बिहार में सत्ताधारी जनता दल (युनाइटेड) के करीब आधा दर्जन असंतुष्ट विधायकों ने पार्टी अध्यक्ष शरद यादव से यहां मुलाकात की और पार्टी के कामकाज के तौर-तरीकों पर अपना असंतोष जताया और अपने रुख एवं अपेक्षाओं से उन्हें अवगत कराया। यह जानकारी पार्टी नेता ने दी। पार्टी अध्यक्ष के एक करीबी नेता ने बताया कि शरद यादव दिल्ली से शनिवार को यहां पहुंचे थे। उन्होंने बागी विधायकों की बातें ध्यान से सुनीं और उन्हें आश्वासन दिया कि पार्टी उनकी अपेक्षाओं का समाधान करेगी।
बागी विधायकों में पूनम देवी, ज्ञानू सिंह, रविंदर राय, नीजर बबलू और अनिल कुमार ने यादव से मुलाकात की। नेता ने बताया, "बागियों ने यादव के साथ अपनी भावी योजना पर भी बात की।"जीतन राम मांझी के मंत्रिमंडल विस्तार के बाद पार्टी के भीतर बढ़ते असंतोष को देखते हुए जद-यू संभवत: इस महीने के आखिर में राज्यसभा की तीन सीटों के लिए होने वाले उपचुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारने का फैसला ले सकती है।
जद-यू नेता के मुताबिक पार्टी संभवत: एक सीट से शरद यादव को उतारे और दो और सीटों पर प्रत्याशी नहीं दे सकती है क्योंकि उसे असंतोष के कारण क्रास वोटिंग का डर सता रहा है। लोकसभा चुनाव में शरद यादव मधेपुरा सीट से चुनाव हार गए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी पार्टी के विधायक नीरज कुमार दो अन्य सीटों पर प्रत्याशी नहीं उतारने का संकेत दिया। ये सीटें जद-यू के खाते की नहीं हैं।
ये तीन सीटें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राजीव प्रताप रूड़ी, लोक जनशक्ति पार्टी के रामविलास पासवान और राष्ट्रीय जनता दल के रामकृपाल यादव ने खाली की हैं। ये सभी नेता लोकसभा चुनाव में जीत चुके हैं और उन्होंने राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है। विद्रोहियों ने शरद यादव के अतिरिक्त किसी अन्य अधिकृत प्रत्याशी को समर्थन नहीं देने की धमकी दी है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें