जहानाबाद। दो दिवसीय कैडर प्रशिक्षण शिविर का आयोजन प्राथमिक विघालय,कनौदी में किया गया। जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुवर प्रसाद दिवाकर, मुठेर पंचायत के पंचायत प्रधान संजय यादव, मुठेर पंचायत के सचिव वासुदेव प्रसाद, प्राथमिक विघालय, कनौदी के प्राचार्य लीलावती कुमारी के अलावे गीता कुमारी व कविता कुमारी के द्वारा कैडर प्रशिक्षण शिविर का उद्घाटन मिलकर दीप जलाकर किया। इस अवसर पर पांच पंचायत के बीस गांव के 42 कैडरों ने हिस्सा लिए।
प्रथम दिवस जिला समन्वयक नागेन्द्र कुमार ने कहा- प्रगति ग्रामीण विकास समिति के जिला समन्वयक नागेन्द्र कुमार ने कैडर प्रशिक्षण शिविर में आए प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण के बारे में विस्तार से उद्देश्य और मुद्दों को बताया। आपलोगों का चयन गांव स्तरीय जन आधारित समिति के द्वारा चयन किया गया है। गांवघर में ग्राम ईकाई और मोर्चा आधारित ईकाई गठित है। यहां पर 15 पुरूष और 27 महिलाएं हैं। आपलोगों को दो दिनों के अंदर भूमि, वासगीत पर्चा, आवासीय भूमि, भूदान, दाखिल खारिज, संवैधानिक अधिकार और काूनन के बारे में जानकारी दी जाएगी। विशेषकर जनादेश 2007 और जन सत्याग्रह 2012 में प्रस्तावित कानून के बारे में बताया जाएगा। स्वास्थ्य और मनरेगा के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुवर प्रसाद दिवाकर ने कहाः इस अवसर पर जिला परिषद के उपाध्यक्ष रघुवर प्रसाद दिवाकर ने कहा कि यहां तक बहुत ही तपकर पहुंचे हैं। अपनी संघर्षमयी जीवनी और कामयाबी को समेटकर बताया कि आपलोग परिश्रम करें। धीरज रखें। एक दिन सफलता जरूर मिलेगी। इसके बाद प्राथमिक विघालय, कनौदी के प्राचार्य लीलावती कुमारी ने कहा कि अगर महिलाएं जाग जाएगी तो हम महिलाओेेेें को मिलने वाले अधिकारों से वंचित नहीं किया जा सकता है। मुठेर पंचायत के पंचायत प्रधान संजय यादव ने कहा कि आपलोग अव्वल विभिन्न योजनाओं को जाने और अपने अधिकार को समझें। लड़ाई आपकी है और अधिकार आपका है। इसमें भरपुर सहयोग करने का वादा किए।
कैडरों को दलों में विभक्त किया गयाः विभिन्न दल के लोगों ने दलीय चर्चा करके रिपोर्ट तैयार किए। मुख्य तौर पर निकले बिन्दु पर चर्चा की गयी। रहने के लिए घर नहीं, वासगीत पर्चा नहीं, पदाधिकारी सुनते नहीं हैं और बड़े व दलाल किस्म के लोग वंचित समुदाय के हित नहीं चाहते हैं। जिला समन्वयक नागेन्द्र कुमार ने संक्षिप्त में कहा कि मूलरूप में कानूनी अधिकार, गांवघर में जन आधार समिति का निर्माण करने और सभी समिति को एकजुट करके सशख्त जनांदोलन करने पर बल दिया गया। इसके लिए रणनीति बनाने पर बल दिया। यह ध्यान में रहे कि अहिंसात्मक ढंग से ही संघर्ष करना है। कानूनी अधिकार, सूचना का अधिकार, मीडिया आदि का सहयोग लेना पड़ेगा। जो समस्याएं है उसको लेकर संबंधित अधिकारों के कार्यालय में दस्तक देकर आवेदन पेश करें। आवेदन के बारे में समय-समय पर जानकारी लेते रहना चाहिए।
आलोक कुमार
बिहार
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