भारतीय शतरंज स्टार विश्वनाथन आनंद ने मौजूदा विश्व चैम्पियन मैग्नस कार्लसन को हराया लेकिन विश्व रैपिड शतरंज टूर्नामेंट में उन्हें कांस्य से ही संतोष करना पड़ा। कार्लसन ने हार के बावजूद स्वर्ण पदक जीता। इस मुकाबले पर शतरंज प्रेमियों की पैनी नजरें थी क्योंकि आनंद को नवंबर में विश्व चैम्पियनशिप मैच में कार्लसन से ही खेलना है।
पांच बार के विश्व चैम्पियन आनंद पिछले साल कार्लसन से खिताबी मुकाबला हार गए थे। आखिरी दिन आनंद सात अंक लेकर संयुक्त तीसरे स्थान पर थे। वह कार्लसन से पूरे एक अंक पीछे थे और नॉर्वे के इस खिलाड़ी को बारहवें दौर में हराकर अपने इरादे जाहिर कर दिये। कार्लसन का हालांकि खिताब जीतना तय था क्योंकि उनके 11 अंक थे। इटली के फेबियानो कारूआना ने रजत पदक जीता।
कार्लसन 15 में से 11 अंक लेकर शीर्ष पर रहे जबकि कारूआना, आनंद और रूस के अलेक्जेंडर मोरोजेविच के 10.5 अंक थे। टाइब्रेकर में कारूआना का पलड़ा आनंद पर भारी रहा। आनंद आर्मेनिया के लेवोन आरोनियन और रूस के अलेक्जेंडर मोरोजेविच से आगे रहे।
आनंद ने कार्लसन को हराने से पहले तीन बाजियां ड्रॉ खेली थी। कार्लसन ने आठ जीत दर्ज की और छह ड्रॉ खेले। भारत के पी हरिकृष्णा पांच मुकाबलों में दो ही अंक ले सके। उनके और सूर्यशेखर गांगुली के 7.5 अंक रहे। संदीपन चंदा, देबाशीष दास, एम श्याम सुंदर और श्रीराम झा का भी प्रदर्शन खराब रहा। अब कल से ब्लिटज टूर्नामेंट शुरू होगा।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें