित व्यवस्था करनी चाहिए। जहॉ तक इस प्रकरण का संबंध है अपीलार्थी के द्वारा 19 सितम्बर 2013 को प्रस्तुत मूल अनुरोध पत्र पर 11 अप्रैल को लगभग 7 माह उपरान्त सूचना उपलब्ध करायी गयी है जबकि सूचना का अधिकार अधिनियम के अंतर्गत 30 दिन के अंदर सूचना उपलब्ध कराये जाने का प्राविधान है। दिये गये कारण बताओ नोटिस के सापेक्ष प्रस्तुत स्पष्टीकरण को सन्तोषजनक न मानते हुये समतुल्य लोक सूचना अधिकारी/मुख्य खान अधिकारी, भूतत्व एवं खनिकर्म इकाई, उद्योग निदेशालय उत्तराखण्ड, भोपालपानी (बड़ासी), रायपुर, थानों रोड़, देहरादून पर दस हजार रू. की शास्ति आरोपित की जाती है।
अकाल मौतों का भाजपा कांग्रेस को देना होगा जवाब- भाकपा माले
धारचूला, 28 अपै्रल (निस)। भाकपा (माले) ने आज धारचूला में रैली निकालकर लोस चुनाव के लिये वोट मांगे।चुनावी सभा में माले नेताओं ने कहा कि आपदा में हुई अकाल मौतों के लिए कांग्रेस के मुख्यमंत्री और विधायक सीधे तौर परजिम्मेदार हैं। आज भी सीमान्त क्षेत्र में आपदा के बाद से खराब हुई स्थिति पटरी पर नहीं आ पायी है। हालात यह है कि सीमान्त के लोग जान जोखिम में जाकर यात्रा कर रहे हैं। भाकपा (माले) के उम्मीदवार विजय कुमार के समर्थन में माले कार्यकर्ता भोटिया पड़ाव में जमा हुए और उन्होंने नगर में रैली निकाल कर सीमान्त की जनता से माले के पक्ष में वोट देने की अपील की। रैली में माले उम्मीदवार के अलावा केन्द्रीय कमेटी सदस्य राजा बहुगुणा, राज्य कमेटी सदस्य पुरूषोत्तम शर्मा, जिला सचिव जगत मर्तोलिया ने आम जनता से मुलाकात कर उन्हें माले की नीतियों के सम्बन्ध में बताया। तहसील रोड में हुई जनसभा में केन्द्रीय कमेटी के सदस्य राजा बहुगुणा ने कहा कि आपदा को हुए 11 माह बीत गये हैं। अभी भी राज्य में सामान्य स्थिति वापस नहीं आ पायी है। प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में बनी कमेटी की कोई बैठक नहीं हुई। जमीन के बदले जमीन और मकान के बदले मकान देने की पुर्नवास नीति नहीं बन पायी। कांग्रेसियों ने अपने परिजनों को फर्जी तरीके से आपदा राहत राशि दिला दी। जांच के नाम पर केवल फाइलें तैयार की जा रही है। उन्होंने कहा कि नयी आपदा आने को केवल एक माह का समय शेष बचा है। सरकार के पास इससे निपटने के लिए कोई तंत्र भी नहीं है और कोई नीति भी नहीं है। बहुगुणा ने कहा कि मुख्यमंत्री झूठ बोल रहे हैं। सीएम के जाने के बाद मदकोट, मनकोट, गोठी, खोतिला में रास्ते और पुल सही नहीं होने के कारण चार जाने गयी हैं। इन अकाल मौतों का जबाव कांग्रेस को देना होगा। उन्होंने कहा कि भाजपा के तीस विधायक सदन में आपदा के मुद्दे पर कांग्रेस के साथ खड़े रहे। कभी भी इन्होंने जनता की आवाज बुलन्द नहीं की। माले उम्मीदवार विजय कुमार ने कहा कि पंूजीपतियों के धन से चुनाव लड़ने वाले कांग्रेस-भाजपा जनता के नहीं हो सकते। उन्होंने जनता की गाड़ी कमाई को फूंकने वालों पर लगाम कसने की बात की। इस मौके पर राज्य कमेटी सदस्य पुरूषोत्तम शर्मा, जिला सचिव जगत मर्तोलिया, राम सिंह गण्डी, हीरा बौनाल, मोहन सिंह गुंज्याल, मोहन राम टम्टा, भागीरथी धामी, हरीश कुंवर, हर सिंह गण्डी, गिरीश पंत, चंचल बोरा, ममता रावत, बिमला गंुज्याल, सोबन सिंह बिष्ट आदि ने अपने विचार रखे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें