मध्य प्रदेश के राज्यपाल रामनरेश यादव ने बच्चों को पढ़ाए जा रहे इतिहास पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि प्रदेश की 12वीं कक्षा की किताब में कई गलत तथ्य हैं, जिनसे वह राज्य के शिक्षामंत्री और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को अवगत करा चुके हैं। राज्य सरकार ने अगले सत्र की पुस्तक में सुधार करने का आश्वासन दिया है। इंदौर के अहिल्या बाई विश्वविद्यालय के स्वर्ण जयंती समारोह में शुक्रवार को राज्यपाल ने कहा कि सब जानते हैं कि 1857 की क्रांति के नायक तात्या टोपे को शिवपुरी में फांसी दी गई थी और यही कारण है कि वहां उनका स्मारक बन रहा है, लेकिन राज्य में 12वीं कक्षा के बच्चों को तात्या टोपे बारे में जो पढ़ाया जा रहा है वह इससे अलग है। इसमें एक किताब के हवाले से कहा गया है कि तात्या टोपे अंग्रेजों से संघर्ष करते हुए मारे गए थे।
यादव ने आगे कहा कि इसी तरह की कई अन्य गड़बड़ियां दीगर किताबों में भी हैं, जिनमें 1857 की क्रांति की शुरुआत और मंगल पांडे को लेकर गलत जानकारियां दर्ज हैं। उन्होंने संबंधित किताबों के प्रकाशकों व लेखकों को भी इस गलती से अवगत कराया है। यादव ने बताया कि उनके पत्र के जवाब में सरकार ने कहा है कि किताबें छप गई हैं, लिहाजा उसे सुधारा जाना फिलहाल संभव नहीं है, अगले सत्र में इस गलती को सुधार लिया जाएगा।
राज्यपाल ने अप्रत्यक्ष रूप से सरकारी मशीनरी के कामकाज के तरीके पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि आज आमजन को जागरूक होने की जरूरत है। इस मौके पर उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए उनके सादगी भरे जीवन की भी चर्चा की।
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