बिहार में सतारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) ने अपने चार बागी विधायकों की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा और उसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। बागी विधायकों ने इसे गैरकानूनी बताया है। बागी विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने सोमवार को कहा, "सदस्यता रद्द किए जाने की कारवाई गैरकानूनी होगी। उनके साथ तीन अन्य विधायकों के खिलाफ पार्टी की ओर से विधायकी समाप्त करने को लिखा गया है, जो कानून का उल्लंघन है। चुनाव आयोग ने राज्यसभा चुनाव की अवधि में स्पष्ट कर दिया था कि राज्यसभा चुनाव में कोई व्हिप लागू नहीं होता।"
एक अन्य बागी विधायक रवीन्द्र राय ने बिहार में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि बिहार में जनमत राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के जंगल राज के खिलाफ नीतीश कुमार को मिला था, परंतु अब उन्हीं का वे तलवा चाट रहे हैं। ऐसे में यह यहां के लोगों के जनादेश के खिलाफ है।"
उल्लेखनीय है कि राज्यसभा उपचुनाव में निर्दलीय प्रत्याशी के प्रस्तावक और पोलिंग एजेंट बने जद (यू) के चार विधायकों -ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू, रवीन्द्र राय, राहुल कुमार और नीरज बबलू- की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने को लेकर संसदीय कार्य मंत्री श्रवण कुमार ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखा है। विधानसभा अध्यक्ष ने इन चारों को 25 जून तक अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया है।
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