राज्यसभा उपचुनाव में जेडीयू के पवन वर्मा और गुलाम रसूल बलियावी की जीत से नीतीश कुमार ने राहत की सांस ली है. लेकिन जेडीयू की इस जीत से सबसे ज्यादा खुश आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद दिखे. जीत का एलान होते ही लालू ने अपने घर पर प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई. उन्होंने एेलान कर दिया कि नीतीश के साथ आगे के गठबंधन की नींव पड़ चुकी है और राज्यसभा उपचुनाव तो शुरुआत है. लालू ने कहा कि इस चुनाव ने उन्हें और नीतीश को करीब ला दिया है. लालू इसे उसूल की लड़ाई करार देते हुए कहते हैं कि आगे की लडाई में सबको सोचना है. इस जीत का श्रेय लेने में लालू ने वक्त नहीं गंवाया और ये एहसास करा दिया कि नीतीश को मिली ये जीत उनकी बदौलत है. जेडीयू के विधायकों ने जमकर क्रॉस वोटिंग की, लेकिन अगर आरजेडी के विधायकों ने एकजुट होकर वोट नहीं किया होता तो जेडीयू की हार तय थी.
लालू प्रसाद ने कहा कि ये धर्मनिरपेक्ष ताकतों की जीत है और ये हार सीधे बीजेपी की हार है. उन्होंने कहा, निर्दलीय उम्मीदवार तो महज मुखौटा थे और बीजेपी ही सीधे चुनाव लड़ रही थी. लालू ने आह्वान किया कि सभी मंडलवादी शक्तियों को फिर से एकजुट होना होगा, तभी बीजेपी की बढ़ती ताकत को रोका जा सकता है. जीत के बाद लालू ने कहा, 'बीजेपी को हराना उद्देश्य था. उसमें हम सफल हुए.'
लालू ने कहा, 'ये मेरे आदर्शों की जीत है और मुझे किसी से सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं.' लालू ने कहा कि हमने इस चुनाव में धनबल को हराया है. ये बीजेपी की राज्यसभा में बहुमत बनाने की कोशिश है. लालू ने कहा, 'हमारी पार्टी में भी अगर किसी ने क्रॉस वोटिंग की होगी, तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी.' लालू ने कहा कि बागियों के क्रॉस वोटिंग की सीबीआई जांच हो. उन्होंने कहा कि सीबीआई जांच करे कि बागियों को कितना पैसा दिया गया.
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