इन्दौर की उर्वरक कम्पनी नर्मदा बॉयोकेम प्रायवेट लिमिटेड के खिलाफ एफ.आई.आर. दर्ज
- प्रयोगशाला विशलेषण रिपोर्ट में अमानक पाया गया था उर्वरक
- उर्वरक निरीक्षक विकासखण्ड खण्डवा ने मोघट थाने मे दर्ज कराई एफ.आई.आर.
खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - राज्य शासन के स्पष्ट एवं सख्त आदेशों के आधार पर किसानांे के हितों को ध्यान में रखकर 17 जुलाई को अमानक उर्वरक कंपनी के विरूद्ध जिला प्रषासन के निर्देषानुसार कृषि विभाग द्वारा एफ.आई.आर. मोघट थाने दर्ज करा दी गई है। गोरतलब है कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा स्पष्ट रूप से किसानों के साथ छलावा करने वाले और अमानक बीजों, उर्वरकों को बनाने वालों के खिलाफ सख्त एवं कानूनी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए थे। साथ ही कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने भी ऐसी स्थिति में दोषीयों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने के आदेश कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों को समीक्षा बैठक में दिए थे। जिसके मद्देनजर ही जिले में वर्ष 2013-14 रबी में उर्वरक सेम्पल जो नर्मदा बॉयोकेम प्रायवेट लिमिटेड इंदौर की उर्वरक कंपनी का नमूना सिंगल सुपर फास्फेट पी-16 प्रतिषत््् जिसका कोड नंबर के-33 लेब सेम्पल नंबर 418 नमूना लेने का दिनांक 24.10.13 सेवा सहकारी समिति सिहाडा से लिया गया था। जिसकी विश्लेषण रिपोर्ट की अधिक जानकारी देते हुए उप संचालक किसान कल्याण तथा कृषि विकास विभाग ओ.पी.चौरे ने बताया की उर्वरक विष्लेषण प्रयोगषाला भोपाल से विष्लेषण में परिणाम जो प्राप्त हुए है उसमें पी-11.84 प्रतिषत््् तथा डब्ल्यु एस. 10.35 प्रतिषत्््् अमानक आया था। इसके पष्चात् रेफरी सेम्पल का विष्लेषण उर्वरक गुण नियंत्रण प्रयोगषाला बारडोली जिला सुरत (गुजरात) में कराया गया। जिसके भी प्रयोगषाला विष्लेषण में परिणाम पी-12.28 प्रतिषत्् तथा डब्ल्यु.एस. 9.65 प्रतिषत् अमानक पाया गया। इस संबंध में कंपनी द्वारा उर्वरक नियंत्रण आदेष 1985 तथा उर्वरक (संचलन नियंत्रण) आदेष 1973 के अधिनियमों का उल्लंघन किया जाना पाया गया है। जिसके आधार पर उर्वरक निरीक्षक/वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी विकासखंड खंडवा द्वारा मोघट थाना, खंडवा में एफ.आई.आर. दर्ज करा दी गई है। एफ.आई.आर. का क्रमांक 418/14 दिनांक 17.07.14 है।
15 अगस्त तक विद्यालयों में हेण्डवॉश यूनिट का कराए निर्माण
- समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने दिए निर्देश
- साथ ही अपने अधीनस्थ तहसील कार्यालयों की निरीक्षण करें एसडीएम
खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - 15 अगस्त तक शासकीय विद्यालयों में हेण्डवॉश यूनिट का निर्माण हो जाना चाहिए। यह स्पष्ट निर्देश सोमवार को कलेक्टोरेट सभागृह में आयोजित समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने जिले के समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को दिए। इसके साथ ही उन्होनंे बैठक में पंचपरमेश्वर के अंतर्गत किए गए कार्यो एवं मनरेगाा योजना के अंतर्गत कराए गए पौधारोपण की भी समीक्षा सीईओ जनपदों से की। कलेक्टर श्रीमती शिल्पा गुप्ता ने सर्व कार्यालयों प्रमुखों की बैठक में जिले के सभी राजस्व अनुभागों के अनुविभागीय अधिकारियों को अपने अधीनस्थ तहसीलदारों एवं नायब तहसीलदारों के कार्यालयों का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने आदेश देते हुए कहा कि सभी एसडीएम और तहसीलदार यह भी सुनिश्चत करे की उनके न्यायालयों में चल रहे प्रकरण, पंजी में दर्ज है कि नहीं महज बाबूओं के भरोसे न बैठे स्वयं सर्तकता से कार्य करें। इसी प्रकार कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने सभी विभाग प्रमुखों को उनके विभागों में लंबित विभागीय जॉंच की जानकारी भी कलेक्टर कार्यालय भेजने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होने सभी सीईओ जनपदों को समस्त प्रकार की पेंशनों के लिए अग्रिम माह की अंतिम तिथि का इंतजार न करते हुए महिने की सात तारीख तक समस्त पेंशनों के शत् प्रतिशत प्रपोजल भेजने के आदेश दिए। समय-सीमा की बैठक में हरियाली महोत्सव की जानकारी देते हुए जिला वनमण्डला अधिकारी एस.एस. रावत ने बताया की जिले में 27 से 30 जुलाई के मध्य हरियाली महोत्सव मनाया जाएगा। जिसमें जिले में 2 लाख 32 हजार पौधो का रोपण किया जाएगा। चूॅंकि इस वर्ष सम्पूर्ण प्रदेश में रोपे गए पौधो का रिकार्ड गीनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज होना है। इसलिए उनके नॉंम्स के अनुसार प्रत्यक्षदर्सी भी बनाए जाएगे। जो की पौधा रोपण होने की पुष्टि करे। जिस पर कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने डीएफओ एस.एस. रावत को पूर्ण तैयारी कर सूचित करने के निर्देश भी दिए। समय-सीमा की बैठक में कलेक्टर श्रीमती गुप्ता ने जिला शिक्षा अधिकारी को मेपिंग हो चुके छात्रों को छात्रवृत्ति दिलाने के निर्देश देने के साथ ही सभी विभाग प्रमुखों को जनसुनवाई, जनवाणी, पीजीआर, के लंबित प्रकरणों के शीघ्र निराकरण करने के आदेश भी दिए। बैठक में अपर कलेक्टर एसएस बघेल, सीईओ जिला पंचायत अमित तोमर, समेत विभिन्न विभागों के विभाग प्रमुख उपस्थित थे।
बाल विकास कार्यालयों में डाटा एन्ट्री हेतु आवेदन आमंत्रित, अंतिम तिथि 12 अगस्त
खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - जिला कार्यक्रम अधिकारी, एकीकृत बाल विकास विकास सेवा, जिला खण्डवा एवं अधीनस्थ 08 बाल विकास परियोजना कार्यालयों हेतु डाटा एन्ट्री तथा कम्प्युटर कार्यो हेतु व्यावसायिक सेवा को प्राप्त करने वाले व्यावसायिक संस्थाओं के माध्यम से डाटा एन्ट्री ऑपरेटर-सह-टाईपिस्ट वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिये उपलब्ध कराने हेतु पंजीकृत फर्म/संस्था से निविदा आमंत्रित की जाती है। इच्छुक सेवा प्रदाता एजेन्सी कार्यालय जिला कार्यक्रम जिला कार्यक्रम अधिकारी, एकीकृत बाल विकास सेवा, जिला खण्डवा (जनपद पंचायत परिसर, सिविल लाईन खण्डवा) की लेखा शाखा से कार्यालयीन समय पर अवकाश दिवसों को छोड़कर 12 अगस्त समय 03ः00 बजे तक राशि रू. 200/- नगद जमा कराकर निविदा प्रपत्र प्राप्त कर सकते है तथा निविदा के संबंध में जानकारी प्राप्त कर सकते है। सेवा प्रदाता एजेन्सी द्वारा सीलबंद निविदाएं निविदा प्रकाशन की दिनांक से 12 अगस्त तक समय 03ः00 बजे तक कार्यालय में रखे सीलबंद टेण्डर बॉक्स में प्रस्तुत किये जा सकते है। जिला स्तर पर गठित समिति द्वारा विधिवत प्राप्त निविदाएॅं 12 अगस्त तक 03ः30 बजे उपस्थित निविदाकारों के समक्ष खोली जायेगी। निविदा के संबंध में किसी भी प्रकार की जानकारी के निविदा में संशोधन एवं निरस्त करने का पूर्ण अधिकार जिला कार्यक्रम अधिकारी खण्डवा के पास सुरक्षित रहेगा।
आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में शांति समिति की बैठक का आयोजन
खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - आगामी दिनो में ईद उल फितर तथा जन्माष्टमी, गोगा नवमी, का पर्व मनाया जाएगा। शहर मंे इन पर्वो के सद्भाव, शांति पूर्वक एवं सुव्यवस्थित रूप मनाये जाने हेतु शांति समिति की बैठक का आयोजन आज मंगलवार को सायं 04ः00 बजे स्थान कलेक्टोरेट सभाकक्ष खंडवा में कलेक्टर एवं जिला दण्डाधिकारी महोदय् की अध्यक्षता में किया गया है।
कृषि विष्वविद्यालय के संयुक्त निदेषक विस्तार द्वारा जिले का भ्रमण
खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - मानसून की देरी एवं कमी के प्रभावों से निपटने हेतु कृृषि उत्पादन आयुक्त म.प्र.षासन द्वारा जारी निर्देषों के परिपालन तहत कृृषि विज्ञान केन्द्र एवं कृृषि विभाग द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों का अवलोकन करने हेतु राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृृषि विष्वविद्यालय, ग्वालियर के संयुक्त निदेषक विस्तार डॉ. उदय प्रताप सिंह भदौरिया ने शुक्रवार को जिले के छैगॉवमाखन विकासखण्ड का भ्रमण किया। उन्होने कृृषि विज्ञान केन्द्र में उपसंचालक कृषि श्री ओ.पी.चौरे , आत्मा परियोजना संचालक षिवसिंह राजपूत एवं कृृषि वैज्ञानिको के साथ बैठक की जिसमे अधिकारियों द्वारा बताया गया कि इस वर्ष खरीफ का लक्ष्य 3,14,000 हेक्टेयर रखा गया है जिसमें 1,92,000 हेक्टेयर में सोयाबीन, 50,000 हेक्टेयर में कपास, 20,000 हेक्टेयर में मक्का, 5,000 हेक्टेयर में मूॅंग व उड़द 1,000 हेक्टेयर में धान आदि की बुआई होगी। ग्राम छैगॉवदेवी के भ्रमण दौरान भगवान पटेल, हीरालाल पटेल, आनंदराम, सेवकराम, त्रिलोक व रामदास पटेल के खरेतों का अवलोकन किया गया। डॉं. भदौरिया ने बताया कि सोयाबीन को मेढ़-नाली पद्धति से ही बोना चाहिए जिससे वर्षा की प्रतिकूलता से बचा जा सकता है। डॉं. भदौरिया ने कम अवधि की फसलों को एवं अन्तर्वर्तीय फसलों के रूप में लेने का सुझाव भी दिया। उपसंचालक कृषि ओ.पी.चौरे ने बुआई पूर्व अंकुरण परीक्षण को अतिमहत्वपूर्ण बताया। आत्मा निदेषक षिवसिंह राजपूत द्वारा बीज की उपलब्धता की जानकारी दी गई। मोकलगॉव में कृृषको द्वारा बताया गया कि सोयाबीन की 75 प्रतिषत एवं कपास की षत्प्रतिषत बुआई हो चुकी है। कपास के साथ तुवर व उड़द की अन्तर्वर्तीय फसलों का निरीक्षण किया गया। सुरगॉव जोषी एवं दोंदवाड़ा के खेतो के बाद डुल्हार के गोविन्द पगारे के खेत पर सोयाबीन की दूसरी बुआई को अधिकारियों द्वारा अवलोकन किया गया। भ्रमण के अन्त में डॉं. भदौरिया ने कृृषि विज्ञान केन्द्र के विषेषज्ञों एवं कृृषि अधिकारियों को आवष्यक निर्देष दिये।
सर्वोत्तम कृषक पुरस्कार हेतु प्रविष्ठियां आमंत्रित
खण्डवा (21 जुलाई, 2014) - कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम (आत्मा) के अंतर्गत राज्य, जिला एवं विकासखण्ड स्तरीय सर्वोत्तम कृषक एवं जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक समूह पुरस्कार का चयन कर पुरस्कार प्रदान किये जाने है । इस हेतु जिले के समस्त प्रगतिषील कृषक बंधुओं से प्रविष्ठियां आमंत्रित की जाती है । प्रविष्ठि फार्म ब्लॉक के वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी कार्यालय/ बी.टी.एम. आत्मा से प्राप्त की जा सकती है । फार्म जमा करने की अंतिम तिथि 31 जुलाई को शाम 4 बजे तक है । उसके बाद प्राप्त होने वाले आवेदनों पर विचार नहीं किया जावेगा । फार्म के साथ किसान भाईयों को अपनी फोटो, मोबाइल/दूरभाष नंबर, बैंक अकाउण्ट नंबर देना अनिवार्य है । फार्म को अपने क्षेत्र के संबंधित ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी/बी.टी.एम. आत्मा से सत्यापित करा कर ही जमा करावें तथा संबंधित कृषि (कृषि, उद्यानिकी एवं पशुपालन) गतिविधि का साक्ष्य यदि हो तो वह भी प्रस्तुत करें जैसे उपज विक्रय रसीद, कोई राज्य या जिला स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुआ हो तो उसकी छायाप्रति इत्यादि । ब्लॉक से प्राप्त सर्वोत्तम कृषक का चयन, चयन समिति द्वारा प्राप्तांकों के आधार पर किया जावेगा, जिसमें से राज्यस्तरीय सर्वोत्तम पुरस्कार हेतु 50000/- जिलास्तरीय सर्वोत्तम पुरस्कार हेतु 25000/- एवं विकाखण्ड स्तरीय पुरसकार हेतु 10000/- रूपये का कृषक पुरस्कार दिया जावेगा, साथ ही जिला स्तरीय सर्वोत्तम कृषक समूह का पुरस्कार रूपये 20000/- भी सर्वोत्तम समूह को दिया जायेगा।
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