बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और जनता दल (युनाइटेड) के नेता नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजनीति को जो लोग गलत मानते हैं, उनमें आपसी समझ की संभावना दिखती है। जद (यू) व्यापक गोलबंदी का पक्षधर है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) से अगले विधानसभा चुनाव में गठबंधन तथा जद (यू) में इसके विरोध के संबंध में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, "भाजपा के जो नापाक इरादे हैं, उसको समझते हुए जो लोग उनकी राजनीति को नापसंद करते हैं, वैसे लोग एक-दूसरे के निकट आ सकते हैं। केवल दो दलों राजद और जद (यू) की बात नहीं है, बल्कि जो भी भाजपा से अलग दल हैं वे गोलबंद हो जाएं, यही वक्त का तकाजा है।"
नीतीश ने कहा कि इन दलों के बीच आपसी समझ की संभावना दिखती है, लेकिन इस बारे में अभी कोई ठोस बात नहीं हुई है। उन्होंने कहा, "जद (यू) व्यापक गोलबंदी का पक्षधर है, फिर भी अगर हमारे दल में किसी एक व्यक्ति को अगर यह बुरा लगता है तो उसने अपनी बात कही होगी। यह कोई बड़ी बात नहीं है।"
उल्लेखनीय है कि नीतीश के गृह जिला नालंदा के इस्लामपुर से पार्टी के विधायक राजीव रंजन ने जद (यू) के प्रदेश अध्यक्ष वषिष्ठ नारायण सिंह को एक पत्र लिखकर राजद के साथ गठबंधन का विरोध किया है। उन्होंने पत्र में लिखा है, "लालू प्रसाद के 'जंगल राज' के कारण ही हमने अलग पार्टी बनाई थी।" उन्होंने दावा किया है कि उनकी पार्टी के 60 से ज्यादा विधायक राजद से गठबंधन के खिलाफ हैं। बिहार का कोई शख्स नहीं चाहता कि धर्मनिरपेक्षता के नाम पर 'जंगल राज' की वापसी हो।
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