प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार को पांच देशों वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत करने के लिए ब्राजील रवाना हो गए हैं। 26 मई को शपथ ग्रहण करने के बाद पहली बार वह बहुपक्षीय सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री इस दौरान ब्राजील, रूस, चीन और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात करेंगे। ब्रिक्स के छठे शिखर सम्मेलन का आयोजन फोर्टालेजा और ब्राजीलिया में 15-16 जुलाई को हो रहा है। इस सम्मेलन में ब्रिक्स विकास बैंक की स्थापना से संबंधित मुद्दे पर चर्चा पूरी हो सकती है।
ब्रिक्स विकास बैंक और कन्टिनजेंट रिजर्व अरेंजमेंट को पश्चिम प्रभुत्व वाले विश्व बैंक और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के बराबरी का समझा जा रहा है। इस समूह के देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका में विश्व की 40 फीसदी जनसंख्या निवास करती है और इसका सकल घरेलू उत्पाद 24,000 अरब डॉलर है। मोदी इस सम्मेलन के दौरान रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, चीनी राष्ट्रपति झी.जिनपिंग, ब्राजील की राष्ट्रपति डिल्मा रुसेफ और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति जैकब जुमा से मुलाकात करेंगे।
मोदी अर्जेटीना, बोलिविया और वेनेजुएला सहित 11 दक्षिण अमेरिकी देशों के प्रमुख के साथ भी बैठक करेंगे, जिन्हें रुसेफ ने आमंत्रित किया है। उनके साथ वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल मौजूद हैं।
प्रधानमंत्री ने रवाना होने से पहले जारी हुए एक बयान में कहा कि वह इसे ब्रिक्स साझीदारों के साथ इस बारे में वार्ता के करने के अवसर के रूप में देख रहे हैं "कैसे हम क्षेत्रीय संकट तथा सुरक्षा खतरों से निपटने और विश्व में शांति एवं स्थिरता का माहौल तैयार करने के अंतर्राष्ट्रीय प्रयास में योगदान दे सकते हैं।" उन्होंने कहा, "मैं अंतर-ब्रिक्स आर्थिक सहयोग को आगे बढ़ाने और वैश्विक आर्थिक स्थिरता और उन्नति को बढ़ाने के संयुक्त प्रयास पर भी चर्चा करने की उम्मीद कर रहा हूं।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "इसके साथ ही मैं न्यू डेवलमेंट बैंक और कन्टिनजेंट रिजर्व अरेंजमेंट जैसे ब्रिक्स के बड़े कदमों पर सफल परिणाम आने का इंतजार कर रहा हूं, जिसकी शुरुआत दिल्ली में 2012 में होने के बाद विशेष प्रगति देखी गई है। ये कदम ब्रिक्स में विकास और स्थिरता को समर्थन देंगे और अन्य विकासशील देशों के लिए लाभदायी होगा।"
मोदी ने कहा कि सम्मेलन का थीम 'समावेशी विकास, स्थायी विकास' है, जो संयुक्त राष्ट्र में चर्चा किए जा रहे 2015 के बाद के विकास के एजेंडे को तैयार करने के लायक हमें बनाएगा। उन्होंने कहा, "यह सम्मेलन बतौर प्रधानमंत्री मेरे लिए ब्राजील, चीन, रूस और दक्षिण अफ्रीका जैसे हमारे वैश्विक साझीदारों के नेताओं से मिलने का भी अवसर है।"
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