कमिश्नर ने किया स्कूल, आंगनवाडी केन्द्र तथा सडक का निरीक्षण
- शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के करें प्रयास-कमिश्नर
पन्ना 19 जुलाई 14/पन्ना जिले के दो दिवसीय भ्रमण के क्रम में सागर संभाग के कमिश्नर आर.के. माथुर ने स्कूल, आंगनवाडी केन्द्र, खेत सडक निर्माण का निरीक्षण किया। उन्होंने मुरब्बा बनाने वाले समूह तथा डीपीआईपी परियोजना के महिला समूहों से भी उनके आर्थिक उन्नति की जानकारी ली। उन्होंने माध्यमिक शाला दहलान चैकी का निरीक्षण करते हुए बच्चों से पहाडे पूछकर उनकी शिक्षा के स्तर की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शालाओं में बच्चों का शत प्रतिशत प्रवेश के साथ उनकी नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करें। प्राथमिक तथा माध्यमिक शिक्षा के स्तर में सुधार के लिए निरंतर प्रयास करें। बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के भी शैक्षणिक स्तर एवं पठन पाठन क्षमता का लगातार मूल्यांकन करें। उन्होंने मध्यान्ह भोजन योजना, निःशुल्क किताब तथा गणवेश वितरण की जानकारी ली। निरीक्षण के समय कलेक्टर आर.के. मिश्रा, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती भावना बालिम्बे, एडीएम चन्द्रशेखर बालिम्बे तथा जिला एवं खण्ड स्तर के अधिकारी उपस्थित रहे। कमिश्नर ने दहलान चैकी आंगनवाडी केन्द्र का निरीक्षण कर पोषण आहार के वितरण तथा स्नेह शिविर की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि शिविर प्रारंभ होने से 15 दिन पूर्व सभी बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण अनिवार्य रूप से कराएं। इनमें जो बच्चे बीमार मिले उनको उपचार की पूरी सुविधा दें जिससे बच्चे स्वस्थ्य होकर स्नेह शिविर का लाभ उठा सकें। बीमार बच्चे को अतिरिक्त आहार देने से भी कोई लाभ नही होगा। मौके पर उपस्थित मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी ने बताया कि शिविर में शामिल सभी 11 बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया है। मिनी आंगनवाडी केन्द्र में संचालित शिविर में एक बच्चा हृदय रोग से पीडित पाया गया है उसके उपचार के लिए आवश्यक प्रबंध किए जा रहे हैं। कमिश्नर ने जिला कार्यक्रम अधिकारी नयन सिंह को स्नेह शिविर की नियमित मानीटरिंग के निर्देश दिए। इसके बाद कमिश्नर दहलान चैकी में ही डीपीआईपी की महिला स्वरोजगारियों से भेंट की। महिलाओं ने बताया कि उन्होंने परियोजना से सहायता प्राप्त करके तीन सिलाई मशीनें खरीदी हैं। इनसे उन्हें प्रतिदिन 200 से 300 रूपये की आमदनी हो जाती है। समूह की एक महिला ने अपने बच्चों की शिक्षा के लिए ऋण लिया है। कमिश्नर ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि बच्चों को अच्छी पूरी शिक्षा दें। इसके बाद कमिश्नर ने अजयगढ विकासखण्ड के ग्राम सिंहपुर के मजरा गिदरहा में निर्माणाधीन खेत सडक का निरीक्षण किया। उन्होंने सडक निर्माण के लिए जंगल साफ करने हेतु 20 हजार रूपये की राशि व्यय करने पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि खेत सडक निर्माण शासन के मापदण्डों के अनुसार करें। मौके पर उपस्थित कार्यपालन यंत्री ग्रामीण यांत्रिकी सेवा आर.एस. देशवाले ने बताया कि सडक की कुल लम्बाई 580 मीटर है जिसमे दो पुलियों का निर्माण कराया जाना है। इसकी कुल लागत 9 लाख 54 हजार रूपये है। अभी केवल खुदाई का कार्य किया गया है जिसमें 76 हजार रूपये व्यय हुए हैं। इसके बाद कमिश्नर सिंहपुर में ही प्रधानमंत्री ग्राम सडक योजना से निर्माणाधीन सडक का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने ग्राम गुछारा में बुन्देलखण्ड पैकेज से ग्रामीण यांत्रिकी सेवा विभाग द्वारा बनाए गए स्टाप डेम का निरीक्षण किया। उन्होंने इसकी सिंचाई क्षमता बढाने तथा ग्राम वासियों के लिए आवागमन का वैकल्पिक मार्ग बनाने के निर्देश दिए।
उचित सलाह से होगा मीडिएशन सफल-एडीजे श्री मिश्रा
- मीडिएशन में वकीलों की है महत्वपूर्ण भूमिका-श्री शर्मा
पन्ना 19 जुलाई 14/जिला अधिवक्ता संघ सभागार में मीडिएशन जागरूकता कार्यशाला का आयोजन जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा किया गया। जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री के.के. त्रिपाठी के मार्गदर्शन में आयोजित कार्यशाला में मीडिएशन पर विस्तार से चर्चा की गई। कार्यशाला का शुभारंभ करते हुए अपर जिला दण्डाधिकारी श्री डी.पी. मिश्रा ने कहा कि पक्षकारों को उचित सलाह से ही मीडिएशन सफल होगा। पक्षकार सबसे पहले वकील के पास आते हैं वकील उन्हें उचित सलाह दें। किसी भी प्रकरण के निराकरण का मुख्य उद्देश्य सत्य का अंवेषण करना है। मीडिएशन तथा समझौते में अंतर है दोनों से ही प्रकरण का निराकरण होता है किन्तु मीडिएशन से किया गया निराकरण अधिक कारगर होता है। कार्यशाला में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव तथा न्यायाधीश श्री रवीन्द शर्मा ने मीडिएशन की जानकारी देते हुए कहा कि इसमें वकीलों की महत्वपूर्ण भूमिका है। पक्षकारों से प्रभावी तथा सतत संवाद करके मध्यस्थता से प्रकरणों का निराकरण किया जा सकता है। पन्ना में एक जनवरी से अब तक 127 प्रकरण मध्यस्थता के लिए प्राप्त हुए इनमें से 32 का निराकरण किया गया। इसे और बेहतर किया जा सकता है। दावा प्रकरण सिविल तथा पारिवारिक विवाद के प्रकरण भी मध्यस्थता से सुलझाए जा सकते हैं। वकीलों को प्रकरणों के समाप्त होने का भय नही होना चाहिए। मध्यस्थता के माध्यम से कम समय में प्रकरण निराकृत होने पर अधिक मामले प्राप्त होंगे। लंबी न्यायालयीन प्रक्रिया के कारण पक्षकारों में न्यायालयों के प्रति विश्वास घट रहा है इसे मध्यस्थता से प्रकरण निराकृत कर कायम रखा जा सकता है। कार्यशाला में अधिवक्ता श्री आर.बी. पटेल ने कहा कि मध्यस्थता पुनीत कार्य है। इसमें अब तक केवल व्यक्तिगत प्रकरण ही प्राप्त हो रहे हैं। जिन प्रकरणों में शासन पक्षकार है उनमें भी मध्यस्थता का अवसर दिया जाना चाहिए। उन्होंने मध्यस्थता से प्रकरण निराकृत होने पर पक्षकारों के वकीलों को भी आर्थिक लाभ देने का सुझाव दिया। अधिवक्ता श्री सुशील खरे ने कहा कि सिविल के प्रकरणों में राजस्व विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को उचित प्रशिक्षण दिया जाना आवश्यक है। निचले स्तर के कर्मचारियों द्वारा जानबूझ कर की गई गलती से रोज नये प्रकरण तैयार हो रहे हैं। कार्यशाला में कहा गया कि लोक अदालत तथा आपसी सुलह से प्रकरणों के निराकरण में कोर्ट फीस पक्षकार को वापस करने का प्रावधान है। लेकिन दिसंबर 2013 में निराकृत प्रकरणों की फीस एसडीएम द्वारा नही दी जा रही है। कार्यशाला में अधिवक्ता तथा सामाजिक कार्यकर्ता श्रीमती मंजूलता जैन ने पक्षकारों को पर्याप्त अवसर देने तथा मीडिएशन के लाभ की जानकारी दी। श्रीमती रूप नगायच ने कहा कि मीडिएशन के लिए प्रकरण भेजने के साथ पक्षकारों को भी उपस्थित कराने की व्यवस्था की जाए। कार्यशाला के समापन में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष श्री जे.के. राव तैलंग ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यशाला का संचालन करते हुए जिला विधिक सेवा अधिकारी अमित शर्मा ने मीडिएशन के कानूनी प्रावधानों, वैधानिक स्थिति तथा प्रशिक्षण की जानकारी दी। कार्यशाला में न्यायाधीश श्री कमलेश कोल, अन्य न्यायाधीशगण तथा अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
दलहनी फसलों की बुवाई पर प्रषिक्षण
पन्ना 19 जुलाई 14/कृषि विज्ञान केन्द्र पन्ना एवं कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम आत्मा द्वारा ग्राम हथकुडी विकासखण्ड पवई में दलहनी फसलों की बुवाई तकनीक पर डाॅ. बी.एस.किरार कार्यक्रम समन्वयक, एल.एल.धान्या सहायक संचालक कृषि, के.वी. कारपेंटर, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी एवं निलय सक्सेना द्वारा उडद की किस्म पी.यू. 30, पी.यू. 35, के.यू. 96-3, मंूग जे.एम. 721,पूसा विषाल, हम 12, अरहर टी.जे.टी. 501, आषा, जे.ए. 4 आदि किस्मों को वीटावेक्स पावर या साॅफ 2 ग्राम प्रति कि.ग्रा. बीज या बाविस्टीन एक ग्राम प्रति कि.ग्रा. बीज से उपचार कर बुवाई करने से बीज जनित फफूंदनाषक बीमारियों से बचाव होगा। मूंग, उड़द एवं अरहर की बीजदर 7-8 कि.ग्रा. प्रति एकड़ पर्याप्त होता है और बुवाई सीड ड्रिल या नारी हल से करे उड़द एवं मूंग की बुवाई के लिए कतार और पौधों की आपस की दूरी 30ग् 8-10 सें.मी. रखें। साथ ही खेत में जल निकास के लिये नालियां अवष्य बनायें। अरहर की बुवाई कतार और पौधों की दूरी 45-60 सें.मी. ग् 15-20 से.मी. पर करें। सोयाबीन फसल की बुवाई अभी 20 जुलाई तक कर सकते है देरी से बुवाई करने की स्थिति मे कतार से कतार की दूरी घटाकर (30 से.मी.) व बीज दर 20-25 प्रतिषत तक बढ़ाकर बुवाई की जाये। एल.एल. धान्या द्वारा धान की श्रीविधि के बारे में और नर्सरी डालने की तकनीक पर विस्तार से जानकारी दी गयी।
मलेरिया तथा मच्छरजनित रोगों से बचाव की सलाह
पन्ना 19 जुलाई 14/जिले में पर्याप्त वर्षा न होने के कारण तापमान लगातार अधिक बना हुआ है। अधिक तापमान तथा नमी के कारण मच्छरों की संख्या में तेजी से वृद्धि हो रही है। इससे आमजनता में मलेरिया, डेंगू चिकुनगुनिया तथा अन्य मच्छरजनित रोगों का प्रसार हो सकता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. एल.के. तिवारी तथा जिला मलेरिया अधिकारी डाॅ. ए.जी. बिनचुनकर ने आमजनता को मलेरिया एवं मच्छरजनित रोगों से बचाव के लिए उचित उपाय की सलाह दी है। उन्होंने कहा है कि अपने घर के आसपास पानी जमा न होने दें। कूलर, फूलदान, अनुपयोगी वर्तन, पुराने टायर आदि में पानी न जमा होने दें। इनमें वर्षा का पानी जमा होने पर एडीज एवं एनाफिलीज मच्छर तेजी से बढते हैं। घरों में शाम के समय नीम की पत्ती का धुंआ करके तथा अन्य उपायों से मच्छरों से बचाव करें। सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें। उन्होंने कहा है कि किसी भी तरह का बुखार का प्रकोप होने पर तत्काल खून की जांच कराएं। उसके आधार पर रोग का समुचित उपचार चिकित्सक की देखरेख में कराएं। मलेरिया का प्रकोप होने पर चिकित्सक द्वारा निर्धारित मात्रा के अनुसार दवा का सेवन करें। तेज सिर दर्द तथा तेज बुखार होने एवं शरीर पर लाल दाने होना तथा आंखों के आस पास दर्द होना डेंगू रोग के लक्षण हैं। इसका प्रकोप होने पर तत्काल चिकित्सक से सम्पर्क करें। किसी भी रोग का प्रकोप होने पर निकटतम शासकीय चिकित्सालय में सम्पर्क कर निःशुल्क जांच एवं उपचार की सुविधा का लाभ उठाएं।
रेम्प निर्माण की जानकारी देने के निर्देश
पन्ना 19 जुलाई 14/शासन द्वारा निःशक्तजनों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं लागू की गई हैं। निःशक्त व्यक्ति समान, अवसर, अधिकार, संरक्षण एवं भागीदारी अधिनियम 1995 के तहत सभी शासकीय भवनों, महाविद्यालय तथा अस्पतालों में निःशक्तजनों के लिए रेम्प का निर्माण अनिवार्य है। कलेक्टर आर.के. मिश्रा ने सभी कार्यालय प्रमुखों को उनके कार्यालय में रेम्प निर्माण के संबंध में जानकारी निर्धारित प्रपत्र में तीन दिवस के अन्दर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।
जल एवं स्वच्छता अभियान के तहत निकाली रैली
पन्ना 19 जुलाई 14/जागृति युवा मंच समिति द्वारा वाटर एड इन्डिया, एम.पी. टास्ट एवं निर्मल भारत अभियान के सहयोग से पन्ना जिले में जल एवं स्वच्छता कार्यक्रम का क्रियान्वयन किया जा रहा है। अभियान के तहत ग्राम सुगरहा में स्वच्छता, साफ-सफाई एवं शुद्ध पेयजल के लिये कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। साथ ही समिति द्वारा गाॅव को खुले मंे शौच मुक्त करने के लिये सघन रूप से अभियान चलाया जा रहा है। एस.जी. वर्मा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत शाहनगर द्वारा ग्राम चैपाल में सभी ग्राम वासियों को खुले में शौच मुक्त ग्राम बनाने के लिये संकल्प दिलाया गया साथ ही कहा गया कि आप लोग अपने-अपने घरों में मर्यादा अभियान का लाभ लेते हुये शौचालय का निर्माण कर उसका उपयोग करें। जिससे होने वाली बीमारियों एवं अन्य दुष्पिरिणामों से बचा जा सकता और आपके ग्राम को एक निर्मल ग्राम बनाया जा सकता है। जिला कार्यक्रम प्रबंधक जे.वाय.एम.एस. प्रदीप श्रीवास्तव ने बताया कि स्वयं सहायता समूह की महिलाओं ने अपनी मर्यादा एंव स्वभियान को वचाने के लिये जागरूकता रैली निकाली गई। रैली को जिला समन्वयक आलोक सिंह एम.पी. टास्ट एवं व्लाॅक समन्वयक सुश्री सुमन सिंह निर्मल भारत अभियान के द्वारा हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया गया। जिसमें महिलाओं व बच्चों द्वारा तख्ती पर लिखे एवं नारे लगाकर समुदाय को प्रेरित एवं जागरूक किया गया। ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधियों, संरपच, सचिव एवं रोजगार सहायक, रामलखन तिवारी संचालक जे.वाय.एम.एस., राजेश जैन व्लाॅक समन्वयक, नारायण सिंह, प्रशांत चैरसिया, प्रहलाद लोधी, अर्चना लखेरा, बृजराज पाठक, एवं राजेश शुक्ला द्वारा मर्यादा अभियान को सफल बनाने में सक्रीय भूमिका निभाई।
एंटी डेंगू माह मनाए जाने संबंधी कार्यशाला 21 को
पन्ना 19 जुलाई 14/जिला मलेरिया अधिकारी द्वारा बताया गया कि डेंगू एवं चिकुनगुनिया बीमारी के नियंत्रण के लिए जुलाई को एंटी डेंगू माह के रूप में मनाया जाना है। इसके लिए अन्तर विभागीय कार्यशाला का आयोजन 21 जुलाई को अपरांह एक बजे से आईपीडीपी सभाकक्ष में आयोजित की गई है।
अनुसूचित जाति के युवाओं को दिया जाएगा कौशल उन्नयन प्रशिक्षण
पन्ना 19 जुलाई 14/कार्यपालन अधिकारी जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति पन्ना के कार्यपालन अधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले के अनुसूचित जाति के युवाओं को कौशल उन्नयन प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण में 18 से 35 वर्ष के बेरोजगार युवा भाग ले सकेंगे। सम्पूर्ण जानकारी सहित 31 जुलाई तक सादे कागज में आवेदन जिला अन्त्यावसायी सहकारी विकास समिति कार्यालय में जमा करा सकते हैं। आवेदकों को इलेक्ट्रिशियल एण्ड डोमेस्टिक इलेक्ट्रिशियन, बेडिंग, मोबाईल रिपेरिंग, ड्राईवर कम मैकेनिक, इंटीरियर डिजायनिंग, फैशन डिजायनिंग, फिटर, नर्सिंग, हास्पिटलिटी, सिक्योरिटी गार्ड, ब्यूटी पार्लर, गारमेंट मैकिंग, रिटेल ट्रेड, पिलम्बर एवं एमपीसी बेट आदि का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण देने के इच्छुक संस्थाएं आवेदन कर सकती है। इस संबंध में विस्तृत जानकारी के लिए जिला अन्त्यावसायी कार्यालय में उपस्थित होकर अथवा दूरभाष क्रमांक 07732-252271 पर सम्पर्क कर प्राप्त की जा सकती है।
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