राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से बागी हुए विधायक सम्राट चौधरी ने पटना उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर चारे घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद के राजद अध्यक्ष बने रहने पर सवाल उठाया है। याचिका दायर करने के बाद विधायक ने पत्रकारों को बताया कि दायर याचिका में सवाल उठाया गया है कि चारा घोटाला के एक मामले में लालू प्रसाद सजा पा चुके हैं और जमानत पर रिहा हैं। कोई सजायाफ्ता व्यक्ति जब चुनाव नहीं लड़ सकता, तब किसी राजनीतिक पार्टी का अध्यक्ष भी वह कैसे बने रह सकता है?
इससे पहले चौधरी ने निर्वाचन आयोग को भी एक पत्र लिखकर इस मामले पर कारवाई करते हुए राजद के सभी उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को भी रद्द करने की मांग की थी। इधर, राजद अध्यक्ष ने इस मामले को पूरी तरह बकवास बताते हुए कहा, 'मैं पार्टी का अध्यक्ष हूं। पार्टी के संविधान में ऐसा कुछ नहीं लिखा है जो उन्हें अध्यक्ष बने रहने से रोकता हो।" उन्होंने सम्राट चौधरी को धोखेबाज बताते हुए कहा, "उसे राजद ने पाला था और उसी ने राजद को तोड़ दिया।"
उल्लेखनीय है कि लोकसभा चुनाव से पहले 13 विधायकों का एक धड़ा राजद से इस्तीफा देकर अलग गुट बना लिया था, लेकिन फिर नौ विधायक पार्टी में लौट आए।
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