उत्तराखंड की विस्तृत खबर (20 जुलाई) - Live Aaryaavart (लाईव आर्यावर्त)

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रविवार, 20 जुलाई 2014

उत्तराखंड की विस्तृत खबर (20 जुलाई)

मौसम विभाग की चेतावनी से सहमा प्रदेष,तराई हुई जलमग्न

uttrakhand flood
देहरादून, 20जुलाई,(निस)। पिछले साल दुनिया की भीषणतम प्राकृतिक आपदाओं में से एक का सामना करने वाला उत्तराखंड एक बार फिर उसी तरह की कयामत की रात की आहट से सहम गया है। मौसम विभाग ने चारधाम यात्रा के रूट में आने वाले कई इलाकों में 24 घंटे के अंदर भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं मिल रही जानकारी के अनुसार कुमायूं सम्भाग की गौला व शारदा नदियों में जलस्तर बढ़ने से लोग खौफज़दा हैं। उत्तराखंड के गढ़वाल और कुमाऊं मंडल में भारी बारिश हो रही है। पिथौरागढ़ नैनीताल और बागेश्वर में बीते तीन-चार  दिनों से भारी बारिश हो रही है। पहाड़ों का पानी नीचे आने के साथ ही वह तराई के इलाकों में जमकर तबाही मचा रहा है। वहीं केन्द्रीय जल आयोग के मानिटरिग केन्द्र जलस्तर बढ़ने की लगातार निगरानी कर रहा है। वहीं टिहरी बांध का जलस्तर 830 के मुकाबले 776 मीटर हो गया है टिहरी बांध से 8260 क्यूसेक पानी गंगा में छोड़ा जा रहा है। बारिश का पानी ऊधम सिंह नगर के शहरी इलाकों में घुस गया है, जिसके चलते बाजापुर शहर नदी में तब्दील हो गया नजर आ रहा है। रातोंरात आए इस पानी ने शहर में जमकर नुकसान किया है। लोगों का कहना है कि उन्होंने बाजापुर में बाढ़ का ये हाल पहले कभी नहीं देखा था। चंपावत नैनीताल और बागेश्वर में हो रही भारी बारिश का पानी पहाड़ों पर तबाही मचाने के बाद मैदानों पर कहर ढा रहा है। बीती देर रात पहाड़ों पर हुई बारिश का पानी रविवार सवेरे ऊधम सिंह नगर के बाजपुर शहर में घुस गया जिसके बाद पूरे शहर ने एक नदी का रूप ले लिया जिसके चलते लोगो को भारी नुकसान झेलना पड़ा है। राज्य आपदा केंद्र के मुताबिक ऋषिकेश, केदारनाथ, अगस्त्यमुनि, फाटा व रामपुर में मलबा आने के कारण सड़कें बाधित हो गई हैं। चमोली जिले में बद्रीनाथ और रुद्रप्रयाग जिले में केदारनाथ यात्रा भी रोक दी गई है। प्रशासन ने कहा कि मल्ला, लालढांग, भाटुकसौर और देवीधार पर ऋषिकेष गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग बंद है। वहीं गेंवला, राणाचट्टी, बादिया और जंगलचट्टी पर ऋषिकेश-यमुनोत्री राजमार्ग अवरुद्ध है। राज्य मौसम केन्द्र के निदेषक डा. आनन्द षर्मा ने घोषणा की है कि आगामी 48 घंटो में नैनीताल, चमोली, रूद्रप्रयाग, टिहरी, हरिद्वार, अल्मोड़ा, बागेष्वर व पौड़ी जिलो में भारी वर्षा होगी। पौड़ी, नैनीताल अल्मोड़ा में कहीं कहीं बहुत भारी संभवतः 80 से 150 मिली तक वर्षा का अनुमान लगाया गया है। मौसम विभाग के इस अनुमान को देखते हुए राज्य सरकार ने जहां चारधाम यात्रा के स्थगन को एक और दिन आगे बढ़ा दिया है वहीं प्रदेष के सभी जिलाधिकारियों को इस बारे जरूरी चेतावनी जारी करने का भी आदेष दे दिया गया है। प्रदेष के अलग अलग हिस्सों में पिछले कई घंटो से चल रही भारी बारिष से होने वाले नुकसान की सूचना बराबर आ रही है। नैनीताल जिले के रामनगर में जहां दो लोग नदी के बहाव में बहने से बचा लिए गए वहीं कई स्थानों पर भारी नुकसान के समाचार है। पिछले साल की आपदा का मुख्य केन्द्र गढ़वाल संभाग था लेकिन इस बार के कहर  का प्रभाव गढ़वाल के साथ कुमाऊ मंडल में ज्यादा दिख रहा है। प्रदेष के लोग मौसम के मिजाज को देख कर सहमे हुए हंै। जबकि राज्य सरकार ने किसी भी प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए तैयार होने का दावा किया है। राज्य के अपर मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेष में मौसम जरूर खराब है लेकिन चारधाम यात्रा को जल्द ही फिर से शुरू कर दिया जाएगा। प्रदेष के हालात खराब होने के बावजूद चारधाम यात्रा शुरू कराने के आरोप के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री हरीष रावत ने कहा कि भले ही आपदाग्रस्त क्षेत्रों के हालात खराब हैं लेकिन चारधाम यात्रा पर प्रदेष की तीस फीसदी आर्थिकी निर्भर करती है इसलिए इस यात्रा को शुरू करना सरकार के लिए जरूरी है। उन्होंने उम्मीद जताई की जल्द ही मौसम ठीक होगा और चारधाम यात्रा पुनः चलने लगेगी।

उत्तराखंड में 3 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव,मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा दांव पर

देहरादून,20 जुलाई, (राजेन्द्र जोशी)। उत्तराखंड में सोमवार को तीन विधानसभा सीटों पर उपुचनाव होने जा रहा है। इस चुनाव का परिणाम जहां राज्य के मौजूदा मुख्यमंत्री का राजनीतिक भविष्य तय करेगा वहीं उनकी जमीनी पकड़ को साबित करेगा। इस चुनाव के परिणाम से जहां अल्पमत में चल रही कांग्रेस सरकार को मजबूती मिलेगी वहीं लोकसभा चुनाव में करारी मात खाई पार्टी के कार्यकर्ताओं के टूटे मनोबल को फिर से ऊंचा करेगा। बताते चले कि उत्तराखंड की डोईवाला विधानसभा सीट से भाजपा विधायक रहे डा. रमेश पोखरियाल निशंक और सोमेश्वर विधानसभा से भाजपा विधायक रहे अजय टम्टा जहां लोकसभा के लिए निर्वाचित हो गए वहीं धारचूला से कांग्रेस विधायक रहे हरीश धामी ने मुख्यमंत्री हरीश रावत के लिए अपनी सीट इस्तीफा देकर खाली की है। डोईवाला सीट पर भाजपा के पूर्व मंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और कांग्रेस के पूर्व मंत्री हीरासिंह बिष्ट के बीच सीधा मुकाबला है जबकि सोमेश्वर सीट पर भाजपा की ओर से जिलापंचायत अध्यक्ष मोहनराम आर्य और कांग्रेस की ओर से रेखा आर्य मैदान में है । चुनावी मुकाबला भी इन दोनो लोगो के ही बीच है। धारचूला सीट पर कांग्रेस के टिकट पर स्वयं मुख्यमंत्री हरीश रावत ताल ठोक रहे है जबकि भाजपा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और लंबे समय तक एक ब्लाॅक के प्रमुख रहे  और पार्टी से बगावत कर भाजपा का दामन थामने वाले बीडी जोशी को मैदान में उतारा है। दोनो ही दलो के लिए यह चुनाव प्रतिष्ठा का प्रश्न बना है लेकिन दोनो ही दल अपनी अपनी जीत का दावा भी कर रहे हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चुनाव के बारे में पूछे जाने पर कहा कि लोकसभा चुनाव में जनता ने भाजपा को समर्थन दिया था लेकिन उनकी सरकार के कार्यो से जनता खुद को ठगा महसूस कर रही है इससे स्पष्ट है कि उपचुनाव में कांग्रेस तीनो सीटो पर जीतने जा रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि यह परंपरा है कि उपचुनाव में प्रायः केन्द्रीय नेता प्रचार में नहीं आते लेकिन जिस तरह से भाजपा ने स्मृति ईरानी को सभा के लिए बुलाया और अन्य नेताओं को बुलाने का प्रयास किया उससे उसकी घबराहट का राज खुल गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता इस चुनाव में कांग्रेस को ही अपना समर्थन देगी। उधर भाजपा नेता त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री के दावे को खारिज करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता के बल पर चुनाव जीतने के मंसूबे पाले है लेकिन जनता नरेन्द्र मोदी की नीतियों को पसंद कर रही है और लोकसभा चुनाव की तरह ही इस उपचुनाव में भी भाजपा को ही जिताएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उन्हें ढैंचा बीज घोटाले जैसे बेबुनियाद मामले में बदनाम करने की कोशिश की है लेकिन चुनाव में जनता इसका जवाब देगी। हरिद्वार से सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि भाजपा तीनो सीटों पर जीत दर्ज करेगी। उन्होंने कहा कि दो सीटें तो पहले ही भाजपा के पास थी उन पर पार्टी प्रत्याशी जीतेंगे ही धारचूला सीट भी मोदी प्रभाव के चलते पार्टी के खाते में जाएगी। बताते चले कि भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के अध्यक्ष बनने के बाद होने वाला यह पहला चुनाव है। इस चुनाव का परिणाम राज्य में मोदी इफेक्ट के स्तर का पैमाना भी बनेगा। इन सीटों को लेकर पार्टी की गंभीरता इससे जाहिर हो जाती है कि अभी अभी पार्टी में शामिल आरएसएस के क्षेत्र प्रचारक रहे शिव प्रकाश को चुनाव क्षेत्रों का दौरा करना पड़ा। माना जा रहा है कि उनका ये दौरा पार्टी के केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश पर हुआ था और उन्होंने दिल्ली जा कर चुनाव में पार्टी की स्थिति पर रिपोर्ट भी सौंपी है। ज्ञातव्य है कि 21 जुलाई को प्रदेश की तीनो सीटो पर मतदान होगा और 25 जुलाई को मतगणना होगी।

सिरोहबगड़ में बदरीनाथ हाईवे अवरुद्ध, पहाड़ी काटकर तैयार किया जा रहा है मार्ग

देहरादून, 20 जुलाई (निस)। बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर रुद्रप्रयाग-श्रीनगर के मध्य स्थित सिरोहबगड़ नासूर बनता जा रहा है। रविवार दिन भर राजमार्ग अवरुद्ध रहा। सोमवार दोपहर तक राजमार्ग खुलने की उम्मीद जताई जा रही है। राजमार्ग से मलबा हटाने के लिए मंगाई गई पोकलैंड मशीन भी खराब हो गई है। उसको ठीक करने के लिए मैकेनिक बुला दिए गए हैं। दरअसल, भारी बारिश के कारण सिरोहबगड़ में अस्सी प्रतिशत राजमार्ग वाॅश आउट हो गया है। यहां पर बीआरओ पहाड़ी काटकर रास्ता तैयार कर रहा है। पिछले पांच दिनों से सिरोहबगड़ में बार राजमार्ग बाधित हो रहा है। रविवार को सुबह से सांय तक राजमार्ग अवरुद्ध रहा। ऐसे में रुद्रप्रयाग और चमोली जिले में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति प्रभावित होने लगी है। देहरादून और श्रीनगर जाने वाले और वहां से रुद्रप्रयाग की ओर आ रहे लोगोें को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थिति यह है कि वैकल्पिक मार्ग खांकरा-खेड़ाखाल-डुंगरीपंथ मोटरमार्ग पौड़ी जिले की सीमा में बंद है। ऐसे में लोग वाया खिर्सू होते हुए पौड़ी-श्रीनगर पहुंच रहे हैं। यह मार्ग बेहद संकरा है और जगह-जगह मार्ग पर गड्डे पड़े हुए हैं। सिरोहबगड़ में मार्ग खोलने के लिए मंगाई गई पोकलैंड मशीनें खराब हो गई हैं। पुलिस ने खांकरा पुल से आगे वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी है। वाहनों को खांकरा-खेड़ाखाल के रास्ते भेजा जा रहा है। जिलाधिकारी रूद्रप्रयाग डाॅ राघव लंगर ने बताया कि सिरोहबगड़ में काफी मलबा राजमार्ग पर आया है। सड़क दिखाई नहीं दे रही है। बीआरओ को ब्लास्टिंग कर राजमार्ग खोलने के लिए कहा गया है। सोमवार सुबह तक राजमार्ग खोलने की पूरी कोशिश की जाएगी। वहीं केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिल्ली, चन्द्रापुरी, बांसबाड़ा में अवरुद्ध रहा। बीआरओ और लोक निर्माण विभाग ने दोपहर तक राजमार्ग से मलबा हटा दिया। मार्ग पर फिलहाल छोटे वाहन ही दौड़ रहे हैं। अभी भी मार्ग पर पत्थर गिर रहे हैं।

23 जुलाई तक नहीं होगी केदारनाथ यात्रा, हेलीकाॅप्टर से यात्रियों को पहुंचाया गुप्तकाशी

देहरादून/रुद्रप्रयाग, 20 जुलाई (निस)। खराब मौसम को देखते हुए प्रशासन ने तीन दिन और केदारनाथ की यात्रा पर रोक लगा दी है। यानि 23 जुलाई तक तीर्थयात्री बाबा केदार के दर्शन नहीं कर पाएंगे। प्रशासन ने साफ कहा है कि यात्री मौसम की जानकारी पर नजर बनाए रखे। मौसम साफ होने पर ही यात्रा का प्लान बनाएं। जब तक मौसम साफ नहीं हो जाता, तब तक यात्रियों को सोनप्रयाग से आगे नहीं बढ़ने दिया जाएगा। फिलहाल केदारनाथ में तेज बारिश की खबर है। पिछले चार दिनों से मौसम खराब होने के कारण केदारनाथ के लिए हेलीकाॅप्टर उड़ान नहीं भर पा रहे थे। आज मौसम हल्का साफ होने पर हेलीकाॅप्टर से केदारनाथ और लिनचोली में खाद्यान्न, डीजल और मिट्टी तेल समेत अन्य जरुरी सामान पहुंचाया गया। लेकिन मौसम खराब होने के कारण हेलीकाॅप्टर के जरिए सब्जी और माचिस नहीं पहुंचाई जा सकी। हेलीकाॅप्टर ने तीन शटल ही कर पाया। जिसमें दो बार हेलीकाॅप्टर केदारनाथ और एक बार लिनचोली में उतरा। चैथे शटल में हेलीकाॅप्टर के जरिए सब्जी धाम में पहुंचाई जा रही थी, लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकाप्टर गौरीकुंड से वापस लौट आया। केदारनाथ से गौरीकुंड तक अधिकारी, कर्मचारी, मजदूरों को मिलाकर 1500 से अधिक लोग मौजूद हैं। वहीं गौरीकुंड पैदल मार्ग से तीन वृद्ध यात्रियों को हेलीकाॅप्टर से नारायणकोटी पहुंचाया गया। हजरतगंज लखनऊ निवासी 62 वर्षीय राधेश्याम अपनी पत्नी 60 वर्षीय उमा और 70 वर्षीय पुजारी सालिक राम के साथ केदारनाथ की यात्रा पर आए थे। पिछले चार दिनों से हो रही बारिश के कारण वे लिनचोली में ही फंसे थे। मौसम साफ होने पर तीनों यात्री शनिवार को एसडीआरएफ और एसटीएफ के जवानों की मदद से जंगलचट्ी पहुंचे। जंगलचट्ी से यात्री गौरीकुंड पहुंचे। यहां से हेलीकाॅप्टर में यात्रियों को नारायणकोटी पहुंचाया गया। इनमें से एक यात्री सालिक राम के पैर में चोट लग गई थी। जिससे उसके पैर में घाव बन गए।

मॉल के बाहर लोगों ने किया हंगामा 

देहरादून, 20 जुलाई (निस)। सड़क पर सीवर का पानी खुला छोड़ने को लेकर पैसिफिक मॉल के बाहर स्थानीय लोगों ने  हंगामा किया जिसके कारण सैकड़ों लोग मॉल में फंस गए। हंगामें की सूचना मिलने के काफी देर बाद प्रशासन और पुलिस की टीम मौके पर पंहुची तथा लोेगों को शंात कराने का प्रयास किया लेकिन लोगों का गुस्सा इतना भड़का हुआ था कि उन्होने माॅल के दोनो गेट काफी देर तक बंद रखे और खूब  हंगामा किया।  रविवार दोपहर लगभग डेढ़ बजे जौहरी रोड के लोगों ने मॉल द्वारा  सड़क पर सीवर का  पानी खुला छोड़ने को लेकर मॉल के बाहर हंगामा कर दिया।  इस दौरान सैकड़ों की संख्या में लोग मॉल के बाहर पहुंचे और पैसिफिक मॉल की मैनेजमेंट ऑथौरिटी के खिलाफ नारेबाजी की। हंगामे के दौरान प्रदर्शन कर रहे लोगों ने मॉल के दोनों  के गेट बंद कर दिए। न ही मॉल से लोगों को बाहर आने दिया गया और न ही अंदर जाने  दिया गया। रविवार होने से मॉल में काफी संख्या में लोग मौजूद थे। मौके पर प्रशासन और पुलिस की  टीम भी पहुंची। लेकिन स्थानीय लोगों ने काफी देर तक मॉल के गेट बंद रखे और खूब  हंगामा किया। प्रदर्शन करने वाले लोगों ने बताया गया कि वह काफी दिनों से मॉल की इस मनमानी से परेशान हैं। जिसको लेकर कई बार प्रबंधन के समक्ष इस बात को लेकर एतराज भी जताया गया लेकिन माॅल प्रबंधन की मनमानी चलती रही। आज उनके सब्र का बांध टूट गया।

गंगा की स्वच्छता को स्पर्श गंगा अभियान की जरूरत

देहरादून, 20 जुलाई (निस)। स्पर्श गंगा अभियान उत्तराखण्ड का एक तरह से जनअभियान है। इस अभिनव पहल से राज्य के समस्त शिक्षण संस्थानों के साथ-साथ पर्यावरण से शिक्षाविदों,समाज सेविंयों व अन्य जन सरोकारी संगठनों को जोड़ा गया है। लाखों छात्र-छात्राएं व अन्य स्फूर्त जन इस अभियान में मिशनरी भाव से जुड़ें है। इस अभियान की एक खासियत यह है कि यह अभियान पूरे प्रदेश में गाॅव-गाॅव जन जागरण के साथ वंहा की जल धाराओं को प्रदूषण मुक्त करने में लगा है। यानी शुरूआत उन मूल जल धाराओं से की गयी है,जो अन्तत गंगा के प्रदूषण का प्रमुख कारण बनती है। यह बात गांधी रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करतें हुए मैती आन्दोलन के प्रणेता कल्याण सिंह रावत नें कही। उन्होने कहा कि स्पर्श गंगा का अभिप्राय ही है, वे तमाम गाड़-गधेरे व जल धाराएं जो गंगा को स्पर्श कर उसमें समाहित होती है। इस अभियान के तहत इन समस्त जल धाराओं को प्रदूषण मुक्त रखने का बीड़ा उठाया गया है। इसी उद्देश्य से वर्ष 2008 में हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विवि की राष्टीय सेवा योजना सलाहकार समिति ने स्पर्श गंगा कार्यकाल को अंगीकृत कर स्पर्श गंगा अभियान का रूप दिया। इसकी कमान विवि के प्रोफेसर प्रभाकर पी बडोनी को सौंपी गई जो बाद में स्पर्श गंगा बोर्ड के ओएसडी/सदस्य सचिव भी रहे। उन्होने कहा कि आज जब केन्द्र सरकार ने गंगा सफाई अभियान के लिए एक अलग मंत्रालय गठित कर लिया है,तो स्पर्श गंगा बोर्ड की अभिनव पहल को देखते हुए उसे भी अपने इस गंगा सफाई अभियान में इसके अनुभवों व उद्दश्यों का लाभ उठाना चाहिए और इसे इस योजना का अभिन्न हिस्सा बनाना चाहिए। गंगा सफाई को लेकर प्रोफेसर बडोनी कहते है कि आज गंगा की सफाई से ज्यादा संस्कार की आवश्यकता है। वे कहते है कि आज जरूरत इस अभियान को उस तर्ज पर करने की है,जो स्पर्श गंगा अभियान पिछले 6 सालों से राज्य में कर रही है।

भ्रष्टाचार, घोटालों से पूरा नही हो रहा ऊर्जा प्रदेश का सपना: जुगरान

देहरादून, 20 जुलाई (निस)। भाजपा नेेेता एंव आंदोलनकारी परिषद के पूर्व अध्यक्ष रविन्द्र जुगरान ने कहा कि राज्य निर्माण संघर्ष के दौरान उत्तराखण्ड वासियो का ये सपना था कि उत्तराखण्ड उर्जा प्रदेश बने, लेकिन राज्य गठन के बाद भ्रष्टाचार, घोटालों और अनियमित्ताओं के चलतें यह सपना पूरा नही हो पा रहा है। दागी अधिकारियों के कारण उर्जा विभाग लगातार घाटे में जा रहा है। रविवार को त्यागी रोड स्थित एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए जुगरान ने कहा कि राज्य के अंदर 35से 40 हजार मेगावाट विधुत उत्पादन की क्षमता थी, लेकिन भारी भ्रष्टाचार, घोटालों और अनियमितताओं केे चलतें हम लक्ष्य से कोसों दूर चलें गए। उन्होने कहा कि उर्जा के तीनो निगमों भ्रष्टाचार,घोटालों और अनियमितताओं में ही उलझकर रह गए। जिसका ताजा मामला यूपीसीएल के एमडी एसएस यादव की नियूक्ति से जुड़ा है। यंहा यह भी विचारणीय है कि एसएस यादव के रिटायरमेंट में दो वर्ष शेष है जबकि ओपी दीक्षित के पांच वर्ष ऐसे में यादव को किस दबाव में दो विभाग का जिम्मा सौंपा जा रहा है। इसी तरह चयन समिति द्वारा एमडी यूपीसीएल के पद हेतु नामों की संस्तुति की गई, जबकि उक्त कमेटी द्वारा उसी समय पिटकुल के निदेशक परिचालन एंव परियोजना के लिए सम्पन्न कराये गए साक्षात्कार में केवल एक ही नाम निदेशक परिचालन राजेन्द्र शर्मा व परियोजना श्रवण कुमार की संस्तुति की गई। जिसमें संदेह हो रहा है। उन्होने कहा कि सवाल यह उठ रहा है कि इस नियुक्ति से राज्य एंव निगमों को क्या हासिल हुआ। यादव स्वयं पिटकुल के कार्यकाल के दौरान दोहरे लाभ लेने के दोषी पाए गए है। वे राजकीय कोष में गबन करते रहे जब मामला उछला तो उन्होने दस लाख रूपये पिटकुल के खातें में जमा करा दिए,किन्तु इससे वे दोषमुक्त तो नही हो सकतें। जुगरान ने गबन मामलें की उच्च स्तरिय जांच की मांग की है।

विस की तीनों सीटे जीतेंगी कांग्रेस: उपाध्याय

देहरादून, 20 जुलाई (निस)। कांग्रेस में किसी भी तरह की गुटबाजी से साफ इंकार करते हुए उत्तराखंड कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने दावा किया कि उत्तराखंड की तीनों विधानसभा सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी भारी मतों के साथ अपनी जीत को सुनिश्चित करेंगे। विदित हो कि उत्तराखंड की तीन विधानसभा सीटों डोईवाला, सोमेश्वर व धारचूला में कल (आज) उपचुनाव होना है। यह उपचुनाव मुख्यमंत्री व धारचूला से प्रत्याशी हरीश रावत के साथ ही प्रदेश की मौजूदा कांग्रेस सरकार के भविष्य का भी फैसला करेगा। मतदान से एक दिन पूर्व चुनाव को लेकर हुई आज खबर से हुई वार्ता के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने तीनों सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशियों के भारी मतों के साथ विजयी होने का दावा किया। उनका साफ कहना था कि उत्तराखंड को विकास की दिशा में आगे ले जाने की दिशा में जहां मौजूदा कांग्रेस सरकार द्वारा हर सम्भव प्रयास किया, वहीं जनता भी विकास की गति को तेज करने के लिए सत्तारूढ़ दल के प्रत्याशी को ही विजयी बनायेगी। इस दौरान उन्होंने पार्टी के अंदर किसी भी तरह की गुटबाजी होने से इंकार किया। उन्होंने कहा कि पार्टी के तमाम नेताओं ने पार्टी प्रत्याशी को विजयी बनाने की दिशा में अपनी ओर से हर सम्भव प्रयास किया है। इस दौरान उन्होंने भाजपा व भाजपा प्रत्याशी को जमकर आड़े हाथो लिया।

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