बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने बुधवार को बांग्लादेश टी-20 प्रीमियर लीग के 2013 संस्करण में मैच फिक्सिंग जुड़े एक मामले में पूर्व कप्तान मोहम्मद अशरफुल पर आठ साल का प्रतिबंध लगाया है। अशरफुल के अलावा आठ अन्य खिलाड़ियों (जिनमें तीन विदेशी शामिल हैं) को भी प्रीमियर लीग के दूसरे संस्करण के दौरान मैच और स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाया गया। बीसीबी की भ्रष्टाचार निरोधी इकाई ने राष्ट्रीय राजधानी में इन खिलाड़ियों के खिलाफ फैसले सुनाए।
मैच फिक्सिंग मामले की जांच के लिए गठित विशेष समिति के प्रमुख खादेरमुल चौधरी ने कहा, "अशरफुल को चार मामलों में दोषी पाया गया है और इसके लिए उन पर आठ साल का प्रतिबंध लगाया गया है।" आठ साल के प्रतिबंध की मियाद के दौरान अशरफुल तीन साल तक निलम्बित रहेंगे। इसके अलावा उन्हें 10 लाख बांग्लादेशी टका बतौर जुर्माना देने को कहा गया है।
दो विदेशी पेशेवर खिलाड़ी-न्यूजीलैंड के लोउ विंसेंट और श्रीलंका के कुशल लोकुराचारी ने पूछताछ के दौरान फिक्सिंग में शामिल होने की बात स्वीकार की और इस कारण उन पर क्रमश: तीन साल और 18 महीने का प्रतिबंध लगाय गया है।
इसके अलावा ढाका ग्लेडिएटर्स टीम के मालिक शाहेब चौधरी को 10 साल के लिए क्रिकेट से जुड़ी गतिविधियों में संलग्न नहीं होने के लिए कहा गया है। उन पर 10 साल तक क्रिकेट से दूर रहने का प्रतिबंध लगाया गया है भ्रष्टाचार निरोधी और सुरक्षा इकाई ने जिन अन्य छह लोगों को आरोपी बनाया था, उन्हें समिति ने बरी कर दिया है।
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