भारत सोने की चिडिया था, अब गरूड बनने जा रहा है - फडके
- ग्राम भारती मालवा प्रांत प्रांतीय पूर्णकालिक बैठक सम्पन्न
नीमच 13 जून (केबीसी न्यूज)। भारत सोने की चिडिया था, अब गरूड बनने जा रहा है। लक्ष्य को जीवन में आत्मसात करे बिना सुदृढ व्यक्तित्व का विकास संभव नहीं है। षैक्षणिक विकास भी जीवन की प्रगति का प्रमुख आधार स्तंभ है। हम जीवन में पहले लक्ष्य हांसिल करें फिर उसको दिखाए तो वह ज्यादा प्रभावी षिक्षा का मार्गदर्षन देगा। उक्त विचार जिला ग्राम भारती द्वारा मालवा प्रांत की पूर्णकालिक तीन दिवसीय बैठक में बालिका छात्रावास के सभागार में समापन सत्र 13 जून को सुबह 11 बजे ग्राम भारती ग्रामीण षिक्षा के राष्ट्रीय सहसंयोजक षषिकांत फडके ने व्यक्त किए। श्री फडके ने कहा कि निर्धारित लक्ष्य बिना तैयारी एवं परिश्रम के अर्जित नहीं किया जा सकता है। हम अपने स्वयं के विकास के प्रति सचेत रहें। हर पात्र की सकारात्मक तथा नकारात्मक भूमिका होती है। रामायण में कैकयी, मंथरा की भी बडी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। हमें अतिरिक्त ज्ञान चिंतन मनन अध्ययन से अर्जित करना होगा। विद्यालय के आचार्य मण्डल, संयोजन मण्डल एवं विद्यार्थियों के नाम भी याद होना चाहिए। अमेरिका नासा में 37 प्रतिषत तकनीषियन इंजीनियर भारत के युवा कार्यरत हैं, यह गौरव की बात है। अमेरिका में प्रतिवर्ष हिन्दी की प्रतिस्पर्धा होती है, उसमें 10 हजार विद्यार्थी भाग लेते हैं, यह गौरव का विषय है। हम पांच महापुरूषों के जीवन चरित्र का अध्ययन कर उनके बताए सिद्धान्तों पर चलें, तो हमारा जीवन भी महान बन सकता है। जीवन की दिनचर्या में योग को सहभागी बनाएं तो षरीर और मन स्वस्थ्य तथा पवित्र हो सकता है। नारी षक्ति का प्रतिनिधित्व बढाना है, तभी समाज में विकास की क्रान्ति आएगी। गुरू षिष्य परम्परा का विकास करना है। हम 100 घरों में गाय का षुद्ध घी प्रयोग प्रारंभ करें तो ह्दय रोग नहीं होगा। गाय के घी भाव कर नहीं भावना से लेना चाहिए। एक हजार अंग्रेजी वाक्य याद करना और अंग्रेज की कक्षा पढाने का संकल्प लेवें। पौधारोपण का आग्रह नहीं करें, 100 वृक्ष स्वयं लगवाएं। लोगों को नषे से दूर रहने के लिए प्रेरित करें। संगीत के क्षेत्र में दस महापुरूषों के चरित्र का अध्ययन कर उसे जीवन में आत्मसात करें। संस्कृत सम्भाषण को सीखें और योग को जीवन में आत्मसात करें। पांच वैज्ञानिकों के जीवन पर अध्यययन का कार्य करेंगे तभी हम विज्ञान को करीब से समझ पाएंगे। हम कम्प्यूटर के अच्छे जानकार बनें। बैठक में इन विषयों को पूर्ण करने का संकल्प लिया। समापन सत्र का षुभारंभ मां सरस्वती, प्रणवाक्षर ओम, भारत माता के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में प्रांत अध्यक्ष भगवानसिंह पंवार, प्रांत सचिव नरेन्द्र पालीवाल, प्रांतीय उपाध्यक्ष जुगल श्रोत्रिय भी मंचासीन थे।
संस्कृत सम्भाषण निःषुल्क षिविर का समापन 16 को
नीमच। संस्कृत सम्भाषण षिविर का समापन 16 जून सायं 6 बजे हनुमान मंदिर इंदिरा नगर एलआईजी 117 पर होगा। जिसमें कालिदास अकादमी के चेयरमेन षषिरंजन अकेला का मार्गदर्षन प्राप्त होगा। संस्कृत भारती के विभाग संगठन मंत्री संजीव श्रीवास्तव ने बताया कि यह कार्यक्रम अनौपचारिक होगा। संस्कृत सम्भाषण की कक्षाएं नियमित सायं 5.30 से 7.30 तक चलती रहेगी। अधिक जानकारी के लिये मो. 9179880555 एवं 9993458598 पर सम्पर्क कर सकते हैं। उक्त जानकारी स्थानीय प्रभारी श्रीमती भागवन्ती नीमावत ने दी।
जिला वस्त्र व्यवसायी कल्याण संघ समिति की कार्यकारिणी का विस्तार
नीमच 13 जून। जिला वस्त्र व्यवसायी कल्याण संघ समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र लोढा ने कार्यकारिणी का विस्तार करते हुए संरक्षक पद पर जिनेन्द्र डोसी, उपाध्यक्ष भगवानदास भाग्यावानी, कोषाध्यक्ष अजय गोयल, सहसचिव मनोज खण्डेलवाल, सलाहकार समिति में सुजानमल जैन, सुरेष सिंहल, मुरलीधर प्रेमाणी, त्रिलोक गर्ग, वीरेन्द्रसिंह चैरडिया, महेष गोयल, सोभागमल डोसी को मनोनीत किया है, जबकि कार्यकारिणी सदस्य के रूप में संजय ओझा, संजय आंचलिया, परमानंद पारवानी, गौरव पाराषर, राजेष चैधरी, युसूफ भाई, विजय छाजेड, दीपक ष्षर्मा, विनोद डोसी, पंकज बोकडिया, वैभव धीर, दीपक पारवानी, प्रवीण जैन, पंकज गोयल, पियुष गोखरू, राजेष गट्टानी को मनोनीत किया गया है। उक्त जानकारी सचिव किषोर चैहान ने दी।
ओर से किषोर चैहान, सचिव 9424537474
जब रोम जल रहा था, तब नीरो बांसुरी बजा रहा था - वंदना खंडेलवाल
- नपा की निष्क्रियता के चलते कलेक्टर साहब करवा रहे हैं सफाई
नीमच 13 जून। जब पूरा षहर गंदगी के ढेर पर बैठा अपनी दुर्दषा पर आंसू बहा रहा था, तब नपाध्यक्ष श्रीमती नीता दुआ ‘‘गार्डन संवारे और अनुदान पाएं‘‘ स्कीम लाने उदयपुर गई थीं और बयानवीर नेता की तरह लम्बे चैडे लोक लुभावन अनुदान की घोषणा कर रही थीं। नपाध्यक्ष अगर उदयपुर भ्रमण और थोथी बयानबाजी छोडकर षहर की सफाई व्यवस्था का जायजा लेती, तो षायद कलेक्टर साहब को दोबारा षहर की सडकों पर सफाई व्यवस्था करवाने नहीं उतरना पडता। उक्त आषय के बयान जारी करते हुए भारतीय जनता पार्टी की जिला उपाध्यक्ष एवं पूर्व पार्षद श्रीमती वंदना खंडेलवाल ने कहा कि नगरपालिका प्रषासन की लापरवाही और नपाध्यक्ष की गलत नीतियों के कारण नगर के रहवासियों को सडक, पानी, सफाई जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित होना पड रहा है। नगरपालिका की लापरवाही के कारण षहर में गंदगी के अम्बार लगे हैं, नालियां जाम हैं, बदबू से रहवासी परेषान हैं, गंदगी से मच्छरों का प्रकोप बढने से कई नागरिक अकारण असमय गंभीर चर्मरोग का षिकार हो रहे हैं। श्रीमती खंडेलवाल ने नपाध्यक्ष की लापरवाही पर कटाक्ष करते हुए कहा कि हर्कियाखाल बांध में प्रचुर मात्रा में पेयजल उपलब्ध होने के बावजूद षहर की जनता को विद्युत मोटर पम्प एवं पाईप लाईन फुटने का बहाना बनाकर पेयजल वितरण में कृत्रिम अनियमितताएं उत्पन्न की जा रही हैं। नपा अधिकारी अपने निहित भ्रष्टाचारों के स्वार्थ के चलते पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाओं से नागरिकों को वंचित कर रहे है। वहीं आम आदमी अपने आवास के नामांतरण जैसी प्रक्रिया के लिए भी वर्षों से नपा कार्यालय के चक्कर काटने को मजबूर हो रहा है। चक्कर काटने के बावजूद भी नामांतण के कार्य नहीं के बराबर होते हैं। जो होते हैं तो वे भ्रष्टाचार के सहारे होते हैं। श्रीमती खंडेलवाल ने नगरपालिका के जिम्मेदार अधिकारियों पर कुंभकर्णी नींद में सोने का आरोप लगाते हुए कहा कि नपा अधिकारियों की लापरवाही के चलते ही नपा के सफाई अभियान को स्वयं जिलाधीष को मैदान में उतरना पडा है। नपाध्यक्ष निर्वाचन के साढे चार वर्षों के बाद भी षहर में कोई ठोस विकास की कार्ययोजना का मूर्तरूप नहीं दिया। गर्मी के मौसम में आम जनता पेयजल वितरण में अपने को ठगा सा महसूस कर रही है। गर्मी में चार चार दिन क्रम के बाद पेयजल वितरण किया जा रहा है जो षर्मनाक विषयक है। पेयजल मात्र 20 मिनिट वो भी कम दबाव से आता है, जिसमें पीने का पानी भी पूरा नहीं भर पाते हैं।
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