पटरियों से रेलगाड़ियों के उतरने से जुडे हादसों को रोकने के मकसद से भारतीय रेलवे ने डिटेक्टर डिवाइस लगाने की योजना बनाई है ताकि जानमाल के नुकसान को रोका जा सके। रेल मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि ट्रेन के पटरियों से उतरने की स्थिति में समय रहते संकेत देने वाले डिवाइस को परीक्षण के तौर पर तीन राजधानी और दो शताब्दी रेलगाड़ियों में लगाया जाएगा व बाद में कुछ और रेलगाड़ियों में उस उपकरण को लगाया जाएगा।
जिन राजधानी और शताब्दी में यह उपकरण लगाया जाएगा उनके बारे में जल्द फैसला होगा। अधिकारी ने बताया कि अगर कोई डिब्बा पटरी से उतरता है तो कंपन का स्तर काफी बढ़ जाता है और कंपन बढ़ने का आभास इस उपकरण को होगा। इस स्थिति में यह उपकरण समय रहते बड़े हादसे को रोकने में मददगार हो साबित सकता है। अधिकारी ने कहा कि किसी डिब्बे के पटरी से उतरने का आभास करने के संदर्भ में इस डिटेक्टर की क्रिया का समय चालक अथवा गार्ड की प्रतिक्रिया के समय से कहीं ज्यादा तेज है।
किसी डिब्बे के पटरी से उतरने पर तत्काल यह डिवाइस ब्रेक लगाने का काम करता है जिससे आगे दूसरे डिब्बे पटरी से नहीं उतर पाते। ऐसे में जानमाल का बड़ा नुकसान नहीं होता।
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