पेशे से पत्रकार एवं योग गुरु बाबा रामदेव के सहयोगी वेद प्रताप वैदिक की 2008 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता हाफिज सईद से लाहौर में हुई मुलाकात पर सोमवार को उपजे विवाद के बीच वैदिक ने अपना बचाव करते हुए कहा कि वह सिर्फ पाकिस्तानी आतंकी समूह के नेता का 'भारत के प्रति नजरिया' समझने की कोशिश कर रहे थे। जब वैदिक से पूछा गया कि जमात-उद-दावा के प्रमुख सईद से मिलने का उनका मकसद क्या था तो वैदिक ने कहा, "मकसद बिल्कुल सीधा सा था। मैं एक पत्रकार हूं और मैं उसके बारे में जानना चाहता था।"
समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में वैदिक ने कहा, "मैं जानना चाहता था कि वह कैसा व्यक्ति है, और उसने भारत में गंभीर अपराध क्यों करवाए। मैं उसका दिमाग पढ़ने की कोशिश कर रहा था।" वैदिक ने कहा कि ऐसे अनेक लोगों से मिलते रहे हैं, तथा उनमें ऐसे व्यक्ति भी शामिल रहे हैं जो भारत से नफरत करते हैं।
वैदिक ने कहा, "श्रीलंका में मैं भारत को सर्वाधिक नफरत करने वाले लोगों से मिला। मैंने सभी के पक्ष सुने और मैं उनके तर्को को काटने और उनकी सोच बदलने की कोशिश करता रहा हूं।" उन्होंने आगे कहा, "मैंने एक अभियान छेड़ा हुआ है। मैं चाहता हूं कि पूरा दक्षिण एशिया एकजुट हो जाए। मैं इस पूरे इलाके में शांति और समृद्धि स्थापित करने के अभियान पर अपनी कोशिश कर रहा हूं।"
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