बिहार के रोहतास जिले के 14 वर्षीय शिवानंद ने भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आईआईटी) की संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) पास की है। किसान के बेटे शिवानंद ने इसी साल 93.4 फीसदी प्राप्तांक के साथ 12वीं पास किया था और उसे आईआईटी-जेईई की परीक्षा के लिए विशेष अनुमति लेनी पड़ी। उसे देश में 2,587वां स्थान मिला है। आईआईटी-जेईई के परिणाम की घोषणा गुरुवार को की गई।
धर्मापुर गांव निवासी शिवानंद के पिता कमलकांत तिवारी ने कहा, "हमें उस पर गर्व है। उसने इस उम्र में वाकई में कुछ अलग किया है।" शिवानंद ने कहा कि वह भौतिकी में शोध करना चाहता है। उसने कहा, "मैं वैज्ञानिक बनने को लेकर उत्सुक हूं।" कमलकांत ने कहा कि यह उनके बेटे का पहला प्रयास था और उसने यह साबित किया कि वह बुद्धिमान है।
देशभर से 1,26,997 छात्रों ने परीक्षा के लिए पंजीयन कराया था, जिनमें से 27,151 का आईआईटी-जेईई (एडवांस) में चयन हुआ था। गत वर्ष बिहार के भोजपुर जिले के 13 वर्षीय सत्यम कुमार ने आईआईटी-जेईई की परीक्षा पास की थी और उसे 679वां स्थान हासिल हुआ था। आईआईटी जेईई एडवांस की परीक्षा के जरिये 16 आईआईटी और इंडियन स्कूल आफ माइंस, धनबाद के लिए बच्चों का चयन होता है। इन संस्थानों में 9,784 छात्र-छात्राएं पढ़ते हैं।
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