आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से कहा कि दिल्ली विधानसभा भंग करने में हो रहे विलंब से विधायकों की खरीद-फरोख्त की कोशिशें बढ़ रही हैं। केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा, "मैंने उन्हें बताया कि विधानसभा भंग करने में विलंब से खरीद-फरोख्त को बढ़ावा मिल रहा है।" भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इस दावे पर कि वह सरकार बनाने की स्थिति में है, केजरीवाल ने जानना चाहा कि दिल्ली में किस फार्मूले के तहत सरकार बन सकती है। केजरीवाल ने कहा कि जंग ने इसका कोई जवाब नहीं दिया।
पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल ने जंग से मुलाकात ऐसे समय में की है, जब एक दिन पहले भाजपा ने कहा था कि वह दिल्ली में सरकार बनाना चाहती है और चुनाव के लिए भी तैयार है। केजरीवाल ने अपने सभी अन्य 26 विधायकों के साथ जंग से मुलाकात की। आप ने 70 सदस्यीय विधानसभा में 28 सीटें जीती थीं, लेकिन एक विधायक विनोद कुमार बिन्नी को बाद में पार्टी से निकाल दिया गया था। केजरीवाल भाजपा पर आरोप लगा रहे हैं कि वह विपक्षी विधायकों को रिश्वत देने की कोशिश कर रही है। उन्होंने कहा कि जंग के साथ उनकी बातचीत अच्छी रही है।
उन्होंने कहा, "उपराज्यपाल से मुलाकात की। बातचीत अच्छी रही। वह अब भाजपा को बातचीत के लिए बुलाएंगे। अगर भाजपा दावा करती है कि वह सरकार बना सकती है, तो उपराज्यपाल उनसे संख्या दिखाने के लिए कहेंगे।" केजरीवाल ने कहा, "हमने उपराज्यपाल के सामने सभी विधायकों को पेश किया और उन्हें बताया कि ये कहीं नहीं जा रहे।" केजरीवाल ने यह भी जानना चाहा है कि भाजपा आखिर नए सिरे से चुनाव कराने को उत्सुक क्यों नहीं नजर आती। आप के एक सूत्र ने आईएएनएस को बताया, "आप के विधायक किसी पार्टी का समर्थन नहीं करेंगे।"
उल्लेखनीय है कि जनलोकपाल विधेयक विधानसभा में पारित न हो पाने की स्थिति में केजरीवाल ने 14 फरवरी को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद से दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लागू है। 70 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के पास अब 28 सदस्य हैं, इसके तीन सदस्य मई में हुए आम चुनाव में निर्वाचित होकर लोकसभा पहुंच गए हैं।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें