राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से प्रेरणा पाने के बाद भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने रविवार को घोषणा की कि वह राज्य में विधानसभा चुनाव के लिए तैयार है। पार्टी की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष सतीष उपाध्याय ने केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई आधे घंटे की मुलाकात के बाद यहां इस आशय की घोषणा की। उपाध्याय ने कहा कि अगर चुनाव की घोषणा होती है तो "भाजपा इसके लिए पूरी तरह से तैयार है।"
उन्होंने कहा कि यदि उपराज्यपाल नजीब जंग भाजपा को सरकार बनाने का न्योता देते हैं तो "हम स्थिति का विश्लेषण करेंगे और फिर कोई फैसला करेंगे।" उपाध्याय ने कहा, "दिल्ली को अच्छी और पारदर्शी सरकार की जरूरत है, जो समयबद्ध सेवा दे सके।" इधर भाजपा के एक सूत्र ने बताया कि ऐसे समय में जब आम आदमी पार्टी (आप) भाजपा पर खरीद-फरोख्त का आरोप लगा रही है, आरएसएस नहीं चाहता कि भाजपा अल्पमत सरकार का गठन करे। सूत्र ने बताया, "आरएसएस चाहता है कि हम चुनाव की तैयारी करें।"
उपाध्याय ने कहा कि राजनाथ और उनके बीच दिल्ली से संबंधित मुद्दे पर चर्चा हुई। उनके बीच पूर्व सैनिकों को नगरनिगम के कामकाज की देखरेख के लिए नियुक्त करने की संभावना पर भी बातचीत हुई। उन्होंने कहा, "हमने इस बात की संभावना पर चर्चा की कि क्या पूर्व सैनिकों को एमसीडी के दैनिक कामकाज की निगरानी के सीमित अधिकार दिए जा सकते हैं।" उपाध्याय ने कहा कि नगरनिगम से जुड़ी समस्याओं पर भी राजनाथ के साथ बात हुई। इस दौरान नगरनिगम के तीनों मेयर और भाजपा के अन्य नेता मौजूद थे।
आम आदमी पार्टी (आप) के प्रमुख अरविंद केजरीवाल के 14 फरवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे देने के बाद से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू है। 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास अब 28 सदस्य हैं। दिसंबर 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में किसी भी दल को दिल्ली में सरकार बनाने लायक बहुमत नहीं मिल पाया था। भाजपा ने 31 सीटों पर जीत हासिल की थी, जबकि आम आदमी पार्टी (आप) ने 28 सीटें जीती थी और कांग्रेस को मात्र आठ सीटों पर जीत हासिल हुई थी। पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के तीन विधायक सांसद निर्वाचित हो गए, जिसके बाद भाजपा विधायकों की संख्या 28 हो गई है।
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