विशेष आलेख : शॉल ,साड़ी और बेलगाम पाकिस्तान...... - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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सोमवार, 21 जुलाई 2014

विशेष आलेख : शॉल ,साड़ी और बेलगाम पाकिस्तान......

पाकिस्तान की ओर से सीजफायर का उल्लंघन मानो अब आम बात बन गयी है। लेकिन इससे सियासत की लौह दीवार के पीछे बैठे नेताओं पर कोई असर नहीं होता। और वे अपनी नाकामी को छुपाने के लिए शहादत को भी हाशिये में डालने से नहीं चूकते। इसका एक उदाहरण पिछली सरकार के रक्षा मंत्री ए0 के0 एंटनी ने तब दिया जब पाकिस्तानी सेना द्वारा दो भारतीय जवानों के सिर कलम कर दिए गए। और मंत्री जी ने आतंकियों द्वारा घटना को अंजाम देने की बात कह कर वास्तविकता में फेरबदल कर दिया।

नई सरकार और नई नीति, नीयत और मुद्दों की खातिर लोकसभा चुनाव हुए। और अच्छे दिनों का वायदा करके नरेन्द्र मोदी पीएम बन गये। शपथ ग्रहण समारोह में नवाज शरीफ़ से गर्मजोशी के साथ मोदी की मुलाक़ात का कोई ख़ास असर नहीं हुआ। इसका सत्यापन लगातार सीमाओं पर पाकिस्तान की ओर से हो रही गोलाबारी कर रही है। शॉल और साड़ी के बीच अभी भी पाकिस्तान नफ़रत की खाइयाँ बरक़रार रखे हुए है।

बीते शनिवार की रात आरएसपुरा - बिश्नाह की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी सेना ने भारतीय चौकियों और सीमांत गाँवों को निशाना बनाकर गोलीबारी शुरू कर दी। जिसमें कई मवेशी मारे गए। इससे पहले भी उल्लंघन का पहाड़ा पाकिस्तानी सेना द्वारा पढ़ा जाता रहा है। और तिरंगे से लिपटे कॉफिन तैयार होते रहे हैं। सुरक्षा जानकारों के मुताबिक़ आतंकियों को सीमा पार कराने के लिए कवर फायर दिया जाता है। जिससे आतंकी आसानी से घुसपैठ करने में कामयाब हो सकें।

इससे एक बात तो तय है कि पाकिस्तान के मंसूबे भारत के लिए साफ़ नहीं है। और किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में पाकिस्तान लगातार सीज फायर का उल्लंघन कर रहा है।

वहीं प्रधानमंत्री मोदी ने सेना की मजबूती के लिए अच्छा ख़ासा बजट दिया। आई एन एस विक्रमादित्य भी सौंप दिया। लेकिन पाकिस्तान की असभ्य नीति और नीयत का अभी भी कोई सकारात्मक हल नहीं निकल सका। सवाल उठता है कि क्या नवाज शरीफ़ के द्वारा रिश्तों में सुधार की पहल एकमात्र दिखावा है ? या नवाज का पाकिस्तानी सेना पर कोई नियंत्रण नहीं ?

फिलवक्त भारत सरकार को बार बार हो रहे सीजफायर को देखते हुए कड़े फैसले लेने की ज़रुरत है। जिससे पाकिस्तानी सेना के मंसूबों में नकेल कसी जा सके।




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हिमांशु तिवारी
जागरण इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट एंड मास कम्युनिकेशन, 
कानपुर
फोन : 8858250015

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