बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 21 जुलाई 2014

बालाघाट (मध्यप्रदेश) की खबर (21 जुलाई)

पूर्ण हो चुकी नल-जल योजना को आधिपत्य में नहीं लेने वाले सरपंचों पर धारा 40 की कार्यवाही के निर्देश
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने बालाघाट, वारासिवनी, कटंगी, बैहर एवं लांजी के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को निर्देशित किया है कि वे लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा पूर्ण कर दी गई नल-जल योजना को अपने आधिपत्य में नहीं लेने वाली ग्राम पंचायतों के सरपंचों के विरूध्द पंचायत राज अधिनियम की धारा-40 के तहत कार्यवाही कर उन्हें शीघ्र से सरपंच पद से पृथक करने की कार्यवाही करें। जिले की अनेक पंचायतों से शिकायत प्राप्त हो रही है कि ग्राम पंचायतों द्वारा नल-जल योजना पूर्ण होने के बाद भी उसे अपने आधिपत्य में नहीं लिया जा रहा है। कलेक्टर ने ग्रामीणों की शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये है। उन्होंने सभी एस.डी.एम. से कहा है कि शासकीय राशि से बनी नल-जल योजना का लाभ सरपंचों की हठधर्मिता के कारण ग्रामीण जनता को नहीं मिलना बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। ऐसे सरपंचों को पद से हटाने की कार्यवाही की जाये। 

बालाघाट-बैहर रोड पर संकेतक लगाने के निर्देश
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने म.प्र. राज्य सड़क विकास प्राधिकरण (एम.पी.आर.डी.सी.) के जिला प्रबंधक को निर्देशित किया है कि वे बालाघाट-बैहर रोड का जितना हिस्सा पूर्ण हो चुका है उसमें यात्रियों के मार्गदर्शन के लिए शीघ्र संकेतक लगायें। उन्होंने दो टूक शब्दो में कहा है कि संकेतक के अभाव में इस सड़क पर कोई दुर्घटना होगी तो इसके जिम्मेदारी सड़क विकास प्राधिकरण (एम.पी.आर.डी.सी.) के अधिकारी की होगी। उल्लेखनीय है कि बालाघाट से बैहर रोड का अधिकांश काम पूर्ण हो गया है। लेकिन अब तक पूर्ण हो चुके भाग में मोड़, पुलिया, स्कूल आदि की जानकारी देने वाले संकेतक अब तक नहीं लगाये गये है। संकेतक के अभाव में रात्री में इस रोड पर चलने में वाहन चालको को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 

लांजी एवं बिरसा में तहसील कार्यालय भवन का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश
लांजी एवं बिरसा में तहसील कार्यालय भवन के लिए 70-70 लाख रु. की राशि काफी समय पूर्व मंजूर किये जाने के बाद भी परियोजना क्रियान्वयन ईकाई लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री गरेवाल द्वारा अब तक कार्य प्रारंभ नहीं किये जाने पर कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने कड़ी नारागजी व्यक्त की है। इन भवनों का कार्य अब प्रारंभ नहीं करने के लिए उन्होंने आज टी.एल. बैठक में कार्यपालन यंत्री श्री गरेवाल को जमकर फटकार भी लगाई। उन्होंने कहा कि 27 मई 2014 को इन भवनों के लिए कार्यादेश जारी होने के बाद भी टेंडर आदि की प्रक्रिया में इतना अधिक विलंब क्यों किया गया है। उन्होंने कार्यपालन यंत्री से सख्त लहजे में कहा कि वे शासन से हर माह मोटी तनख्वाह लेते है तो शासन के काम भी तत्परता से एवं जिम्मेदारी से करें। उन्होंने बैहर एवं लांजी के एस.डी.एम. को भी निर्देशित किया कि वे तहसील कार्यालय भवन के लिए शीघ्र जमीन की व्यवस्था कर कार्य प्रारंभ करवायें। 

ठेकेदार अनिल ग्रोवर को ब्लेक लिस्टेड करने के निर्देश
कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने परियोजना क्रियान्वयन ईकाई लोक निर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री श्री गरेवाल को निर्देशित किया है कि वे एकलव्य विद्यालय उकवा एवं हायर सेकेंडरी स्कूल बुदबुदा के भवन का कार्य अब तक पूर्ण नहीं करने वाले ठेकेदार अनिल ग्रोवर को ब्लेक लिस्टेड करने की कार्यवाही करें। ठेकेदार अनिल ग्रोवर द्वारा उकवा एवं बुदबुदा के भवनों का कार्य अब तक पूर्ण नहीं किया जाने से नये शिक्षण सत्र में भी छात्र-छात्राओं को असुविधाओं का सामना करना पड़ रहा है। उल्लेखनीय है कि इसी ठेकेदार द्वारा नवीन कलेक्ट्रेट भवन का कार्य किया जा रहा है जो अब भी अधूरा है। 

कारंजा सरपंच के विरूध्द धारा-40 की कार्यवाही के निर्देश
शासकीय हायर सेकेंडरी स्कूल की जमीन में अनाधिकृत रूप से अतिक्रमण करने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल ने लांजी विकासखंड की ग्राम पंचायत कारंजा के सरपंच को पंचायत राज अधिनियम की धारा-40 के तहत कार्यवाही कर पद से हटाने के निर्देश दिये है। लांजी एस.डी.एम. को इस संबंध में त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये है। उल्लेखनीय है कि कारंजा हायर सेकेंडरी स्कूल की बाउंड्री के भीतर सरपंच द्वारा अतिक्रमण कर कुछ निर्माण कराया जा रहा था। शिकायत मिलने पर तहसीलदार द्वारा इसे हटा दिया गया था। लेकिन इसके बाद वहां के सरपंच द्वारा शाला की बाउंड्रीवाल तोड़कर फिर से स्कूल की जमीन पर ग्राम पंचायत भवन बनाने की कार्यवाही की जा रही है। 

सहायक आयुक्त आदिवासी ने किया शालाओं एवं छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण
  • दो प्राचार्य, तीन प्रधानपाठक सहित 11 कर्मचारी शाला से गायब मिले

सहायक आयुक्त आदिवासी विकास श्री सत्येन्द्र मरकाम ने 19 जुलाई को परसवाड़ा एवं बैहर विकासखंड की शालाओं का छात्रावासों का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान दो हाई स्कूलों के प्राचार्य, तीन स्कूलों के प्रधान पाठकों सहित 11 कर्मचारी अनाधिकृत रूप से गायब मिले। इन 11 कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने के आदेश दिये गये है। निरीक्षण के दौरान एक छात्रावास में अनिमितता पाये जाने पर वहां के अधीक्षक को निलंबित करने की कार्यवाही की जा रही है। निरीक्षण में समय से पहले बंद मिली एक शाला के प्राचार्य व दो शालाओं के प्रधानपाठकों की दो वेतन वृध्दि रोकने की कार्यवाही की जा रही है। 

एक दिन का वेतन काटने के आदेश
सहायक आयुक्त श्री मरकाम ने 19 जुलाई को परसवाड़ा विकासखंड में कन्या हाई स्कूल लिंगा का निरीक्षण किया तो वहां की प्राचार्य श्रीमती सुनीता बोरकर, प्रधान पाठक श्री एम.एल. नागेश्वर, उच्च श्रेणी शिक्षक श्री आर.एल. गेडाम, सहायक अध्यापक श्री महेश बोपचे, संविदा शाला शिक्षक वर्ग-3 श्री सी.बी. क्षीरसागर बिना किसी सूचना के शाला से अनाधिकृत रूप से गायब मिले। इसी प्रकार हाई स्कूल खरपड़िया में प्राचार्य डी.एस. पन्द्रे, माध्यमिक शाला ठेमा के प्रधान पाठक श्री बी.एल. बिसेन, प्रा.शा. ठेमा के प्रभारी प्रधान पाठक श्री ओ.के. बिठले, सहायक अध्यापक श्रीमती प्रतिभा हुमने, तथा उत्कृष्ट उच्चतर माध्यमिक शाला परसवाड़ा के भृत्य श्री मुकेश कुमार परते व श्री सुखलाल मर्सकोले बिना किसी सूचना के अनाधिकृत रूप से शाला से गायब मिले। सहायक आयुक्त श्री मरकाम ने बिना सूचना के शाला से गायब मिले इन सभी लापरवाह प्राचार्यों, प्रधानपाठकों, शिक्षकों एवं भृत्यों का एक दिन का वेतन काटने के साथ ही उनके विरूध्द अनुशासनात्मक कार्यवाही के निर्देश जारी किये है।

प्रभारी अधीक्षक के विरूध्द निलंबन की कार्यवाही
सहायक आयुक्त श्री मरकाम जब ग्राम ठेमा के प्री मेट्रीक अनुसूचित जनजाति छात्रावास  पहुंचे तो वहां की अव्यवस्थाओं एवं अनियमितताओं को देखकर वे भी चकित रह गये ।  इस पर उन्होंने छात्रावास के प्रभारी अधीक्षक श्री अशोक कुमार चौहान को निलंबित करने के निर्देश दिये है और छात्रावास की व्यवस्था में तत्काल सुधान करने के निर्देश दिये है। 

समय से पहले ही बंद हो गई शाला, प्राचार्य व प्रधान पाठकों की दो वेतन वृध्दि रोकने की कार्यवाही
सहायक आयुक्त श्री मरकाम जब हाई स्कूल बोदा पहुंचे तो शाला के गेट पर ताला लटका मिला। इसी प्रकार की स्थिति बैहर में माध्यमिक शाला रौंदा टोला एवं प्राथमिक शाला रौंदाटोला में देखने को मिली। ये तीनों शालायें शाला बंद होने के समय से पहले की बंद कर दी गई थी। श्री मरकाम ने समय से पहले शाला को बंद कर शासकीय कार्यों में स्वेच्छाचारिता किये जाने को गंभीरता से लेते हुए बोदा स्कूल के प्राचार्य श्री बी.आर. नाईक, मा.शा. रौंदाटोला के प्रधान पाठक श्री एस.एल. इनवाती एवं प्रा.शा. रौंदाटोला के प्रधानपाठक श्री बी.एस. उईके की दो वेतन वृध्दि रोकने के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने कहा है। 

बोदा के सरपंच व सचिव के विरूध्द आर.आर.सी. प्रकरण दर्ज, 1.63 लाख रु. की होगी वसूली 
सर्व शिक्षा अभियान के निर्माण कार्य के लिए दी गई राशि का गबन करने के कारण कलेक्टर श्री व्ही. किरण गोपाल के निर्देश पर परसवाड़ा विकासखंड की ग्राम पंचायत बोदा के सरपंच एवं सचिव से एक लाख 63 हजार 204 रु. की वसूली के लिए आर.आर.सी. जारी की गई है। बोदा के सरपंच सचिव से कहा गया है कि वे यह राशि शीघ्र जमा करायें। राशि जमा नहीं कराने पर उनकी चल-अचल संपत्ति की कुर्की कर नीलामी की कार्यवाही की जायेगी और यह राशि वसूल की जायेगी। सर्व शिक्षा अभियान के अंतर्गत विभिन्न निर्माण कार्यों के लिए ग्राम पंचायत बोदा को वर्ष 2010-11 में कुल 5 लाख 56 हजार रु. की राशि प्रदान की गई थी। सर्व शिक्षा अभियान के जिला परियोजना समन्वयक विनय रहांगडाले एवं सहायक यंत्री भास्कर शिव द्वारा ग्राम पंचायत बोदा के कार्यों का निरीक्षण करने के बाद मूल्यांकन किया गया तो पाया गया कि सरपंच मंशाराम उईके एवं सचिव सीताराम कुमरे द्वारा दी गई राशि के विरूध्द 3 लाख 92 हजार 796 रु. का ही कार्य कराया गया है और शेष कार्य नहीं कराया गया है। सरपंच मंशाराम उईके एवं सचिव सीताराम कुमरे को शेष एक लाख 63 हजार 204 रु. की राशि वापस करने कहा गया था। लेकिन उनके द्वारा यह राशि अब तक वापस नहीं की गई है। इस पर कलेक्टर द्वारा सरपंच एवं सचिव के विरूध्द आर.आर.सी. जारी कर यह राशि वसूल करने के आदेश दिये गये है। बोदा के सरपंच एवं सचिव के विरूध्द आर.आर.सी. प्रकरण दर्ज कर लिया गया है और उन्हें शीघ्र ही एक लाख 63 हजार 204 रु. की राशि ब्याज सहित जमा कराने कहा गया है। यह राशि जमा नहीं करने पर सरपंच एवं सचिव की चल-अचल संपत्ति की कुर्की कर नीलामी की जायेगी और बकाया राशि ब्याज सहित वसूल कर ली जायेगी। 

वन ग्राम बाजघुंडी में 10 किलोवाट का सौर उर्जा विद्युत केन्द्र प्रारंभ
  • सौर उर्जा से जगमगाने लगा वन ग्राम बाजघुंडी

balaghat news
बालाघाट जिले के बैहर विकासखंड का वन ग्राम बाजघुंडी अब तक बिजली की पहुंच से कोसों दूर था। इस कारण कान्हा नेशनल पार्क से लगे आमगहन पंचायत के इस ग्राम के लोग रात में अंधेरे में जीवन यापन के लिए अभिशप्त थे। लेकिन अब हालत बदल गये है। भले ही वनग्राम बाजघुंडी में अब तक बिजली नहीं पहुंची हो, लेकिन यह गांव अब रात में सौर उर्जा की बिजली से जगमगाने लगा है। स्वच्छ ऊर्जा अभिगम मुहैया कराने के उद्देश्य से, डब्ल्य.ूडब्ल्यू.एफ-इंडिया ने बालाघाट ज़िले के आमगहन पंचायत के वन ग्राम बाजघुंडी में एक 10 किलोवाट क्षमता के सौर ऊर्जा विद्युत केंद्र की स्थापना की है। इस संयंत्र का उद्धाटन 17 जुलाई, 2014 को हुआ जिसकी स्थापना अधिकृत क्रियान्वयन संस्था इनर्जीग्रीन के माध्यम से डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ.-इंडिया द्वारा की गई है। वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार, बालाघाट ज़िले में एक लाख 14 हजार से ज्यादा परिवार ऐसे हैं, जो प्रकाश के अपने स्त्रोत के लिए मुख्य रूप से मिट्टी के तेल पर निर्भर हैं। ग्राम बाजघुंडी में स्थापित संयंत्र इसका एक विकल्प उपलब्ध कराएगा और गांव के 62 परिवारों, एक स्कूल, एक आंगनवाड़ी और एक सामुदायिक भवन को स्वच्छ ऊर्जा अभिगम मुहैया कराने में सहायता करेगा। साथ ही दूरस्थ स्थित दो परिवारों को स्वचलित सौर वितरण प्रणालियां भी उपलब्ध कराई गई हैं। प्रत्येक परिवार एक सौर वितरण तंत्र, दो सी.एफ.एल. बल्बों और मोबाइल चार्ज करने के एक पोर्ट से जुड़ा है। इसके अतिरिक्त, संपूर्ण गांव में, जो मंडला से 80 किलोमीटर और कान्हा राष्ट्रीय उद्यान के मुक्की द्वार से 40 किलोमीटर दूर है, 27 एल.ई.डी. स्ट्रीट लाइट लगाई गई हैं। ग्राम बाजघुंडी की इस परियोजना के रखरखाव और मरम्मत के लिए स्थानीय युवाओं को संयंत्र की छोटी-छोटी मरम्मतों और दैनिक रखरखाव के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। इसके अतिरिक्त, ग्रामीणों के लिए जागरूकता एवं क्षमता निर्माण कार्य भी किए गए हैं। इस संस्थापना की सर्वाधिक खास विशेषताओं में से एक यह है कि इस संयंत्र का परिचालन एवं रखरखाव गांव की पर्यावरण विकास समिति द्वारा किया जाता है, जिसके सदस्यों का चयन गांव के लोगों में से ही किया गया है। संयंत्र की परिचालन लागत के मद्देनजर बिजली के उपयोग के शुल्कों का निर्धारण समुदाय द्वारा किया जाता है। गांव के हर परिवार में भार नियंत्रण प्रणाली भी लागू की गई है ताकि बिजली के निर्धारित अंश की उपलब्धता सुनिश्चित हो और कोई भी परिवार बिजली का अतिरिक्त दोहन न करे। ग्राम बाजघुंडी में सौर उर्जा संयंत्र के उद्धाटन अवसर पर डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ-इंडिया के एस.जी. एवं मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी श्री रवि सिंह ने कहा एक स्वच्छ एवं सतत ढंग से ग्रामीण समुदाय को बिजली की बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराते हुए, बाजघुंडी का सौर ऊर्जा संयंत्र उनके जीवन को सशक्त बनाने में योगदान देगा। इस तरह यह शिक्षा के अवसरों और दूरसंचार सुविधा का संवर्धन कर समाज को मुख्य धारा में लाने में सहायता करता है। यहां प्रदर्षित नमूने का विभव महत्वपूर्ण है और विभिन्न भागीदारों के बीच भविष्य में सहयोग के पर्याप्त अवसर हैं।

डब्ल्यू.डब्ल्यू.एफ.-इंडिया: एक परिचय
डब्ल्य.ूडब्ल्यू.एफ.-इंडिया भारत की अग्रणी संरक्षण संस्थाओं में से एक है, जिसके कार्यक्रम और परियोजनाएं देश भर में कार्य कर रही हैं। संस्था जैवविविधता, प्राकृतिक पर्यावासों और पारिस्थितिकी में मानव हस्तक्षेप को कम करने की दिशा में कार्यरत है। डब्ल्य.ूडब्ल्यू.एफ.-इंडिया का लक्ष्य पृथ्वी के प्राकृतिक पर्यावरण के अपकर्ष को रोकना और एक ऐसे भविष्य का निर्माण करना है, जिसमें लोग प्रकृति के साथ सामंजस्य से रहें। और जानकारी के लिए वेवसाईट www.wwfindia.org   पर सम्पर्क किया जा सकता है। इस संस्थान की सूचना अधिकारी सुश्री दिव्या जॉय से ईमेल djoy@wwfindia.net या वरिष्ठ परियोजना अधिकारी श्री सौरभ पहाड़ी से ईमेल souravpaharis@gmail.com पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। 

कायदी हायर सेकेंडरी स्कूल में 11 अतिथि, शिक्षक के लिए 30 जुलाई तक आवेदन पत्र आमंत्रित
शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कायदी में गणित, भौतिक, रसायन, जीवविज्ञान, समाज शास्त्र, अंग्रेजी, भूगोल, राजनीति शास्त्र एवं हिन्दी प्रत्येक विषय के लिए एक-एक अतिथि शिक्षक वर्ग-01 तथा अंग्रेजी व संस्कृत विषय के लिए अतिथि शिक्षक वर्ग-2 की व्यवस्था की जाना है। संस्था के प्राचार्य श्री मानवटकर ने बताया कि अतिथि शिक्षक वर्ग-1 एवं 2 के पद पर कार्य करने के इच्छुक व्यक्ति आगामी 30 जुलाई 2014 तक कायदी विद्यालय में आवेदन कर सकते है। अतिथि शिक्षक वर्ग-1 के लिए आवेदक को संबंधित विषय में द्वितीय श्रेणी में स्नातकोत्तर उपाधि धारक तथा अतिथि शिक्षक वर्ग-2 के लिए आवेदक को संबंधित विषय के साथ द्वितीय श्रेणी में स्नातक होना चाहिए। अतिथि शिक्षक की यह व्यवस्था विद्यालय में नियमित शिक्षक के नियुक्त होने तक या 31 दिसम्बर 2014 जो भी पहले हो तक के लिए रहेगी। 

थल सेना में हवलदार शिक्षक की भर्ती के लिए 10 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित
भारतीय थल सेना के सेना शिक्षा कोर में पढ़ाने के लिए मध्यप्रदेश एवं छत्तीसगढ़ के इच्छुक उम्मीदवारों से एक्स और वाई वर्ग में हवलदार शिक्षक के रूप में भर्ती के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी सेवानिवृत्त ले.कर्नल जया जेवियर के अनुसार आवेदन पत्र सेना भर्ती कार्यालय उदय हाउसिंग सोसायटी, टाटीबंध रायपुर (छत्तीसगढ़) में जमा करने की अंतिम तिथि 10 अगस्त है। आवेदन पत्र का प्रारूप एवं भर्ती से संबंधित जानकारी जिला सैनिक कल्याण कार्यालय सिवनी के सूचना पटल से प्राप्त की जा सकती हैं। इस संबंध में अधिक जानकारी के लिए भर्ती कार्यालय जबलपुर के दूरभाष नं. 0761-2600242 पर भी सम्पर्क किया जा सकता है। 

किसानों को अमानक बीज विक्रय करने का मामला
  • बीज विक्रेता मे. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार का लायसेंस निलंबित

किसानों को धान के अमानक स्तर के बीज विक्रय किये जाने के कारण उप संचालक कृषि श्री जे.एस. गुर्जर ने बीज अधिनियम के तहत कार्यवाही करते हुए में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट का बीज लायसेंस निलंबित कर दिया है। बीज निरीक्षक द्वारा 22 मई 2014 को बीज विक्रेता में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट(प्रो. श्रीमती सरला पींचा) के इतवारी गंज स्थित प्रतिष्ठान से उत्पादक कंपनी महागुजरात सीड्स प्रायवेट लिमिटेड नागपुर द्वारा उत्पादित धान बीज सारथी एवं आकाश के दो नमूने जांच के लिए एकत्र किये गये थे। बीज परीक्षण प्रयोगशाला में धान बीज सारथी का मानक अंकुरण 80 प्रतिशत के विरूध्द 63 प्रतिशत तथा आकाश का अंकुरण प्रतिशत 75 प्रतिशत पाया गया। बीज परीक्षण प्रयोगशाला के परिणाम आने के बाद उप संचालक कृषि श्री गुर्जर ने 28 जून 2014 को अमानक लाट के धान बीज के विक्रय पर प्रतिबंध लगा दिया और धान बीज के विक्रेता में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट के प्रोपाईटर,  कंपनी के अधिकृत वितरक अग्रवाल इंटाप्राईजेस भोमा जिला सिवनी एवं महा गुजरात सीड्स कंपनी नागपुर के संचालक को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 जुलाई 2014 को अपना पक्ष रखने कहा गया था। बीज उत्पादन एवं विक्रय से जुड़ी तीनों संस्थानों के संचालकों का स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं पाया गया। जिस पर उप संचालक श्री गुर्जर ने में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट का लायसेंस तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इस संस्थान के संचालक को 10 दिनों के भीतर समक्ष में उपस्थित होकर पुन: सुनवाई का अवसर दिया गया है। इस अवधि के बाद में. श्री न्यू नाकोड़ा किसान भंडार बालाघाट के विरूध्द बीज अधिनियम 1966 के तहत कार्यवाही की जायेगी। 

पंचायत निर्वाचन में भी अभ्यर्थियों को देना होगा शपथ-पत्र
विधानसभा निर्वाचन की तरह आगामी पंचायत आम निर्वाचन में अभ्यर्थियों से नाम निर्देशन पत्र के साथ शपथ-पत्र लिया जायेगा। यह जानकारी मतदाता जागरूकता कार्यक्रम (सेन्स) के तहत राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों और गैर सामाजिक संगठनों के साथ भोपाल में आयोजित परिचर्चा में बताई गई। परिचर्चा में पॉवर प्रेजेन्टेशन के माध्यम से पंचायत निर्वाचन प्रक्रिया एवं कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी गई। आयोग के उपसचिव बुध्देश वैध ने बताया कि सिर्फ पंच का चुनाव मत पत्र से होगा। जिला और जनपद सदस्य और सरपंच पद का चुनाव ईवीएम से होगा। इस चुनाव में मतगणना विकासखण्ड, तहसील और जिला स्तर पर की जायेगी। पहले मतदान केन्द्र पर ही मतगणना होती थी। 

आयोग की वेबसाइट में पंचायत मतदाता सूची
परिचर्चा में श्री वैद्य ने बताया कि आगामी पंचायत आम निर्वाचन की फोटोयुक्त मतदाता सूची आयोग की वेबसाइट में उपलब्ध रहेगी। इसमें मतदाता अपना नाम देख सकता है। मतदाताओं को मतदाता पर्ची भी उपलब्ध करवाई जायेगी।

स्वागतम लक्ष्मी योजना पर झालीवाड़ा में किया गया कार्यशाला का आयोजन
एकीकृत बाल विकास सेवा योजना, वारासिवनी अन्तर्गत दिनांक 17 जुलाई 2014  को ग्राम झालीवाड़ा के पंचायत भवन में परियोजना अधिकारी श्रीमती मंजू शुक्ला के मार्गदर्शन में स्वागतम लक्ष्मी योजना एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें गांव की सरपंच श्रीमती पुष्पा शरणागत, जनपद सदस्य श्रीमती सरिता राहंगडाले, ग्राम के पंच एवं अन्य प्रतिनिधि, आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका, गांव की सम्मानीय महिलाये, गर्भवती, धात्री महिलाये किशोरी बालिकायें एवं पर्यवेक्षक उपस्थित थी । सर्वप्रथम परियोजना अधिकारी श्रीमती मंजू शुक्ला एवं सरपंच महोदया द्वारा माँ सरस्वती के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की गई एवं कार्यकर्ता द्वारा द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई । परियोजना अधिकारी द्वारा स्वागतम लक्ष्मी योजना का उद्देश्य एवं योजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। बेटा-बेटी में भेदभाव न करना, बेटी को हर जगह सम्मान देना एवं शिक्षा के स्तर को ऊॅंचा उठाना प्रत्येक क्षेत्र में उसे आगे बढ़ने के लिये प्रोत्साहित कर सहयोग प्रदान करना । स्वागतम लक्ष्मी योजना के अन्तर्गत परियोजना अधिकारी द्वारा उपस्थित जन प्रतिनिधियों से अपील की गई की वे गांव में बेटी के जन्म पर उस घर में जाकर बधाई दे एवं उन्हें प्रोत्साहित करें ताकि समाज में व्याप्त लिंगानुपात प्रतिशत में सुधार हो सकें । इसके पश्चात गांव में अव्वल आने वाली हायर सेकण्डरी स्कूल की 2 छात्राओं कुमारी लीना चौधरी एवं अलका पटले को स्वागतम लक्ष्मी योजना अन्तर्गत पुरस्कृत किया गया । गांव की सबसे छोटी बेटी नितू चौधरी (20 दिवस) तथा गांव की सबसे वृध्द महिला श्रीमती राधिका बाई ठाकरे (75 वर्षीय) को भी पुरस्कार से सम्मानित किया गया । इसके पश्चात उपस्थित जन प्रतिनिधि एवं महिलाओं ने अपने-अपने अनुभव बताये साथ ही अपने जीवन के रोचक पहलुओं का भी बखान किया । श्रीमती सरिता वैष्णव (परिक्षेत्र पर्यवेक्षक) एवं श्रीमती अर्चना मेश्राम पर्यवेक्षक द्वारा स्वागतम लक्ष्मी योजना के क्रियान्वयन की जानकारी दी और योजना से होने वाले लाभ के बारे में विस्तृत समझाईश दी । परिक्षेत्र पर्यवेक्षक श्रीमती सरिता वैष्णव द्वारा उपस्थित ग्रामीणजनों एवं हितग्राहीयों का आभार व्यक्त कर, परियोजना अधिकारी के निर्देशन में कार्यक्रम का सफलतापूर्वक समापन किया गया ।

जिले में 317 मि.मी. वर्षा रिकार्ड, बैहर तहसील में सबसे अधिक 414 मि.मी. वर्षा 
जिले में चालू वर्षा सत्र के दौरान एक जून से 21 जुलाई 2014 तक 317 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। जबकि गत वर्ष इसी अवधि में 670 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई थी। जिले की औसत सामान्य वर्षा 1447 मि.मी. है। चालू वर्षा सत्र में अब तक सबसे अधिक 414 मि.मी. वर्षा बालाघाट तहसील में तथा सबसे कम 195 मि.मी. वर्षा वारासिवनी तहसील में रिकार्ड की गई है। 

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