आकाश प्रक्षेपास्त्र का तीसरा सफल परीक्षण - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

Breaking

प्रबिसि नगर कीजै सब काजा । हृदय राखि कौशलपुर राजा।। -- मंगल भवन अमंगल हारी। द्रवहु सुदसरथ अजिर बिहारी ।। -- सब नर करहिं परस्पर प्रीति । चलहिं स्वधर्म निरत श्रुतिनीति ।। -- तेहि अवसर सुनि शिव धनु भंगा । आयउ भृगुकुल कमल पतंगा।। -- राजिव नयन धरैधनु सायक । भगत विपत्ति भंजनु सुखदायक।। -- अनुचित बहुत कहेउं अग्याता । छमहु क्षमा मंदिर दोउ भ्राता।। -- हरि अनन्त हरि कथा अनन्ता। कहहि सुनहि बहुविधि सब संता। -- साधक नाम जपहिं लय लाएं। होहिं सिद्ध अनिमादिक पाएं।। -- अतिथि पूज्य प्रियतम पुरारि के । कामद धन दारिद्र दवारिके।।

गुरुवार, 1 मई 2014

आकाश प्रक्षेपास्त्र का तीसरा सफल परीक्षण


akash-missile-test
ओडिशा के रक्षा बेस से शनिवार को जमीन से हवा में मार कर सकने वाले आकाश प्रक्षेपास्त्र का तीसरा परीक्षण भी सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। पूर्णत: स्वदेश निर्मित प्रक्षेपास्त्र आकाश 27 किलोमीटर तक मार कर सकता है। राजधानी भुवनेश्व से 270 किलोमीटर दूर बालासोर जिले के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण केंद्र से आकाश को परीक्षण के लिए छोड़ा गया।

परीक्षण केंद्र के निदेशक एम.वी.के.वी. प्रसाद ने बताया, "वायु सेना ने यह परीक्षण किया। परीक्षण सफल रहा।" आकाश प्रक्षेपास्त्र का पिछले महीने इसी रक्षा बेस से दो बार सफल परीक्षण किया गया। प्रसाद ने बताया कि आकाश का अभी कई परीक्षण किया जाएगा, जिसकी तैयारी की जा रही हैं। ये परीक्षण अगले कुछ दिनों में की जाएंगी।

सभी मौसमों में मार कर सकने वाला यह 700 किलोग्राम वजनी प्रक्षेपास्त्र 2.5 मैक की गति से 60 किलोग्राम तक युद्ध सामग्री ले जा सकता है। यह प्रक्षेपास्त्र स्वचालित है और साथ ही हवा में कई निशानों पर एक साथ मार कर सकता है। इसे स्थिर प्लेटफॉर्म के साथ-साथ गतिशील प्लेटफॉर्म से भी छोड़ा जा सकता है। इससे प्रक्षेपास्त्र बलों को इसे तैनात करना काफी सुविधाजनक हो जाता है।

कोई टिप्पणी नहीं: