झारखंड पुलिस ने दुमका जिले के पुलिस अधीक्षक के निलंबन और उपायुक्त के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की है। यह अनुशंसा नक्सली हमले में उनके कर्तव्य के निर्वहन में हुई भूल के संदर्भ में की गई है जिस दौरान मतदान टीम के आठ लोगों की मौत हो गई थी। 24 अप्रैल को मतदान के दिन जिले के पालसी गांव के नजदीक नक्सलियों द्वारा बिछाए गए बारुदी सुरंग की चपेट में एक बस के आ जाने से इसमें सवार आठ लोगों की मौत हो गई थी और पांच घायल हो गए थे। मृतकों में पांच सुरक्षाकर्मी भी शामिल थे।
राज्य सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में पुलिस मुख्यालय ने कहा, "उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक ने मतदान के दौरान सुरक्षाकर्मी तैनात किए थे और सुरक्षाकर्मियों की तैनाती में भारी अनियमितता बरती गई थी।" राज्य के पुलिस प्रमुख राजीव कुमार ने कहा, "नक्सलियों की मौजूदगी की सूचना के बावजूद मतदान केंद्रों को दिशानिर्देश के मुताबिक श्रेणी में नहीं बांटा गया था। अर्धसैनिक बल और राज्य पुलिस प्रभावित इलाके में आवश्यकता के अनुसार तैनात नहीं थे।"
सरकारी सूत्रों के अनुसार रिपोर्ट में पुलिस अधीक्षक एन.के.मिश्रा के निलंबन और उपायुक्त हर्ष मंगला के खिलाफ कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। गौरतलब है कि इससे पहले राजीव कुमार ने घटना के संदर्भ में रणनीतिक भूल को स्वीकारा था।
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