उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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गुरुवार, 17 जुलाई 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (17 जुलाई)

उत्तराखंड में एक बार फिर कुदरत के कहर की दस्तक,48 घंटो से लगातार जारी है बारिश
  • पहाड़ो में महाआपदा की आहट,हाई अलर्ट घोषित यात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर रोका गया

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चमोली/रूद्रप्रयाग/देहरादून,17 जुलाई,(निस)। उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में एक बार फिर से मौसम ने कहर बरपाया है। पिछले लगभग 48 घंटो से जारी बरसात ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। चमोली,रूद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलो में स्थित नदियां अपने उफान पर है। उधर कुमाऊं मंडल के जिलो अल्मोड़ा,नैनीताल,पिथौरागढ़ में भी नदियों के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी की सूचना है। उत्तराखंड के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में एक बार फिर से मौसम ने कहर बरपाया है। पिछले लगभग 48 घंटो से जारी बरसात ने जनजीवन अस्त व्यस्त कर दिया है। चमोली,रूद्रप्रयाग और उत्तरकाशी जिलो में स्थित नदियां अपने उफान पर है। उधर कुमाऊं मंडल के जिलो अल्मोड़ा,नैनीताल,पिथौरागढ़ में भी नदियों के जलस्तर में भारी बढ़ोतरी की सूचना है। सरकार ने मौसम विभाग के 16 और 17 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी को देखते हुए पहले ही आपदा प्रबंधन विभाग और एसडीआरएफ(स्टेट डिजास्टर रेस्पांस फोर्स) को अलर्ट रहने का आदेश दे दिया था। इस बारे में बताते हुए राज्य की केबिनेट मंत्री डा. इंदिरा हृदयेश पाठक ने बताया कि मौसम के कहर को देखते हुए सरकार ने अपनी सारी तैयारियां पहले ही कर ली थी। सरकार किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने को तैयार है। उन्होंने कहा कि आपदा प्रभावित जिलो में पहले ही अलर्ट घोषित कर दिया था। चारधाम यात्रा क्षेत्र में पहुंचे सभी यात्रियांे को सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया है।  प्रशासन को कहा गया है कि जो जहां है उसी वही रोक दिया ना तो किसी को उपर जाने दिया जाए और ना ही किसी को नीचे आने दिया जाये। उन्होंने कहा कि ऐसा आपदा के अलर्ट को देखते हुए किया गया है। उत्तरकाशी के जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेन्द्र जोशी ने बताया कि मौसम खराब हो रहा है इसे देखते हुए सभी संबंधित विभाग को किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए  तैयार रहने को कह दिया गया है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पिछले 48 घंटे से बारिश लगातार हो रही है उससे खतरे की संभावना बढ़ गई है। प्रदेश में बरसात का कहर जारी है। पर्वतीय क्षेत्रों से लगातार नुकसान की सूचनाए आ रही है।

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भारी बारिश और भूस्खलन की वजह से केदारनाथ समेत चारधाम यात्रा को रोक दिया गया है। भूस्खलन से विभिन्न जगहों पर सैकड़ों यात्री फंसे हुए हैं। जानकारी के अनुसार गंगोत्री में बाबा रामदेव भी फंस गए हैं उनके साथ करीब चार सौ बच्चे भी हैं। हालांकि बाबा रामदेव के करीबी सूत्रों ने उनके साथ बच्चों के होने से इंकार किया है। टेलीफोनिक बातचीत में बाबा के काफिले में शामिल एक व्यक्ति ने बताया कि बाबा के साथ बच्चे नहीं बल्कि उनके शिष्य है जो वयस्क है। उधर राज्य सरकार ने गंगोत्री नेशनल पार्क के निदेशक से शासन की रोक के बाद बाबा रामदेव को आगे जाने के मामले में रिपोर्ट मांगी है। वहीं जिला प्रशासन ने कहा कि बाबा स्वंय गौमुख की ओर गये हैं जबकि राज्य के डीजीपी ने एक बयान में कहा कि यदि बाबा के साथ के लोगों को कोई जानमाल की क्षति होती है तो उसके जिम्मेदार बाबा स्वयं होंगे। उत्तराखंड सरकार ने तत्काल प्रभाव से गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा पर रोक लगाते हुए लोगों को चेतावनी दी है कि वो गंगोत्री व यमुनोत्री यात्रा पर फिलहाल ना जाएं और जो लोग गए हैं, वो वापस लौट आएं। जो लोग लौटने में असमर्थ हैं, वो आसपास ही कहीं सुरक्षित ठिकाना तलाश लें और रास्ते में न रहें। उधर डीएम रूद्रप्रयाग डा. राघव लंगर ने केदारनाथ यात्रा को 18 जुलाई तक स्थगित करने का आदेश दिया है। प्रदेश के गढ़वाल और कुमाऊं संभाग में मंगलवार से लगातार हो रही बरसात ने वर्ष 2013 के महाआपदा की याद दिला दी है। बताते चलंे कि उत्तरकाशी जिले में मंगलवार देर रात से भारी बारिश हो रही है। भूस्खलन के कारण गंगोत्री हाईवे नालूपाणी, बड़ेथी, नेताला, नलूणा व बिशनपुर में बाधित है। यमुनोत्री हाईवे फेड़ी के नजदीक भूस्खलन से बंद है। दोनों हाईवे बंद होने से सैकड़ों यात्री, कांवडि़ए व स्थानीय लोग विभिन्न जगहों पर फंसे हुए हैं। यमुना नदी में उफान से खरादी में टूरिस्ट टैंट बह गए हैं। असी गंगा में जेसीबी बह गई है। रुद्रप्रयाग में केदारनाथ जाने वाले यात्रियों को सोनप्रयाग में रोक दिया गया। केदारनाथ, लिनचोली, गौरीकुंड में भी यात्रियों को आने-जाने पर रोक है। केदारनाथ व अन्य यात्रा पड़ाव पर करीब दो सौ यात्री मौजूद हैं। सोनप्रयाग में मोटर पुल का एक हिस्सा धंस गया है। बारिश से बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़ में बंद है। गौरीकुंड हाईवे विजयनगर व फाटा में बंद है। इस बीच, केदारनाथ पैदल मार्ग पर लिनचोली के नजदीक मलबा आ गया। मलबा हटाने का काम जारी है। कालीमठ को जोड़ने वाला अस्थाई पुल बह गया है। डीएम ने जिले में १६ से १८ तक सभी विद्यालयों में अवकाश घोषित कर दिया है। चमोली जिले में भारी बारिश से बदरीनाथ हाइवे लामबगड़ व पागलनाला में बंद है। हाइवे खोलने के लिए बीआरओ बारिश बंद होने का इंतजार कर रहा है।

राज्य में खनन माफियाओं व सरकार के बीच घालमेल!

  • माफियाओं के खिलाफ आपराधिक मुकदमा दर्ज न जाना सरकार की मंशा पर सवाल: भाजपा

देहरादून,17 जुलाईः (राजेन्द्र जोशी)  राज्य में अवैध खनन को लेकर एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म है वहीं मुख्यमंत्री ने भी इससे कड़ाई सेे निबटने के निर्देश दिये हैं। इस बीच उत्तराखण्ड में अवैध खनन के काले कारोबार में लंबे समय से सरकार व माफियाओं के बीच घालमेल का आरोप लगता आ रहा है लेकिन सरकार खनन माफियाओं पर नकेल लगाने के दावे तो कर रही है जबकि कई बार इनमें गैंगवार होने के बावजूद व वन विभाग के डीएफओं पर खनन माफिया के पिस्तौल तानने के बाद भी खनन माफियाओं के खिलाफ एक भी आपराधिक मुकदमा दर्ज नहीं किया जाना सरकार की मंशा पर सवाल खड़े कर रहा है। वहीं अब भाजपा प्रदेश नेताओं ने अवैध खनन को लेकर सरकार के खिलाफ हल्ला बोलना शुरू कर दिया है जिसको लेकर सरकार दावा कर रही है कि हरिद्वार में अवैध खनन पूरी तरह से बंद है। सरकार के दावे साबित कर रहे हैं कि वह खनन माफियाओं पर नकेल लगाने के लिए सिर्फ बयानबाजी तक ही सीमित है। उल्लेखनीय है कि चार दिन पूर्व ही सरकार के कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत ने चंद विधायकों के साथ मिलकर दिल्ली में कांग्रेस नेत्री अंबिका सोनी से मिले और कहा कि प्रदेश में चंद मंत्री, विधायक, राजनेता व कुछ अफसर अवैध खनन का खुला कारोबार कर राज्य के राजस्व का नुकसान कराने में लगे हुए हैं तथा खनन माफियाओं के हौंसले इतने बुलंद हैं कि वह अवैध खनन करने के दौरान हथियारों से लैस होकर नदियों में जाते हैं। पिछले ढाई वर्षो से राज्य में ंखनन माफिया आये दिन नदियों से अवैध खनन करने का बड़ा काला कारोबार करने में लगे हुए हैं लेकिन सरकार उनकी गिरेबान तक पंहुचने के लिए कभी भी आगे आती हुयी दिखाई नहीं दी। वहीं जब पूर्व मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा के कार्यकाल में कांग्रेस के ही नेताओं ने अपने दोस्तों व रिश्तेदारों के नाम से खनन के पट्टे अलाट करवा दिये थे, चर्चा है कि तत्कालीन समय में कांग्रेस के प्र्रदेश प्रभारी चैधरी विरेन्द्र सिंह पर भी आरोप था कि उन्होने अपने किसी खास को विकासनगर के पास खनन के लिए बहुगुणा का प्रयोग किया था। अवैध खनन की गूंज जब कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के कानों में गूंजी थी तो सरकार ने अवैध खनन रोकने के लिए माइनिंग विजिलेंस सेल का गठन कर उसकी कमान डीआईजी संजय गुंजियाल के हाथों में सौंप दी थी। मुठ्ठी भर कर्मचारियों के दम पर सरकार ने अवैध खनन पर नकेल लगाने की उन्होने कोशिश तो की लेकिन खनन के इस खेल में जब उन्हे पता चला कि यहां तो सभी नेता इसमें डूबे हुए हैं तो वे भी इससे किनारा कर गये। हालांकि मुठ्ठी भर टीम के बल पर संजय गुंजयाल ने कुमांयू व गढ़वाल में अवैध खनन करने वाले बड़े -बड़े दिग्गजों के चेहतों की नाक मंे नकेल डालकर उन पर करोड़ों रूपये का जुर्माना लगाया जिससे राज्य के कई सफेद पोशों की आंख में माइनिंग विजिलेंस सेल तेजी के साथ खटकने लगी और वह इस सेल का खत्म कराने की दिशा सरकार में ही लाबिंग शुरू कर डाली। खनन माफियाओं की नाक में नकेल डालने वाली माईनिंग विजिलेंस सेल का मनोबल बढ़ाने के बजाय सरकार ने उसे ही गुर्राना शुरू कर दिया। राज्य में सवाल उठ रहे हैं कि अगर सरकार में अवैध खनन को रोकने के लिए इच्छा शक्ति हो तो एक दिन में ही पूरे प्रदेश के अन्दर अवैध खनन करने वाले माफियाओं की नाक में नकेल डाली जा सकती है लेकिन भाजपा लगातार आरोप लगा रही है कि राज्य में हो रहे अवैध खनन के काले कारोबार में खनन माफियाओं व सरकार के बीच घालमेल चल रहा है जिसके चलते सरकार जानबूझकर खनन माफियाओं पर नकेल लगाने के लिए आगे नहीं आना चाहती। सवाल उठ रहे हैं कि अगर सरकार व खनन माफियाओं के बीच घालमेल नहीं है तो क्यों सरकार में अधिकांश जिलों में प्रशासन व पुलिस महकमें के हाथ बांध रखे है ंकि वह खनन माफियाओं पर कोई कार्यवाही नहीं करेंगें। उत्तराखण्ड के गलियारों में यह चर्चायें काफी तेज हो रखी हैं कि सरकार के ही कई लोगों के लिए राज्य में अवैध खनन सोने का अंडा देने वाली मुर्गी बना हुआ है और सरकार सब कुछ जानते हुए भी खनन माफियाओं को सिर्फ बयानबाजी के लिए हुंकारने में लगी हुयी है जिससे सरकार की मंशा साफ नजर आ रही है कि वह खनन माफियाओं पर घालमेल के चलते अपनी कृपा बनाये रखना चाहती है। हैरानी वाली बात यह है कि अगर सरकार का एक कैबिनेट मंत्री ही अपनी सरकार की पोल खोल रहा है कि राज्य में सरकार की शह पर खनन माफिया राज्य की संपदा को दिन रात लूटने में लगे हुए हैं और सरकार दिखावे के लिए भी खनन माफियाओं के  खिलाफ कुछ भी बोलने से कतराती आ रही है। उत्तराखण्ड के कई बड़े जिलों में आये दिन खनन माफियाओं का सिंडीकेट नदियों से हर दिन करोड़ों रूपये का अवैध खनन करने में लगा हुआ है सुबह से रात तक नदियों में बड़े बड़े ट्रक पौकलेंड व जेसीबी मशीनों के साथ उतर जाते हैं लेकिन वहां के जिला व पुलिस प्रशासन को अवैध खनन करने वाले दिखायी नहीं देरहे जो कि उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े करने के लिए काफी है। उत्तराखण्ड में सवाल उठ रहे हैं कि अगर सरकार में अवैध खनन को रोकने के लिए इच्छा शक्ति होती तो वह खनन माफियाओं के खिलाफ अपराधिक मुकदमें दर्ज करवाकर उन्हें जेल की सलाखों के पीछे पंहुचा देती जिससे कि खनन माफियाओं में साफ संकेत चला जाता कि अगर उन्होंने खनन करने की सोची तो उन्हें जेल की सलाखों के पीछे जाना पड़ सकता है। कितनी विचित्र बात है कि जिस हरिद्वार जनपद में माइनिंग विजिलेंस सेल ने कुछ दिनों के भीतर दर्जनों पौकलैंड व जेसीबी मशीनों के साथ साथ कई स्टोन क्रेशरों में अवैध खनन का मार्ग एकत्र करने वालों पर कार्यवाही की वह कार्यवाही सरकार को क्यों नजर नहीं आयी यह काफी हैरान करने वाली बात है और अब सरकार दावा कर रही है कि हरिद्वार जिला प्रशासन ने जो रिपोर्ट भेजी है उसके अनुसार हरिद्वार जिले में अवैध खनन पूरी तरहसे बंद है। सरकार का यह दावा सिर्फ झूठ का पुलिंदा नजर आ रहा है क्योंकि हरिद्वार के कई इलाकों में चंद राजनेताओं के इशारे पर जिस तरह से खनन माफिया अपने काले कारोबार को अंजाम देने में लगे हुए हैं वह किसी से छिपा नहीं है सरकार का हरिद्वार में अवैध खनन को लेकर दिया गया बयान भाजपा नेताओं के गले नहीं उतर रहा है और उनका साफ आरोप है कि अवैध खनन के काले कारोबार में सरकार व खनन माफियाओं के बीच बड़ा घालमेल है।

उजड़े गांवों को प्रवासियों के माध्यम से बसाएगी उत्तरांचल उत्थान परिषद- डाॅ हरीश रौतेला

देहरादून, 17 जुलाई (निस)। उत्तरांचल उत्थान परिषद प्रवासी उत्तराखण्डियों के माध्यम से प्रदेश के उजड़े गांवों को आबाद करने की योजना बना रही है। इसके लिए संगठन द्वारा छह गांवों का चयन किया गया है। जहां ग्राम देवता के मंदिर में ग्रामोत्सव के माध्यम से प्रवासी उत्तराखण्डियों को अपनी जड़ो ंसे जोड़ा जाएगा । इस कार्य के लिए उत्तरांचल उत्तथान परिषद तथा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ दोनों प्रयासरत है। इसी सन्दर्भ में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। लक्ष्मी नारायण मंदिर चमन बिहार में आयोहित इस कार्यक्रम में वृक्षरोपण भी कराया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में आरएसएस उत्तरांचल प्रांत के प्रांत प्रचारक डाॅ हरीश रौतेला तथा संचालक के रूप में महेन्द्र सिंह उपस्थित थे। कार्यक्रम में रामप्रकाश पैन्यूली के अलावा के.एन नौटियाल, जी. आर. चडढा़, सुरेन्द्र मित्तल सहित दर्जनों वरिष्ठ लोग उपस्थित थे। इसी अवसर पर श्री चडढा़ की कृति ‘‘खिलते फूल’’ का विमोचन डाॅ. हरीश ने किया। डाॅ. हरीश ने हरेला पर्व की चर्चा करते हुए कहा कि यह पर्व उत्तराखण्ड का सांस्कृतिक पर्व है जिसके माध्यम से हम प्रकृति को सजाने संवारने का काम करते है। उन्होंने यह भी कहा कि जून माह में काफी गर्मी होती है ऐसे में वृक्षारोपण अभियान चालाये जाने से वृक्षों की जीवित रहने की संभावनाएं कम हो जाती है जबकि हरेला पर्व के समय गर्मी कम हो जाती है और निरंतर बरसात के कारण पेड़ों और पौधे को पनपने का मौका मिलता है जिससे प्रकृति हरी भरी हो जाती है। उन्होंने कहा कि हरेला पर्व के महत्व को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ इस पर्व को पर्यावरण दिवस के रूप में मनाएगंा । इसी अभियान के तहत अगले वर्ष एक लाख पौधे लगाए जाएंगे। प्रांत प्रचारक डाॅ. हरीश ने संघ से जुड़े संघटनों तथा स्वयंसेवी संगठनों से आग्रह किया कि हरेला जैसे प्रकृति से जुड़े पर्व को आंदोलन के रूप में ले। आज की मांग है कि हम अधिकाधिक रूप में पेड़ लगाकर प्रकृति को हराभरा बनाए। उन्होंने इस अवसर पर वैज्ञानिक अवधारणाएं भी प्रस्तृत की तथा कहा कि उत्तरांचल में 5 जून के वजाए हरैला पर्व को पर्यावरण दिवस के रूप में प्रस्तृत किया जाए जो काफी प्रभावित साबित हो सकता है। कार्यक्रम में उत्तरांचल उत्तथान परिषद के संगठन मंत्री रामप्रकाश पैन्यूली ने संगठन के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उत्तरांचल उत्तथान परिषद प्रवासी उत्तराखण्डियों के माध्यम से वीरान गांवों की आबाद करने की योजना बना रहा है। इसके प्रथम कड़ी के रूप में पूरे प्रदेश के छह गांवों में प्रवासियों के माध्यम से ग्राम देवता के मंदिर में विशेष कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को भावनात्मक रूप से गांवों से जोड़ा जा रहा है। इसके पीडे उददेश्य यह है कि पहाड़ के उजड़े गांव पुनः बसे तथा प्रवासी के साथ- साथ यहां रहने वाले सभी उत्तराखण्डी अपने गांवों से प्रत्यक्ष रूप से जुड़े। इसीलिये प्रवासी पंचायत के माध्यम से लोगों को जोड़ने की कवायद जारी है। जिन गांवों में इस बार आयोजन किया गया तथा प्रवासियों को जोड़ा गया उनमे मुंसी गांव तथा माख्टी चकराता क्षेत्र, नारायण बगड़ चमोली, चाई गांव पौड़ी, भिगुन गांव टिहरी तथा ऋषिधार, घुत्तु टिहरी गढ़वाल शामिल है। श्री पैन्यूली ने कहा कि प्रांत प्रचारक डाॅ़ हरीश के निर्देशन पर अगले बार हरेला पर्व पर एक लाख वृक्षों का  रोपण किये जाने का  लक्ष्य रखा गया है जिसका लाभ पूरी मानवता को मिलेगा।

फलों एंव सब्जियों की हो मार्केटिंग: हरक 

देहरादून, 17 जुलाई (निस)।  डा. हरक सिंह रावत ने कहा कि कृषकों को उनके उत्पाद का उचित मूल्य मिले जिसके लिए फलों एवं सब्जियों की मार्केटिंग की जानी चाहिए।  प्रदेश में सेब के उत्पादन को बढावा एवं प्रोत्साहित करने के लिए उन्होंने विभाग के 5 व्यक्तियों की कमेटी बनाने के निर्देश देते हुए कहा कि उक्त कमेटी हिमाचल प्रदेश एवं जम्मू-कश्मीर के सेब उत्पादकों तथा बगीचों का निरीक्षण कर  एक माह में सरकार को अपनी रिर्पोट देगी, कि किस प्रकार अपने प्रदेश में भी जहाॅं सेब का उत्पादन होता है और अधिक मात्रा मे अच्छी किस्म का उत्पादन हो तथा नवयुवकों को भी इस व्यवसाय से जोड़ा जा सके। प्रदेश के कृषि विपणन व उद्यान मंत्री डाॅ0 हरक सिंह रावत ने गुरूवार को विधान सभा स्थित कक्ष में उद्यान विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। बैठक में उन्होंने उद्यान विभाग के अन्य सैक्टरों जिसमें चाय, जड़ी-बूटी, रेशम, भेषज विकास की समीक्षा करते हुए कहा कि प्रदेश के सेब उत्पादकों को उनकी फसल की कोई क्षति न हो इसके लिए उन्होंने पैकिंग का सामान शीघ्रता-शीघ्र 50 प्रतिशत अनुदान पर समय से देने के निर्देश उद्यान विभाग के निदेशक को दिये। बैठक में उन्होंने निर्णय लिया कि नर्सरी में जो फलों के पौधे तैयार किये जा रहे हैं। विगत चार वर्षों से उनके मूल्य में कोई वृद्धि नहीं हुई है। इसके लिए  उन्होंने निदेशक उद्यान को निर्देश दिये कि नर्सरी में फलदार पौधे की कीमतें बढ़ाने के लिए कमेटी का गठन करते हुए पौधों की दरें बढ़ाई जाय तथा उक्त कमेटी की बैठक प्रतिवर्ष हो जिसमें दरों को भी रिव्यू किया जाय। बैठक में उन्होंने अवगत कराया कि प्रदेश में फलोत्पादन को बढावा देने के लिए 25 लाख फलदार पौधे रोपण का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें प्रदेश के समस्त जिलाधिकारियों को निर्देश दिये गये हैं, कि खाली पड़ी हुई रिक्त भूमि पर विशेष अभियान चलाकर फलोत्पादन के पौधे रोपित करवाये जाय। कृषकों के अनुपयोगी हो चुके पुराने बागानों के जीर्णोद्धार/नये वृक्षारोपण को आर्कषक बनाये जाने हेतु कुल रू0 50000 प्रति है0 कृषकों को सहायता दिये जाने का निर्णय लिया गया जिसमें भारत सरकार से अनुमन्य सहायता के अतिरिक्त रू0 30000 प्रति है0 की राजसहायता राज्य योजना के अन्तर्गत नई योजना के माध्यम से बजट प्राविधान हुआ है। वर्ष 2014-15 में 500 है0 बागानों के जीर्णोद्धार किया जाये  इस हेतु अनुपूरक में नई माॅग के माध्यम से रू0 80.00 लाख बजट का प्राविधान रखा जाए। बैठक में उन्होंने चाय बागान की समीक्षा करते हुए कहा कि चाय बागानों को उभारने के लिऐ सरकार लगातार कार्य कर रही है। जिससे चाय बागानों को बढावा मिले इसके लिए प्रति वर्ष 11 करोड़ रू0 व्यय किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हमारे प्रदेश की चाय की गुणवत्ता को राष्ट्रीय बाजार में भी स्वीकार किया गया है। इस दिशा मंे सरकार कार्यरत है। इसके लिए प्रचार-प्रसार की आवश्यकता पर उनके द्वारा बल दिया गया, बैठक में मंत्री जी द्वारा जड़ी-बूटी शोध संस्थान के विषय में भी जानकारी देते हुए कहा कि शोध एवं अनुसंधान के लिए भी कार्य किया जा रहा है इस संस्थान में शोध का कार्य प्रारम्भ होगा। जो यहाॅ के नवयुवकों को शोध के साथ-साथ नये रोजगार के अवसर भी सृजन करेगा। बैठक में प्रमुख सचिव उद्यान डाॅं रणवीर सिंह, सचिव उद्यान देवेन्द्र पालीवाल, आरसी शर्मा अपर सचिव उद्यान, निदेशक उद्यान डाॅ0 आई0ए0खान, के0आर0 जोशी निदेशक चाय नियंत्रण बोर्ड, हयात राम आर्य निदेशक एचआरडीआई, सहित सेब उत्पादक डी0पी0उनियाल तथा नर्सरी उत्पादक एवं अन्य अधिकारी मौजूद थे।

लूटा ट्रक बरामद, एक गिरफ्तार

काशीपुर, 17 जुलाई (निस)। फतेहगंज पश्चिमी इलाके के एक ढाबे के पास से लूटा गया काशीपुर का ट्रक बहेड़ी में बरामद हो गया है। पुलिस ने ट्रक का चेचिस नंबर बदल रहे एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया गया। रामनगर रोड स्थित शिवनगर कालोनी निवासी अर्पित अग्रवाल का ट्रक चार जुलाई को सरिया लेकर फतेहगंज (बरेली) के लिए गया था। सरिया उन्हें के सिंह ट्रेडर्स में उतरनी थी। ट्रक चालक बिजनौर निवासी इबजान और क्लीनर सुनील रास्ते में एक ढाबे पर खाना खा रहे थे। इसी बीच बदमाशों ने दोनों को बांध कर डाल दिया और ट्रक लूटकर फ रार हो गये थे। रिपोर्ट फ तेहगंज थाने में पांच जुलाई को दर्ज कराई गई थी। एक सूचना के आधार पर पुलिस ने बहेड़ी में दबिश दे ग्राम सरकस निवासी इकरार को ट्रक का चेचिस नंबर बदलते गिरफ्तार कर लिया। इकरार ने बताया कि ट्रक को यहां शेरगढ़ निवासी आसिफ  व ग्राम मौहम्मदपुर निवासी बदरूल उर्फ  कल्लू निवासी लेकर आये थे। पुलिस वांिछत बदमाशों की धरपकड़ में जुटी है।

रेलवे व लोनिवि मिलकर बनाए नक्शा: एसडीएम

काशीपुर, 17 जुलाई (निस)। उपजिलाधिकारी आशीष श्रीवास्तव की अध्यक्षता में उनके कार्यालय में लोनिवि और रेलवे इंजीनियरों की बैठक हुई। बैठक में श्रीवास्तव ने बताया कि शहर में रेल लाइन पर फ्लाई ओवर बनाने के लिए लोनिवि ने जो नक्शा और प्रस्ताव बनाया था। रेलवे ने उसे रद्द कर दिया है। एसडीएम ने कहा कि अब रेलवे और लोनिवि इंजीनियर मिलजुल कर नक्शा बनाएं और जनता के हित में प्रस्ताव बनाएं। श्रीवास्तव ने कहा कि एनएच.74 पर बस अड्डे के पास स्थित रेलवे क्रासिंग पर फ्लाई ओवर बनाया जाना चाहिए। इसके निर्माण में सरकारए रेलवे या जनता किसी की संपत्ति आड़े नहीं आएगी। एसडीएम ने दोनों विभागों के इंजीनियरों को 18 जुलाई को बैठक कर प्रस्तावित फ्लाई ओवर का स्थलीय निरीक्षण करने, कंसलटेंसी कंपनी के अधिकारियों को भी बुलाकर नक्शा तैयार कर प्रस्ताव रेलवे को भेजने का निर्देश दिया। एसडीएम ने कहा कि रेल इंजन के शंटिंग से बार-बार लंबे समय तक जाम लग जाता है। लिहाजा रेलवे इंजन की शंटिंग दूसरे ओर करने का प्रयास करें। बैठक में रेलवे के इंजीनियर आरएस सोलंकी, लोनिवि के अधिशासी अभियंता गिरीश विश्वकर्मा, एई एमसी पांडे, जेई वीएस जनी थे।

कारावास के साथ लगाया जुर्माना

काशीपुर, 17 जुलाई (निस)। चेक बाउंस होने पर अदालत ने एक व्यक्ति को एक माह की सश्रम कारावास और एक लाख 30 हजार प्रतिकर की राशि से दंडित किया है। पुराना आवास विकास कालोनी निवासी नवीन कुमार निवासी ने विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट जयपाल सिंह की अदालत में प्रार्थना पत्र देकर कहा कि लक्ष्मण सिंह निवासी गोपीपुरा उसका पुराना परिचित है। उसने लक्ष्मण सिंह को बिना ब्याज के एक लाख 20 हजार रुपया उधार दिया था। परंतु जब उसने लक्ष्मण सिंह से रुपए मांगे तो लक्ष्मण सिंह ने उसे उधार दी गई धनराशी का एक बैंक का चेक दे दिया। उसने जब चेक भुगतान के लिए बैंक में जमा किया तो बैंक ने चेक बाउंस कर लौटा दिया है। अदालत ने दोनों पक्षों के वकीलों की दलीलें सुनी। वादी के वकील अमरीश अग्रवाल तथा पवन वर्मा ने दलीलें पेश की। साक्ष्यों का अध्ययन करने के बाद अदालत ने लक्ष्मण सिंह को एक माह का साश्रम कारावास तथा 1 लाख 30 हजार प्रतिकर की राशि के दंड से दंडित किया।

15 के बाद नहीं रखी जा सकेगी थैलियां

काशीपुर, 17 जुलाई (निस)। मुख्य नगर अधिकारी एसडीएम डा. आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि 15 अगस्त के बाद किसी को भी पॉलीथिन की थैलियां रखने, बेचने और उसमें सामान देने की अनुमति नहीं होगी। जिस भी दुकानदार के पास थैली मिलेगी उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। नगर निगम कार्यालय में मेयर ऊषा चैधरी की अध्यक्षता में नगर निगम सहित विभिन्न विभागों के अधिकारियों, व्यापारी नेताओं व ठेली.फड़ एसोसिएशन के नेताओं की बुलाई गई बैठक में मुख्य नगर अधिकारी डाण् श्रीवास्तव ने कहा कि नगर निगम क्षेत्र में 15 अगस्त से पॉलीथिन की थैलियों पर रोक लगाई गई है। 40 माइक्रोन से नीचे की पन्नी की थैलियां बेचना प्रतिबंधित होगा। 16 अगस्त से जिसके पास पॉलीथिन की थैलियां पाई गई उसके खिलाफ  कार्रवाई होगी। डा. श्रीवास्तव ने कहा कि 15 अगस्त से पहले पॉलीथिन उन्मूलन रैलियों और प्रचार.प्रसार का आयोजन किया जाएगा। बैठक में तहसीलदार सीएस बिष्ट,सहायक नगर अधिकारी नरेंद्र कुमारए नगर स्वास्थ्य अधिकारी तपन शर्मा, एसडीओ केपीएस राठौर, निगम कार्यालय अधीक्षक विकास शर्मा, संजय कुमार, खाद्य सुरक्षा अधिकारी असलम खान, सहायक अभियंता मनोज कुमार, कर अधीक्षक संजय कुमार, नगर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजीव सेतिया मौजूद थे।

शिक्षकों ने की मुलाकात

काशीपुर, 17 जुलाई (निस)।  श्री गुरुनानक सीनियर सेकेंडरी स्कूल के शिक्षक अपनी मांगों को लेकर एसडीएम डा. आशीष श्रीवास्तव से मिले। श्रीगुरूनानक सीनियर सेकेण्डरी सकूल से निकाले गए शिक्षक उपजिलाधिकारी डा. आशीष कुमार श्रीवास्तव से मिले। उन्होंने एसडीएम को अवगत कराया कि प्रबंधन ने हठधर्मिता का परिचय देते हुए 14 शिक्षक-शिक्षिकाओं को स्कूल से निकाल दिया। आरोप है कि स्कूल प्रबंधन सीबीएसई के मानकों का अनुपालन नही कर रहा है। प्रबंधन द्वारा किसी शिक्षक को न तो नियुक्ति पत्र दिया गया है और न ही नियमितिकरण का पत्र। शिक्षक कुलविन्दर को छह बिन्दुओं पर सूचना प्रबंधन द्वारा छह माह बाद भी उपलब्ध नही कराई गई है। एसडीएम डा. आशीष श्रीवास्तव के आदेश पर श्री गुरुनानक सीनियर सेकेंड्री स्कूल के हड़ताली शिक्षकों व स्कूल प्रबंधकों की तहसीलदार चतुर सिंह बिष्ट की मध्यस्थता में उनके कार्यालय में वार्ता हुई। वार्ता में हड़ताली शिक्षकों ने अपनी 11 सूत्रीय मांगें रखीं। इस पर तहसीलदार ने खंड शिक्षाधिकारी हीरा लाल गौतम को उक्त मांगों के संबंध में कमेटी गठित कर जांच के निर्देश दिए। इस मौके पर स्कूल प्रबंधक के सदस्य व हड़ताली शिक्षक मौजूद थे।

हरेला पर्व में लगाये धाद ने कई पेड़ 

देहरादून, 17 जुलाई (निस)। नौजवान युवाओं के सामाजिक संगठन ‘‘युवा धाद’’ ने राज्य की पहाड़ी संस्कृति के प्राचीन प्र्रकृति पर्व ‘हरेला’  जीजीआईसी, अजबपुर के छात्रा-छात्राओं के बीच मनाया। इस दौरान  ‘हरेला पर्व’ की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला गया तथा इसके बाद ‘हरियाली बचाओ हरियाली बढ़ाओ’ मार्च का आयोजन किया गया।  कार्यक्रम के मुख्य अथिति  मेयर विनोद चमोली ने विद्यालय प्रांगण में वृक्षारोपण भी किया। उन्होंने अपने द्वारा लगाए वृक्ष की अगले हरेले तक देखभाल करने का संकल्प भी लिया। उन्होंने कहा कि ‘फोटो में पेड़ लगाते हुए दिखाई देने वाले अक्सर उस पेड़ की सुध नहीं लेते ऐसे में धाद संस्था के युवाओं की यह पहल अनुकरणीय तथा सराहनीय है। वह न सिर्फ पेड़ लगाने के लिए लोगों को प्रेरित कर रहे हैं बल्कि संकल्प पत्र भरवा कर उस पेड़ की देखभाल भी सुनिश्चित करवा रहे हैं। बढ़ते शहरीकरण के चलते हमारा हरित आवरण  ग्रीन कवर  तेजी से घट रहा है। ऐसे समय में पेड़ लगाकर आवश्यक हरियाली को बनाए रखने की आवश्यकता और भी बढ़ गई है। इसलिए शहर के नागरिकों से भी मेरा अनुरोध है कि युवाओं द्वारा शुरू की गई इस महत्वपूर्ण पहल का हिस्सा बनें और हरेला पर्व के मौके पर पेड़ लगा कर प्रकृति से जुड़ें’। उन्होंने ‘हरियाली जागरूकता मार्च’ को हरी झण्डी दिखा कर रवाना किया। यह मार्च जीजीआईसी अजबपुर से प्रारम्भ हो कर पूर्व माध्यमिक विद्यालय, राजीव नगर तक गया।  युवा धाद की अध्यक्ष अर्चना ग्वाड़ी ने बताया कि ‘युवा धाद’ द्वारा छेड़ी गई ’हरियाली बचाओ, हरियाली बढ़ाओ’ की यह मुहिम समाप्त नहीं होगी बल्कि यह अगले एक माह तक यानी 17 अगस्त तक लगातार जारी रहेगी। इस पूरे महीने हमारी टीम विभिन्न शिक्षण संस्थाओं, सामाजिक संस्थाओं, कर्मचारी यूनियनों तथा अन्य सामाजिक समूहों को संपर्क करेगी। उन्हें पेड़ लगाने के लिए तथा पर्यावरण के संरक्षण व संवद्र्वन हेतु प्रेरित करेगी। हम दिखावे के लिए पेड़ लगाने की औपचारिकता करने के सख्त विरोधी हैं। कार्यक्रम में युवा धाद कार्यकर्ता अपूर्व आनन्द, डीसी नौटियाल, लिली धस्माना, किरन खण्डूरी, साधना बहुगुणा, प्रधानाचार्य जीजीआईसी अजबपुर शंशाक ग्वाड़ी, विवेक रावत, ममता, सुशील, तोताराम धस्माना, संतोष डिमरी, नीलम,  प्रभा वर्मा, प्रमोद पाण्डे, डी.सी. नौटियाल, रवीन्द्र नेगी, तन्मय मंमगाई, प्रषस्त भारत नौटियाल तथा जीजीआईसी अजबपुर व जूनियर हाईस्कूल राजीवनगर के छात्रा-छात्राओं व अध्यापकों व अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने भी भाग लिया।

दून मंे लगातार जारी है धोखाधड़ी के मामले

देहरादून, 17 जुलाई (निस)। दून में चोरियों का सिलसिला तो जारी ही है। लेकिन अब ठगी के मामलें भी प्रकाश में आ रहें है। बता दे कि एक ऐसा ही मामला पटेलनगर थाना क्षेत्रा के अंतर्गत देखा गया। जिसमें पीएनबी की एक महिला ग्राहक को एक अज्ञात युवक ने खुद को बैंक अधिकारी बताकर हजारों रूपयों की ठगी कर ली। मामलें मंे पीडि़त ने आरोपी के खिलाफ 420 के आरोप मुकदमा दर्ज कराया है। वहीं पुलिस मामलें की पड़ताल कर रहीं है। बता दे कि माध्ुारी नेगी निवासी ग्राम चन्द्रबदनी खुलसा मोहब्बेवाला थाना पटेलनगर का पीएनबी शाखा शिमला बाईपास में खाता है। एक दिन अचानक करीब 11 बजें एक व्यक्ति का उन्हें 8051526184 नम्बर से फोन आया। जिसने खुद को पीएनबी अध्किारी बताया। इसके बाद उसने महिला को यह कहते हुए एटीएम संबंध् िसभी जानकारियां मांग की उनका वपिर्फकेशन करना है। नहीं तो उनका एटीएम खाता बंद हो जाएगा। इसके बाद महिला ने व्यक्ति को एटीएम संबंध् िसभी जानकारी दे दी। इसके बाद उसने उसी दिन पिफर दो बजें भी काॅल किया। इसके बाद महिला को फोन पर मैसेज आया की उसके एटीएम खाते से करीब 38,000 रूपयें निकाल लिये गये हैं। मैसेज पढ़ते ही महिला ने जानकारी लेने के लिए बैंक का रूख किया। जहां से पता चला की किसी ने उसके खाते से रूपयें निकाल लिये है। महिला समझ चुकी थी की उसको ठगी का शिकार बनाया गया है। महिला ने तुरंत इसकी सूचना पटेल नगर पुलिस का दी। जहां उसने पुलिस को सारी आप बीती सुनाई। पुलिस ने पीडि़त महिला की शिकायत पर अज्ञात ठग के खिलापफ 402 सहित संलिप्त धराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस ठग की तलाश कर रहीं है।

पहाड़ो मंे शुरू की जानी चाहिए चकबंदी: रावत

देेहरादून, 17 जुलाई (निस)। उत्तराखंड पूर्व सैनिक एवं अर्द्ध सैनिक संगठन के केन्द्रीय अध्यक्ष ले क (अप्रा) गंगा सिंह रावत ने कहा कि प्रदेश में विशेषकर पहाडी क्षेत्रांे में चकबंदी लागू करने की आवश्यकता है और इसके लिए कार्ययोजना तैयार करने के लिए सरकार को उचित कार्यवाही करने की जरूरत है। यहां तिलक रोड स्थित संगठन के कार्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए रावत ने कहा कि पहाडी क्षेत्रों में चकबदंी लागू करने से प्रदेश में स्वरोजगार के अवसर लोगों को प्राप्त हो तथा पलायन को रोकने में मदद मिले साथ ही लोग अपने चकों में नाना प्रकार की खेती कर सकते है जैसे की सब्जी, बागवानी, जडी बूटी आदि। उनका कहना है कि एकेश्वर ग्राम समूह पेयजल योजना जो कि पटोटी एकेश्वर श्रीकोटखाल तक प्रस्तावित है इस योजना में लगभग 42 गांव लाभान्वित होंगे, यह योजना शासन से स्वीकृत है, भूमिया डांडा पंपिग योजना भी शासन से स्वीकृत है और नवसृजित चैबटटाखाल तहसील भवनों का निर्माण शीघ्र किया जाना चाहिए, ग्राम लटिबों दल्ब्यों के लिए सडक निर्माण किया जाये और उक्त ग्राम के लिए शासन से पहले ही सडक स्वीकृत थी उदघाटन एवं सर्वे भी हुआ किन्तु किन्ही कारणों द्वारा विभाग में सड़क का काम अधर में लटका दिया गया है यह कार्य शीघ्र पूरा करवाया जाये। उनका कहना है कि चांदकोट में एकमात्रा महाविद्यालय चैबटटाखाल में एमए रेगुलर की कक्षायें संचालित कराये जाने की जरूरत है और सरकार को इस दिशा में ठोस पहल करने का कार्य करना चाहिए, नौगांवखाल सरकार अस्पताल में कोई चिकित्सक नहीं है और इस अस्पताल में चिकित्सक उपलब्ध कराया जाये। उनका कहना है कि प्रदेश में तीन विधानसभाओं में उपचुनाव में संगठन की केन्द्रीय कार्यकारिणी ने चर्चा की है और निर्णय लिया है इस उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों को समर्थन दिये जाने का निर्णय लिया है। उनका कहना है कि 16वीं लोकसभा चुनाव में उत्तराखंड की जनता ने नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड प्रेम के भाषणों पर विश्वास कर प्रदेश से पांचों सीटों पर भाजपा के प्रत्याशियों को सांसद बनाया और सरकार बनने के बाद यहां के सांसदों को मंत्रिमंडल में तवज्जों नहीं दी गई और राज्य की लगातार उपेक्षा की है, इतना ही नहीं की मोदी सरकार ने राज्य के साथ विश्वासघात किया है, जिसका जवाब उपचुनाव में दिया जायेगा। उनका कहना है कि धरचूला, सोमेश्वर व डोईवाला में कांग्रेस प्रत्याशियों को संगठन ने समर्थन दिया है और कहा कि तीनों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों की ऐतिहासिक जीत होगी। वार्ता में मंशाराम मलियाल, डी आर ठाकुर, श्रीचन्द सिंह रावत, बी बी थापा, प्रीतम सिंह पंवार, जसबीर राणा, आर सी बलूनी, नीलम वैश्य आदि मौजूद थे।

बहुरेगे वनविश्राम भवनों के दिन 

देहरादून, 17 जुलाई (निस)।  वन विभाग उत्तराखण्ड की ईकोटूरिज्ंम विंग नेे वन क्षेत्रों में भ्रमण हेतु आने-वाले पर्यटकों व आगन्तुकों को वन विश्राम भवनो में बेहतर सेवायें उपलब्ध कराने के उद्देश्य से छटा राज्य स्तरीय कुक प्रशिक्षण कार्यक्रम, होटल प्रबन्धन संस्थान, देहरादून में 27 जून से 17 जुलाई चला। प्रशिक्षण कार्यक्रम में वन विश्राम भवनों में कार्यरत स्टाफ व ग्रामीण पर्यटन से जुड़ी सस्थाओं के कार्मिको ने भाग लिया। प्रदेश के  खेल, वन, एवं जीव, विधी एवं न्याय मंत्री उत्तराखण्ड सरकार दिनेश अग्रवाल द्वारा सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने पर प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र दिये गये। अपने उद्बोधन में वन मंत्री द्वारा कहा गया कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से प्रतिभागियों में अधिक स्वच्छता एवं कुशलता से स्वास्थ्यप्रद खाना बनाने व उसे बेहतर ढंग से परोसने की कला विकसित हो सकेगी। साथ ही प्रतिभागी आने वाले आगुन्तको एवं पर्यटको के साथ बेहतर संवाद की कला स्थापित कर सकने में सक्षम होंगे। प्रशिक्षण कार्यक्रम में श्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पाॅच प्रतिभागियों को माननीय मंत्री द्वारा पुरस्कृत किया गया। प्रथम पुरस्कार हल्द्वानी वन प्रभाग के हरि सिंह को प्रदान किया गया। द्वितीय व तृतीय पुरस्कार   बलवन्त सिंह, विलेज वेज, कैम्प सूपी व प्रकाश सिंह जोशी विलेज वेज, कैम्प दलाड़ को दिया गया। प्रमुख वन संरक्षक, उŸाराखण्ड ने अपने सम्बोधन में कहा कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम से वन विश्राम भवनों में टरनेट मैनपावर बढ़ेगी तथा प्रतिभागियों के व्यक्तित्व का विकास होगा। राज्य में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा इस कार्यक्रम से रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे। उन्होंने यह भी बताया कि जिन स्थानों पर पूर्व में प्रशिक्षण प्राप्त स्टाॅफ नियुक्त हैं उन स्थानों से पर्यटकों से अच्छा फीडबैक प्राप्त हुआ है तथा पर्यटकों को दी जाने वाली सुविधाओं में सुधार हुआ है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम से कुल 47 प्रतिभागियों लाभान्वित हुए, जिसमें 44 पुरूष प्रतिभागी के साथ 3 महिला प्रतिभागी भी सम्मिलित है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में राज्य के विभिन्न वन विश्राम भवनों से सम्बन्धित 29 वन कर्मी व ग्रामीण पर्यटन से सम्बन्धित 18 कार्मिको द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है। यह पहला अवसर है जब कुक प्रशिक्षण कार्यक्रम में महिला प्रतिभागियों द्वारा भी भाग लिया गया है। प्रशिक्षण कार्यक्रम में काॅर्बेट टाइगर रिजर्व के बिजरानी, झिरना, खिनानौली, सुल्तान, मुण्डियापानी, हल्द्वूपड़ाव, लोहाचैड़ वन विश्राम भवन व कालागढ़ प्रशिक्षण केन्द्र और विभिन्न वन प्रभागों के रसियाबड, बरहनी, अगस्तमुनि, रनसाली, चूनाखान, धुमाकोट, डांडा, थराली, रामनगर, सतपुली, रामपुर मण्डी, कालसी, मुण्डाली व कैम्पटी वन  विश्राम  भवनों  के अटैन्डैन्ट्स ने भाग लिया। इसके अतिरिक्त ग्रामीण पर्यटन परियोजनाओं में विलेज वेज के दलाड़, गोनाप, रसाल, सूपी, साकरी व धूर गांव के 8 प्रतिभागियों, आजीविका के लामगढ़ व सूपी कैम्प से 4 प्रतिभागियों, क्यारी के कैम्प हौर्नबिल, कोसी वैली रिट्रीट सोमेष्वर व वनघट के कैम्प मरचूला से एक-एक तथा पंगोठ के कैम्प शिवास से 2 प्रतिभागी सम्मिलित हुए। प्रशिक्षण में ग्राम सूपी से आजीविका की 2 महिलाओं व सोमेश्वर से विलेज वेज की 1 महिला ने प्रशिक्षण में प्रतिभाग किया। अब तक वन विभाग की ईकोटूरिज्म विंग द्वारा आई0एच0एम0 के सहयोग से 6 राज्य स्तरीय कुक प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पादित किये गये है जिसमें कुल 160 प्रतिभागियों द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया गया है। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान ही होटल मैनेजमेंट संस्थान, देहरादून द्वारा भारत सरकार की केन्द्र पोषित स्किल सर्टीफिकेशन प्रोग्राम कार्यक्रम के अन्तर्गत दक्ष एवं अप्रशिक्षित कामगारांे को होटल से सम्बन्धित फुड प्रोडक्सन एण्ड एफ एण्ड सर्विस में एक सप्ताह का प्रशिक्षण साथ-साथ ही प्रदान किया गया। जिसमें सफल प्रशिक्षणार्थियों को होटल मैनेजमेन्ट एण्ड केटरिंग टैक्नोलाजी संस्थान, नोएडा एवं होटल प्रबन्धन संस्थान देहरादून द्वारा संयुक्त रूप से प्रमाण पत्र के साथ-साथ 1200 रूपये की निर्धारित धनराशि प्रदान की गयी।

किशोरी का अपहरण करने वाला गिरफ्त में

देहरादून, 17 जुलाई (निस)।  लगता है कि दून पुलिस बिना दबाव के कोई काम नहीं करती। बजरंग दल नेे प्रदर्शन कर पुलिस को गत 22 दिनों से अपहृत किशोरी को ढूंढने का अल्टीमेटम दिया था जिसके बाद हरकत में आई पुलिस ने आरोपी को दबोच अपहृत किशोरी को उसके पंजे से मुक्त करा दिया। गौरतलब है कि 27 मई को नेहरू काॅलोनी थाना क्षेत्र के अजबपुर कलां से एक 16 वर्षीय किशोरी का अपहरण 44 वर्षीय जानसठ निवासी मौहम्मद अकरम द्वारा किया गया था।  जिसकी रिपोर्ट किशोरी के परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई थी। गत 22 दिन से लापता किशोरी का कोई  अता-पता नहीं चलने पर बजरंग दल ने जुलूस निकाल नेहरू कालोनी थाने का घेराव कर 48 घण्टों में पुलिस को आरोपी को पकड़ कर किशोरी को सकुशल वापस लाने की मांग की थी। बताते चलें कि अपहृत किशोरी 14 जून को नेहरू कालोनी थाने पहुंची और बताया कि अकरम उसे अपहरण कर पहले दिल्ली फिर रतलाम ले गया था जहां उसने उसके साथ दुराचार किया। इसके बाद पुलिस ने मजिस्ट्रेट के समक्ष धारा 164 में किशोरी के बयान दर्ज कराये थे। जिसमें किशोरी ने मौहम्मद अकरम एवं उसके आधा दर्जन साथियों पर उसे जानसठ में बलपूर्वक कैद कर यातना देने का भी आरोप लगाया था। इस दौरान दस दिन के भीतर ही 24 जून को किशोरी को मौहम्मद अकरम फिर उसके घर के पास से उठा कर ले गया। जिसके बाद काफी हो-हल्ला भी हुआ था। अब पुलिस ने मेरठ से आरोपी मौ. अकरम को गिरप्त में लेकर अपहृत किशारी को बरामद कर लिया है। अकरम पहले से शादीशुदा है।

समीक्षा अधिकारियों ने किया प्रदर्शन

देहरादून, 17 जुलाई (निस)। पदोन्नति सहित अपनी विभिन्न मांगो को लेकर उत्तराखंड सचिवालय समीक्षा अधिकारी संघ से जुड़े सदस्यों ने गुरूवार को प्रदर्शन कर सचिवालय परिसर में सांकेतिक मौन जुलूस निकाला। इस दौरान उन्होंने मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने की बात कही। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत संघ से जुड़े सदस्य यहां सचिवालय परिसर में एकत्र हुए। यहां उन्होंने अपनी मांगो के समर्थन में प्रदर्शन करने के साथ ही सांकेतिक मौन जुलूस निकाला। इससे पूर्व आहूत सभा में वक्ताओं ने कहा कि संघ अपनी मांगो को लेकर पिछले लम्बे समय से उठा रहा है, लेकिन आज तक भी उनका समाधान नहीं हो पाया है, जिससे समीक्षा अधिकारियों में रोष बना हुआ है। उनका कहना था कि आश्वासनों के  अलावा कोई कार्य न होने के कारण ही संघ को आंदोलन करने पर विवश होना पड़ा है। इस दौरान उन्होंने कार्य की अधिकता को दृष्टिगत रखते हुए लंबित 16 अतिरिक्त अनुभागों का सृजन करने, समीक्षा अधिकारियों के रिक्त पदों पर कार्यरत सहायक समीक्षा अधिकारियों की पदोन्नति हेतु अर्हकारी सेवावधि में आवश्यक शिथिलता, छूट प्रदान करने के लिए सहायक समीक्षा अधिकारियों को पदोन्नति का लाभ अनुमन्य करने की मांग को जोरदार ढंग से उठाया। इसके अलावा उन्होंने कई अन्य मांगो को भी जोरदार ढंग से रखा। उन्होंने साफ कहा कि उनकी मांगो के पूरा होने तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर संघ अध्यक्ष जेपी मैखुरी व महासचिव दीपक जोशी के अलावा सतीश चन्द्र सती, ममता आर्य, संदीप कुमार, दुर्गा प्रसाद चंदोला, रियासत अली, शैलजा सिंह, अनिल थपलियाल, मनोज हल्दिया आदि मुख्य रूप से शामिल थे।

मारपीट के आरोपी को किया कोर्ट ने बरी

रुद्रप्रयाग, 17 जुलाई (निस)। कर्मचारी के साथ मारपीट और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोपी एक व्यक्ति को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने सभी आरोपों से बरी कर दिया। अभियोजन पक्ष के अनुसार, पिछले वर्ष सितम्बर माह में पटवारी क्षेत्र घिमतोली के क्यूड़ी गांव निवासी जीप चालक नरेन्द्र सिंह फस्र्वाण ने एक स्थानीय व्यक्ति के साथ मारपीट की। पीडि़त व्यक्ति के रिपोर्ट दर्ज कराने पर श्री फस्र्वाण ने राजस्व पुलिस चैकी में सरकारी कार्याें में व्यवधान और मारपीट की। इसके बाद आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। न्यायालय में आरोप पत्र दाखिल होने के बाद मामले की सुनवाई हुई। इस मामले में बचाव पक्ष की ओर से विनोद खंडूड़ी और व्यार सिंह नेगी ने अपना पक्ष रखते हुए कहा कि अभियोजन ने घटना की स्पष्ट जानकारी न्यायालय में नहीं रखी है। मामले की विवेचक ने विवेचना को विधितः सम्पादित नहीं किया है। अभियोजन का पूरा मामला संदिग्ध है। दोनों पक्षों की दलील और बहस सुनने के बाद न्यायालय में आरोपी नरेन्द्र को धारा 332, 353, 504, 506 (2) में दोषमुक्त कर दिया।

प्रयोगशाला सहायकों ने दी आंदोलन की चेतावनी

रुद्रप्रयाग, 17 जुलाई (निस)। राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान के तहत उपनल में कार्यरत प्रयोगशाला सहायकों ने फरवरी माह के बाद वेतन न मिलने पर आक्रोश जताया है। प्रयोगशाला सहायकों का कहना है कि वेतन न मिलने के कारण उनके सम्मुख आर्थिक संकट गहरा गया है। इस संबंध में कई बार विभागीय उच्चाधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है, लेकिन आज तक इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। प्रयोगशाला सहायक संघ के जिलाध्यक्ष गंभीर सिंह बिष्ट ने कहा कि प्रयोगशाला सहायकों को पिछले चार माह से वेतन न मिलने के कारण उनको भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उन्होनंे कहा कि प्रयोगशाला सहायकों में प्रदेश सरकार के खिलाफ भारी आक्रोश बना हुआ है। अगर प्रयोगशाला सहायकों को शीघ्र वेतन नहीं मिलता है तो उन्हें उग्र आंदोलन के लिये बाध्य होना पड़ेगा। जिला महामंत्री अमित बहुगुणा ने कार्मिकों के विभागीय समायोजन, महगाईं भत्ता व वेतन विसंगति की मांग पर शीघ्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मिलने की बात कही और कहा कि यदि सरकार कार्मिकों से जुड़े महत्वपूर्ण मुददों का निपटारा शीघ्र नहीं करती है तो कार्मिक शीघ्र ही उग्र आंदोलन के लिये बाध्य हो जाएंगे। जिला कोषाध्यक्ष जीतराम, बहादुर सिंह, अनिल जाखी, मनोज सेमवाल, सतीश भटट, महेश पुरोहित, रितु नेगी, पुष्पा नेगी, मनोज फस्र्वाण, प्रभुदयाल भंडारी, अजीत नेगी, कालीचरण रावत, दीपक कठैत, लक्ष्मण, प्रवीण घिल्डियाल, राजवीर, ललिता राणा, राहुल सिंह, अशोक बिष्ट सहित अन्य प्रयोगशाला सहायकों ने शीघ्र वेतन देने की मांग की है।

दो माह से वेतन न मिलने पर कर्मचारियों ने जताया आक्रोश

रुद्रप्रयाग, 17 जुलाई (निस)। बद्री-केदार मंदिर समिति में तैनात सीजनल दैनिक कर्मचारियों की समयावधि कम करने, वेतन में कटौती किये जाने और कर्मचारियों को तैनाती के बाद वेतन न मिलने से कर्मचारियों के सम्मुख आजीविका का संकट गहरा गया है। विभिन्न समस्याओं से जूझ रहे कर्मचारियों द्वारा आंदोलन की रणनीति बनाये जाने से मंदिर समिति की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई हैं। विदित हो कि केदारनाथ, गौरीकुंड, त्रियुगीनारायण, गुप्तकाशी, विद्यापीठ, कालीमठ, सेमी, कालीशिला, ऊखीमठ, मदमहेश्वर, मक्कूमठ व तुंगनाथ में कपाट खुलने के बाद मंदिर समिति द्वारा दैनिक कर्मचारियों की नियुक्ति छह माह के लिये की जाती है। कर्मचारियों की माने तो मंदिर समिति द्वारा कर्मचारियों को तीन माह का समय बीतने के बाद हटाने की रणनीति बनाई जा रही है। साथ ही पूर्व में दैनिक कर्मचारियों को एक माह का वेतन 6520 रूपये दिया जाता था। इस बार मंदिर समिति उनके वेतन से प्रतिमाह पांच सौ रूपाये कटौती करने जा रही है। दैनिक कर्मचारियों का कहना है कि चार मई को केदारनाथ, पांच तुंगनाथ व 21 मई को मदमहेश्वर के कपाट खुलते ही केदारनाथ अधिष्ठान के अंतर्गत विभिन्न स्थानों पर दैनिक कर्मचारियों की नियुक्ति की गई थी। दो माह से अधिक समय बीतने के बाद भी दैनिक कर्मचारियों को वेतन न नहीं मिल पाया है। जिस कारण कर्मचारियों के सम्मुख आजीविका का संकट बना हुआ है। दैनिक कर्मचारियों का कहना है कि यदि मंदिर समिति द्वारा कर्मचारियों की तैनाती व वेतन में कटौती की गई तो उन्हें आंदोलन के लिये बाध्य होना पड़ेगा।

गौंडार, रांसी गांव एवं मदमहेश्वर धाम जुड़ेगा संचार सेवा से

रुद्रप्रयाग, 17 जुलाई (निस)। विकासखण्ड ऊखीमठ की सीमांत ग्राम पंचायत रांसी व गौंडार के ग्रामीणों के लिये खुशबरी। आजादी के छह दशक बाद दोनों गांवों के ग्रामीणों के साथ-साथ द्वितीय केदार मदमहेश्वर जाने वाले तीर्थयात्री संचार सुविधा से जुड़ पाएंगे। विदित हो कि सीमांत ग्राम पंचायत गौंडार, रांसी एवं मदमहेश्वर धाम में फैली समस्याओं को राष्ट्रीय सहारा द्वारा समय-समय पर प्रमुखता से उजागर किया। जिस पर अमल करते हुए रांसी गांव के नव निर्वाचित प्रधान रूप सिंह नेगी ने रांसी व गौंडार के मध्य मोबाइल टाॅवर लगाने के लिये एक निजी कंपनी से मांग की। मांग पर अमल करते हुए निजी कंपनी आरएम विमलेश कुमार सिंह ने रांसी से आगे अखतोली पहुंचकर मोबाइल टाॅवर लगाने के लिये सर्वे किया और ग्रामीणों को तीन माह के अंतर्गत मोबाइल टाॅवर लगाने का आश्वासन दिया। यदि अखतोली में निजी कंपनी का मोबाइल टाॅवर लगता है तो रांसी, गौंडार सहित द्वितीय केदारनाथ मदमहेश्वर यात्रा के अहम पड़ाव वनातोली, खटारा, नानो, मैखंबा, कूनचटटी व मदमहेश्वर धाम संचार सेवा से जुड़ पाएंगे। सामाजिक कार्यकर्ता शिव सिंह रावत, सुबोध रावत, पूर्व प्रधान भगत सिंह पंवार, वीरेन्द्र पंवार ने राष्ट्रीय सहारा, प्रधान रूप सिंह नेगी व निजी कंपनी का आभा व्यक्त किया है।

अधिकारी पारदर्शिता से करें दायित्वों का निर्वहन

देहरादून, 17 जुलाई (निस)। 23-डोईवाला विधान सभा उपनिर्वाचन 2014 को निष्पक्ष एवं निर्विघन रूप से सम्पादित करने के लिए भारत निर्वाचन आयोग द्वारा नियुक्त प्रेक्षक ओम प्रकाश बकोरिया एंव जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी चन्द्रेश कुमार की उपस्थिति में निर्वाचन हेतु तैनात किये गये माईक्रो ओबजरवर को कलक्ट्रेट सभागार में प्रशिक्षण मुहैया कराया गया। इस अवसर पर भारत निर्वाचन आयोग से नियुक्त प्रेक्षक ओम प्रकाश बकोरिया ने उपस्थित अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा निर्देशों के अनुपालन में सभी को अपने-अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठा एवं ईमानदारी एवं पारदर्शिता के साथ करना है। उन्होने कहा कि निर्वाचन में किसी प्रकार से कोई गलती नही होनी चाहिए तथा उन्हे जो प्रशिक्षण दिया जा रहा है उसको अच्छी तरह से समझ लें ताकि निर्वाचन के समय किसी प्रकार की कोई समस्या न होने पाये। उन्होने कहा कि यदि किसी प्रकार की कोई समस्या एवं परेशानी होती है तो इसके लिए आर.ओ. एवं उच्च अधिकारियों को सूचित करें। उन्होने यह भी निर्देश दिये है कि निर्वाचन के सम्बन्ध में जो भी सूचना सम्बन्धित को दी जानी है उसे समय उपलब्ध करा दें। इस अवसर पर जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये है कि माईक्रोओबजरवर को जो दायित्व एवं जिम्मेइारी दी गई है उसका निर्वहन ईमानदारी के साथ करें तथा किसी के दबाव में कार्य न करें। उन्होने निर्देश दिये है कि सभी अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में मतदान दिवस के एक दिन पूर्व अनिवार्य रूप से पहुंच जायंे। उन्होने यह भी निर्देश दिये है कि निर्वाचन से सम्बन्धित जो प्रपत्र उनके द्वारा भरे जाने है उन्हे ठीक तरह से भरे तथा जो सूचना सम्बन्धित अधिकारियों को उपलब्ध करानी हे उसे समय से उपलब्ध कराई जाय। बैठक में उप जिलानिर्वाचन अधिकारी सोनिका, अपर जिलाधिकारी वित एव राजस्व प्रताप शाह प्रशिक्षु आई.ए.एस. वन्दना, मास्टर टेªनर/ जिला पंचायत राज अधिकारी एम.एम. खान, व मास्टर टेªनर खण्ड शिक्षा अधिकारी यूडी. गोस्वामी सहित सभी माईक्रो ओबजरवर उर्पिस्थत थे।

परिवर्तन के लिए त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मांगे वोट 

डोईवाला, 17 जुलाई (निस)। डोईवाला विधान सभा उप चुनाव में भाजपा प्रत्याशी व पार्टी के राष्ट्रीय सचिव त्रिवेंन्द्र सिंह रावत ने परिवर्तन के लिए उनकी पार्टी केा वोट देने की अपील की है। चुनाव प्रचार अभियान के दौरान श्री रावत ने गुरूवार को बालावाला, नत्थुवावाला, शमशेरगढ़ आदि क्षेत्रों का सघन भ्रमण किया और चुनावी सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा यह उप चुनाव कोई सामान्य चुनाव नहीं हैं। यह उप चुनाव प्रदेश की दशा व दिशा को बदलने वाले हैं। उन्होने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेस सरकार के कुशासन व भ्रष्टाचार से तंग आ चुकी है और वह इस भ्रष्ट सरकार से मुक्ति चाहती है। लिहाजा, जनता परिवर्तन के लिए भाजपा केा वोट करें। उन्हांेने कहा कि काॅग्रेस का रवैया कभी भी उत्तराखण्ड के प्रति सकारात्मक नहीं रहा। काॅग्रेस पार्टी ने अलग राज्य के गठन का विरोध किया था। राज्य आन्दोलन के दौरान काॅग्रेस नेताओं ने बयान दिया कि अलग राज्य उनकी लाश पर बनेगा। यही नहीं जिस मुलायम सिंह यादव की ने उत्तराखंडियों पर जुल्म ढाये, उस सराकार को काॅग्रेस का समर्थन प्राप्त था। सभाओं में उन्होंने विधायक व मंत्री रहने के दौरान किये गए कार्यों की चर्चा भी की और वादा किया कि क्षेत्र के लोगों ने यदि उन्हें फिर से अपना आर्शीवाद व समर्थन दिया तो वह जनता की सेवा करने में कोई कोर-कसर नहीं छोडे़गें। श्री रावत के समर्थन में गुरूवार को डोईवाला में स्कूटर रैली भी निकाली गयी। रैली में युवाओं ने बडी़ भारी तादात में हिस्सा लिया।

मौसम की चेतावनी देखते हुये एसडीआरएफ तैनात

देहरादून, 17 जुलाई (निस)। मौसम विभाग द्वारा उत्तराखण्ड राज्य मंे भारी वर्षा के सम्बन्ध में जारी किए गये अलर्ट को देखते हुए एसडीआरएफ की टीमें अत्याधुनिक संसाधनों के साथ केदारनाथ, लिनचैली, भीमबली, गौरीकुण्ड, लामबगड़, हर्शिल देहरादून व हरिद्वार में अलर्ट अवस्था में तैनात है। मार्ग अवरू़द्ध, भूस्खलन आदि की परिस्थिति में जनहानि को रोकने के लिये एसडीआरएफ अत्याधुनिक उपकरणों के साथ सदैव तत्पर है। गुरूवार को 17 जुलाई  को एसडीआरएफ द्वारा करीब 130 तीर्थ यात्रियों को सकुषल केदारनाथ से गौरीकुण्ड पहुंचाया जा चुका है तथा गंगोत्री में फसे तीर्थयात्रियों को रैस्क्यू करने हेतु एसडीआरएफ की टीम हर्शिल से गंगोत्री हेतु रवाना कर दी गई है जो वहां राहत एवं बचाव कार्य में अपना योगदान देगी।

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