भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्य छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री रामसेवक पैकरा ने दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं पर चिंता तो जताई है, मगर एक विवादास्पद बयान देकर उन्होंने सबको चौंका दिया है। मंत्री ने कहा कि दुष्कर्म कोई जानबूझकर नहीं करता, धोखे से हो जाता है। उनके इस बयान की विपक्षी कांग्रेस ने निंदा की है। इससे पहले, मध्यप्रदेश के गृहमंत्री बाबूलाल गौर ने भी इसी मसले पर कुछ ऐसा ही विवादास्पद बयान दिया था। एक निजी समाचार चैनल से चर्चा में मंत्री पैकरा ने कहा कि प्रदेश में दुष्कर्म की जहां भी घटनाएं हुई हैं, पुलिस ने तत्काल कार्रवाई की है। प्रदेश में ऐसी घटनाओं का बढ़ना चिंताजनक है। इसे रोकने के लिए समाज में संस्कार और सुधार की जरूरत है।
मगर अगले ही पल उन्होंने यह भी कह दिया, "दुष्कर्म कोई जानबूझकर नहीं करता, धोखे से हो जाता है। लड़के, लड़की में सामाजिक चेतना से सुधार आएगा।" पैकरा ने कहा कि कानूनी प्रक्रिया के तहत आरोपियों को दंड भी दिया जा रहा है, मगर दुष्कर्म और छेड़छाड़ को रोकने का दायित्व सभी का है। गृहमंत्री के इस बयान को कांग्रेस विधायक दल के नेता और नेता प्रतिपक्ष टी.एस. सिंहदेव ने दुर्भाग्यजनक व निंदनीय करार दिया है। उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को अपना बयान वापस लेकर प्रदेश की जनता व महिलाओं से माफी मांगनी चाहिए।
सिंहदेव ने कहा, "जिनके हाथों में सुरक्षा की कमान हो, उनके द्वारा यह कहा जाना कि दुष्कर्म जानबूझकर नहीं, धोखे से होता है, इससे ज्यादा दुर्भाग्यपूर्ण और क्या हो सकता है।" उन्होंने कहा कि दुष्कर्म की घटनाएं दर्दनाक, अमानवीय, हैवानियत व विकृत मानसिकता का परिचायक है। गृहमंत्री की जवाबदारी होती है, लेकिन ऐसे दुर्भाग्यपूर्ण बयान देने वाले व्यक्ति के हाथों में गृह विभाग की बागडोर होगी तो आम जनता व महिलाएं कैसे सुरक्षित रह पाएंगी? दुष्कर्म की घटनाओं पर राजनीतिक दलों में आरोप-प्रत्यारोप शुरू होने के बाबत पूछे जाने पर पैकरा ने कहा कि आरोप-प्रत्यारोप तो चलता रहता है।
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