आम आदमी पार्टी (आप) ने गुरुवार को वाराणसी के लिए अपना विशेष घोषणापत्र 'बनारस संकल्प पत्र' जारी किया और 'गंगा से संसद' तक सफाई का वादा करने के साथ बनारस को सर्वधर्म पवित्र नगरी का दर्जा दिलवाकर इसे आध्यात्मिक राजधानी बनाने का वादा किया। आप ने सात पृष्ठों के अपने घोषणापत्र में दिल्ली की अपनी 49 दिनों की सरकार और बनारस संसदीय क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की पिछले दो दशकों के शासन से तुलना करते हुए भाजपा पर निशाना भी साधा।
आप ने अपने घोषणापत्र में कहा, "भाजपा पिछले 15-20 वर्षो से नगर निगम, विधानसभा और संसद की सीटों पर लगभग लगातार काबिज रही है। भाजपा ने ही इस शहर की यह हालत बनाई है।" आप ने अपने घोषणापत्र में 'नई काशी' योजना के तहत मोनो रेल और रिंग रोड परियोजना को पूरा करने तथा शहर को माफियाओं के चंगुल से आजाद करने का भी वादा किया। आप ने कहा, "यहीं से देश की राजनीति तय होनी है। बनारस को एक ऐसी सियासत देनी है जो गंगा को भी साफ रखे और संसद को भी साफ रखे।"
आप के घोषणापत्र में शिक्षा, स्वास्थ्य, सफाई, सड़क, बिजली, पानी, एवं स्थानीय उद्योग को लेकर अनेक वादे किए गए हैं। बनारस को सर्वधर्म पवित्र नगरी के रूप में विकसित करने का वादा करते हुए आप ने कहा, "बनारस को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी के रूप में विकसित किया जाएगा, और इसके लिए बनारस को सर्वधर्म पवित्र नगरी का दर्जा दिलाया जाएगा। पवित्र नगरी के रूप में विकसित करने के लिए केंद्र और राज्य सरकार से विशेष आर्थिक पैकेज की व्यवस्था कराई जाएगी, जिसमें मुख्य रूप से गंगा को साफ रखने, घाटों के विकास, साफ सफाई, सौंदर्यीकरण, पंचकोशी मार्ग का विकास, धार्मिक स्थलों एवं ऐतिहासिक विरासत के रख-रखाव और नगर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली-सड़क पानी की पर्याप्त व्यवस्था की जाएगी।"
उल्लेखनीय है कि वाराणसी संसदीय क्षेत्र से आप नेता अरविंद केजरीवाल भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव मैदान में हैं। आप ने बनारस के अपने पार्टी कार्यालय में वरिष्ठ नेताओं, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, आनंद कुमार, योगेंद्र यादव, राजमोहन गांधी और आशुतोष की उपस्थिति में अपना 'बनारस संकल्प पत्र' जारी किया।
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