बिहार में चौथे चरण के लोकसभा चुनाव में सात सीटों के लिए बुधवार को हुए मतदान में 1.12 करोड़ मतदाताओं में से 57 प्रतिशत से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। इसके साथ ही शरद यादव, पप्पू यादव समेत 94 प्रत्याशियों का राजनीतिक भविष्य ईवीएम में कैद हो गया। चौथे चरण के मतदान को लेकर कहीं से कोई बड़ी अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। बिहार के मधुबनी, झंझारपुर, मधेपुरा, दरभंगा, समस्तीपुर, बेगूसराय और खगड़िया में हुए मतदान के दौरान 1.12 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं के लिए 10,521 मतदान केंद्र बनाए गए थे। इन सात सीटों में मधुबनी और दरभ्ांगा पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का कब्जा है जबकि शेष पर जनता दल (युनाइटेड) के प्रत्याशी पिछले चुनाव में विजयी हुए थे।
राज्य निर्वाचन विभाग के अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी आऱ लक्ष्मणन ने बताया कि सुबह से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की भीड़ देखी जा रही थी। चिलचिलाती धूप और अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा रहने के बावजूद दोपहर में भी मतदाता अपनी बारी के इंतजार में पंक्ति में खड़े रहे। हालांकि दोपहर में मतदान के प्रतिशत में गिरावट आई परंतु फिर भी मतदान में तेजी देखी गई। उन्होंने बताया कि चौथे चरण में हुए मतदान में 57.74 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने-अपने मताधिकार का प्रयोग किया जो पिछले लोकसभा चुनाव से 12.72 प्रतिशत अधिक है। बेगूसराय संसदीय क्षेत्र में सबसे ज्यादा 64 प्रतिशत मतदान हुआ।
इस बीच आठ मतदान केंद्रों पर स्थानीय समस्या को लेकर मतदान बहिष्कार करने की सूचना मिली है। इस दौरान कहीं से कोई अप्रिय घटना की सूचना नहीं है। उन्होंने बताया कि मतदान के दौरान अशांति फैलाने के आरोप में 24 व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया। इन क्षेत्रों से पांच महिला समेत कुल 94 प्रत्याशी चुनावी मैदान में भाग्य आजमा रहे हैं, जिनमें जद (यू) के शरद यादव, गुलाम गौस, महेश्वर हजारी, संजय झा, भाजपा के कीर्ति आजाद, हुकूमदेव नारायण यादव, भोला सिंह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अब्दुलबारी सिद्दिकी, पप्पू यादव, मोहम्म्द ए़ ए़ फातमी, मंगनी लाल मंडल लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) के महबूब अली कैसर, रामचंद्र पासवान कांग्रेस के अशोक कुमार तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के राजेंद्र प्रसाद सिंह जैसे दिग्गज शमिल हैं।
इस क्रम में बिहार के साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव के लिए भी मतदान हुआ। यहां कुल नौ उम्मीदवार हैं। यह सीट तत्कालीन समाज कल्याण मंत्री परवीन अमानुल्लाह के इस्तीफे के कारण खाली हुई थी। इस चरण के चुनाव को लेकर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध किए गए हैं। सभी मतदान केंद्रों पर सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। उल्लेखनीय है कि प्रथम चरण में बिहार की छह लोकसभा सीटों पर 10 अप्रैल को जबकि दूसरे और तीसरे चरण में क्रमश: सात-सात लोकसभा सीटों पर मतदान संपन्न हो चुका है। बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं।
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