मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के कद्दावर नेता वी. एस. अच्युतानंदन ने रविवार को दिल्ली में हुई शीर्ष स्तर की बैठक में पार्टी की केरल इकाई के नेतत्व की कड़ी आलोचना की। लोकसभा चुनाव पार्टी के लचर प्रदर्शन को लेकर उन्होंने प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की मांग भी की। अच्युतानंदन के करीबी विश्वस्त सूत्रों ने खुलासा किया है कि पार्टी के प्रदेश सचिव निपारायी विजयन के साथ लंबे समय से खटपट पालने वाले कद्दावर नेता ने प्रदेश सचिव और उनकी टीम को चुनाव में खराब प्रदर्शन के लिए जिम्मेवार ठहराया।
उन्होंने यह भी कहा कि नेतृत्व केरल के लोगों की नब्ज पकरने में भी विफल रहा क्योंकि टी.पी. चंद्रशेखरन हत्या मामले में कुल मिलाकर व्यवहार अनुचित रहा क्योंकि इस मामले में पार्टी के कुछ और आरोपी सदस्यों को बाहर किया जाना बाकी है। ओमन चांडी नीत संयुक्त लोकतांत्रिक मोर्चे की सरकार के 20 में से 12 सीटें जीत लेने पर हैरत नहीं होनी चाहिए।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें