वरिष्ठ विधायक कोडेला शिवप्रसाद राव राज्य विभाजन के बाद ध्वनिमत से आंध्रप्रदेश विधानसभा के पहले अध्यक्ष चुने गए। अस्थाई विधानसभाध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) पी नारायणस्वामी नायडू ने सदन के सदस्यों की करतल ध्वनि के बीच कोडेला को चुने जाने की घोषणा की।
विभाजन के बाद आंध्रप्रदेश को आवंटित पुराने विधानसभा भवन में अस्थायी विधानसभाध्यक्ष नये विधानसभाध्यक्ष को ले कर आसन तक गए। मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू, विपक्ष के नेता वाई एस जगनमोहन रेडडी, संसदीय मामलों के मंत्री यानामला रामकृष्णुडू और अन्य विधायक कोडेला के साथ आसन तक गए।
पेशे से सर्जन कोडेला गुंटुर जिले से विधानसभा के लिए छठी बार निर्वाचित हुए हैं। शुरू से ही वह तेलुगु देसम पार्टी के सदस्य रहे। वह दिवंगत एनटी रामाराव और चंद्रबाबू नायडू के मंत्रिमंडल में गह, सिंचाई, पंचायत राज और ग्रामीण विकास तथा चिकित्सा तथा स्वास्थ्य विभाग जैसे अहम विभागों के मंत्री रह चुके हैं। परंपरा के अनुसार, मुख्य विपक्षी वाईएसआर कांग्रेस ने विधानसभाध्यक्ष पद के लिए कोडेला की उम्मीदवारी का समर्थन किया।
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