जम्मू-कश्मीर में अब कांग्रेस और नैशनल कॉन्फ्रेंस का सत्ताधारी गठबंधन टूट चुका है। कांग्रेस ने जम्मू और कश्मीर में अगला विधानसभा चुनाव अकेले ही चुनाव लड़ने का फैसला किया है। कांग्रेस और नैशनल कॉफ्रेंस के बीच बीते कुछ समय से अनबन की खबरें आ रही थीं। लोकसभा चुनाव में करारी हार के बाद दोनों के बीच राजनीतिक द्वंद कुछ अधिक बढ़ गया था। राज्य की 87 सीट पर अक्टूबर में विधानसभा चुनाव होने हैं।
कांग्रेस नेता और जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पार्टी चुनाव में सभी सीटों पर अकेले ही उतरेगी। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में द्विसदनीय व्यवस्था है। विधानसभा के सदस्य सीधे जनता द्वारा चुने जाते हैं, जबकि विधान परिषद के सदस्यों का चुनाव विधानसभा के 87 सदस्य करते हैं।
राज्य विधानसभा का छह वर्षों का कार्यकाल अगले साल जनवरी में पूरा हो रहा है। चुनाव इस साल के अंत तक होने वाले हैं। सरकार बनाने के लिए किसी को 44 सीटों की दरकार होती है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें