कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को एक ही सिक्के का दो पहलू करार दिया। आंध्र प्रदेश के इस कस्बे में चुनावी सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने लोगों से तेदेपा-भाजपा को नकारने की अपील करते हुए कहा कि इस गठजोर को वोट देने का मतलब नकारात्मक होगा जिससे लोगों के बीच पूर्वाग्रह और घृणा फैलेगी। उन्होंने कहा, "तेदेपा को वोट देने से केवल सांप्रदायिक ताकतों को बल मिलेगा और व्यापक तौर पर हमारे धर्मनिरपेक्ष तानेबाने को नुकसान पहुंचेगा।"
कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि तेदेपा और भाजपा पुराने मित्र हैं। यह याद दिलाते हुए कि तेदेपा ने भाजपा का कभी साथ नहीं छोड़ा, उन्होंने कहा, "कई दल राजग (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) से बाहर निकल गए थे, लेकिन तेदेपा नहीं निकली।" सोनिया गांधी ने दावा किया कि कांग्रेस ही एकमात्र ऐसी पार्टी है जो धर्मनिरपेक्ष मूल्यों और सिद्धांतों के लिए खड़ी रही है और कभी भी सांप्रदायिक शक्तियों से समझौता नहीं किया।
उन्होंने कहा, "ये मूल्य और सिद्धांत ही हमारे देश को एकजुट रखे हुए है और इन्हीं मूल्यों और सिद्धांतों के लिए इंदिरा गांधी और राजीव गांधी ने शहादत दी।" कांग्रेस नेता ने दावा किया कि कांग्रेस ही वह पार्टी है जो सामाजिक न्याय के लिए प्रतिबद्ध है, क्योंकि इसका मानना है कि सदियों से वंचित और उपेक्षित दलित, आदिवासी, पिछड़े वर्ग, अल्पसंख्यकों और महिलाओं जैसे तबके के हाथों में राजनीतिक शक्ति की चाबी सौंपा जाना जरूरी है।
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