संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून ने गुरुवार को इजरायल और फिलीस्तीन को समझदारी दिखाते हुए कोई भी एकतरफा फैसला लेने से बचने के लिए कहा है, जिससे बातचीत दोबारा शुरू होने की संभावना खत्म हो जाए। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार मून ने कहा, "यह इन दोनों पक्षों का कर्तव्य है कि वे एक दूसरे को समझाएं कि दोनों शांति के साझीदार हैं। अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी को भी शांतिपूर्ण समझौते के लिए अपनी दीर्घकालीन प्रतिबद्धता को समझना होगा।"
महासचिव ने कहा कि द्वि-राष्ट्र समाधान की संभावना को बरकरार रखने की जिम्मेदारी अब अंतर्राष्ट्रीय बिरादरी और दोनों पक्षों की है। यह बयान सुरक्षा परिषद की दो-दिवसीय बैठक के बाद आया है जहां सभी सदस्यों ने दोनों देशों से वार्ता शुरू करने की अपील की है।
वार्ता को 29 अप्रैल की अंतिम अवधि से आगे ले जाने के प्रयास के बीच इजरायल ने फिलीस्तान के साथ वार्ता पिछले सप्ताह फतह और हमास के बीच हुए समझौते को देखते हुए रोक दी। इजरायल हमास को आतंकवादी संगठन मानता है।
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