तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जे.जयललिता ने केंद्र सरकार से मिट्टी के तेल से चलने वाले दो उवर्रक संयंत्र को गैस आवंटित किए जाने तक सब्सिडी दिए जाने की मांग की है। जयललिता ने केंद्र सरकार से कहा कि यह संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के दौरान मिट्टी के तेल आधारित उवर्रक संयंत्र को 30 जून को गैस उपलब्ध कराए जाने के बाद सब्सिडी देने के निर्देश पर दोबारा विचार करे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सोमवार को लिखे गए पत्र को मंगलवार को जारी किया गया, जिसके मुताबिक , "जयललिता ने उनसे अपील करते हुए कहा कि मामले पर दोबारा विचार करने के लिए उर्वरक विभाग को तत्काल निर्देश दिए जाएं।"
पत्र के मुताबिक, जयललिता ने इन संयंत्रों को गैस कनेक्शन दिए जाने तक केंद्र सरकार से सब्सिडी जारी रखने की मंजूरी देने की अपील की। उन्होंने लाखों किसानों व सैंकड़ों कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए ऐसा करने की मांग की। उन्होंने कहा कि राज्य के पास दो उवर्रक संयंत्र टुटिकोरिन में एसपीआईसी और चेन्नई के मनाली स्थित मद्रास फर्टिलाइजर्स लिमिटेड है। यह दोनों संयंत्र करीब 10 लाख टन ऊवर्रक का हर साल उत्पादन करता है।
जयललिता ने कहा, "दोनों कंपनियों ने मिट्टी के तेल से गैस की तरफ परिवर्तन के लिए काफी निवेश किया है। हालांकि, उन्हें केंद्र सरकार से गैस आवंटन की मंजूरी अभी मिलना बाकी है।" मुख्यमंत्री के मुताबिक दोनों कंपनियों ने संबंधित संस्थानों गेल, इंडियन ऑयल कार्पोरेशन लिमिटेड और ओएनजीसी के सामने मुद्दा उठाया है।
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